14 नवंबर 2019

.... चाय के बहाने :(


एहसासों को सहलाती हुई
शक्कर की तरह मीठी
एक कप चाय
जब कोई पूछता है
बड़े प्यार से
तो महज वो
दूध और चायपत्ती
को उबालकर बनी हुई एक कप चाय
नहीं होती
वो एक माध्यम होती है
एहसासों को सहलाने की
क्योंकि चाय के बहाने
साँझा होती है हम सब की
कुछ चीनी सी
मीठी यादें
कुछ चायपत्ती सी कड़वी
बातें.......
अपने कुछ
अनुभव,कुछ आशाएं
कुछ नयी उम्मीदें..?
और कुछ ही समय में
उस एक प्याली
चाय के साथ
बट जाते है
जिंदगी के वो पल
जो अक्सर अनकहे रह जाते है  !!

- संजय भास्कर

22 टिप्‍पणियां:

Sweta sinha ने कहा…

जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार १५ नवंबर २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।

Meena Bhardwaj ने कहा…

चाय और जीवन के अनुभवों का संगम । बहुत खूब !! चाय जैसी तरोताजगी लिए खूबसूरत सी रचना ।

Deepak Saini ने कहा…

bahut badhiya

दिगम्बर नासवा ने कहा…

प्याली चाय की ...
सचमुच कई बार बहुत कुछ पी लेता है इस प्याली के साथ इंसान ... बाँट लेता है बहुत कुछ अनकहा ...
गहरी रचना ...

Abhilasha ने कहा…

बेहतरीन रचना

Anita Laguri "Anu" ने कहा…

.. ठंड की दस्तक और साथ में चाय से बनी कविता ..कभी,चायपत्ती संग कड़वी और चीनी संग मीठी कमाल की अभिव्यक्ति दी है आपने..

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

चाय की खुशबु खींच लायी :) और क्या ज़ायकेदार मनलुभावनि रचना हैं बिलकुल चाय की तरह 
वही स्वाद और मिठास लिए 
ढिढुरती  ठंड में अदरक की चाय और आपकी चाय की कविता
वाह। . चाय की दीवानी की और से बधाई स्वीकार करें 

Anita Laguri "Anu" ने कहा…

जी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (15-11-2019 ) को "नौनिहाल कहाँ खो रहे हैं" (चर्चा अंक- 3520) पर भी होगी।
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिये जाये।
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
*****
-अनीता लागुरी 'अनु'

शुभा ने कहा…

वाह!!संजय जी ,बहुत खूब !!चाय की बात ही निराली ...अलग ,अलग लोगों की अलग -अलग पसंद ..किसी को अदरक वाली भाए ,किसी को इलायची वाली 😊 मैंनें भी अभी चाय पर एक कविता लिखने की कोशिश की और अब पाया कि आपकी इस कविता से काफी मिलती -जुलती सी लग रही है ..अत: अब पोस्ट करने का इरादा छोड दिया । लगता है आप भी मेरी तरह चाय प्रेमी है ।

बेनामी ने कहा…

बहुत सुन्दर संजय भास्कर जी.
चाय के बहाने रोमांस और शादियाँ भी हो जाती हैं, सरकारें बनती और गिर भी जाती हैं.

Rohitas Ghorela ने कहा…

चाय पर चर्चा कितनी प्रसिद्ध है।
कितने अहसास साझा हो जाते हैं
चाय या कॉफी के बहाने हम एक दूसरे को समझकर कितने करीबी बन जाते हैं।
निजता लिए एक खूबसूरत रचना।

मेरी कुछ पंक्तियां आपकी नज़र 👉👉 ख़ाका 

Anuradha chauhan ने कहा…


चाय के साथ
बट जाते है
जिंदगी के वो पल
जो अक्सर अनकहे रह जाते है !! बेहद खूबसूरत रचना

Prakash Sah ने कहा…

जी बिल्कुल सही कहा आपने। चाय एक बहाना है...एक दूसरे का हाल साझा करने का। ये मिलने का एक खूबसूरत बहाना है।
चाय तो मुझे कुछ खास पसंद नहीं....लेकिन इसके इस खूबी से कभी कभी इसे पी लेता हूँ।

बेहतरीन रचना!!!

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

चाय के बहाने एक अच्छी कविता का सृजन .

Jyoti Dehliwal ने कहा…

स्तुति हटावे, स्फूर्ति दिलावे सकल दर्द मिट जाए जगत में चाय बड़ी बलवान। ऐसी चाय पर बहुत ही सुंदर रचना,संजय भाई।

आशा बिष्ट ने कहा…

अनमोल एहसास

Amit ने कहा…

बहुत ही अच्छा लिखा है ऐसे ही लिखते रहिए। हम भी लिखते हैं हमारे लेख पढ़ने के लिए आप नीचे क्लिक कर सकते हैं।
Milk Benefits For Skin In Hindi
Health Benefits of Carom Seeds in Hindi

Jyoti Singh ने कहा…

पूरी रचना ही काबिले तारीफ है ,बधाई हो

शम्भू ने कहा…

चाय तो मेल मिलाप का बहाना होता हैं असली वजह तो मिलना होता हैं और मजेदार लाइन्स के लिए आप मेरे ब्लॉग को चेक कर सकते हैं hindidarshan

Only my fitness ने कहा…

bahut achhi article likhi hai aapne
ashwagandha benefits in hindi

sonia chetan kanoongo ने कहा…

बहुत ही लाजवाब रचना

चाय पर एक रचना मेरी भी पढ़ियेगा
https://sonamotu.blogspot.com/2020/12/blog-post_69.html

sonia chetan kanoongo ने कहा…

https://sonamotu.blogspot.com/2020/12/blog-post_69.html