25 मई 2011

..........बदलते हालात........संजय भास्कर


कपडे हो गए छोटे 
     शर्म कहाँ रह गई आज !
गर्भ में कर देते है भ्रूण हत्या 
     ममता कहाँ रह गई आज  !
अनाज हो गया मिलावटी 
     तो स्वाद कहा रह गया आज !
फूल हो गए प्लास्टिक के 
      खुशबू कहाँ रह गई आज !
छात्रों के हाथ में हो गए मोबाइल 
      शिक्षा कहाँ रह गई आज !
इंसान हो गया लालची धन का 
      दया भावना कहाँ रह गई आज !
युवा वर्ग हो रहा है अशलीलता का शिकार 
     देश भक्ति भक्ति कहाँ गई आज  !

-- संजय भास्कर 

 

16 मई 2011

................अहसास.......संजय भास्कर


किसी के साथ होने का और किसी के साथ
नहीं होने का विश्वास कराता है अहसास

जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास

जब कभी लिखने की उमंग जगे
कल्पनाओं के दर्शन कराता है अहसास

जब ठुकरा देते हैं सब दुनिया वाले
तब निराशा से बचाता है अहसास

जब दर्द हावी होता है हम पर
जिंदगी का आइना दिखाता है अहसास

खुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !

-- संजय भास्कर 


29 अप्रैल 2011

................खामोश रही तू.....संजय भास्कर


खामोश रही तू,
मैंने भी कुछ न कहा,
जो दिल में था हमारे,
दिल में ही रहा
न तूने कुछ कहा
न मैंने कुछ कहा
धड़कनों ने आवाज दी,
निगाहें फिर भी खामोश रही,
ग़म दोनों को होता था जुदाई का,
जिसे हमने खामोशी से सहा
न तूने कुछ कहा
न मैंने कुछ कहा
सोचता हू मै अब,
मौका इज़हार का कब आएगा,
जब दिल में छुपे जज़्बात
लबो पे अल्फाज़ बन सज जाएगा
सोचते ही रह गए हम
......न तूने कुछ कहा
......न मैंने कुछ कहा !

-- संजय भास्कर

20 अप्रैल 2011

सच है क्या जिंदगी का किसी को पता नहीं.......संजय भास्कर


सच है क्या जिंदगी का, किसी को पता नहीं |
कौन कर रहा है क्या, किसी को पता  नहीं  |
कोई कहता है सब है यहाँ राम, रहीम, ईसा, अल्लाह 
कोई कहता है झूठ है दुनिया में कोई खुदा नहीं |
करके सब काम बुरे उसी पर टाल देता है आदमी ,
कहता है ऊपर वाले की मर्जी मेरी कोई खता नहीं 
दुनिया बुरी भी है और अच्छी भी ये भी सभी को पता नहीं ,
कहने को तो देशभक्त है यारों  नेता सभी ,
लेकिन ' भास्कर ' की नजर में करता कोई वफा नहीं |
कोई थोडा तो कोई ज्यादा जिसे देखो बस लूट रहा है 
चाहे हो चपरासी बाबू या हो कोई दफ्तर बाबू पेट किसी का भरा नहीं ,
सच है क्या जिंदगी का , किसी को पता नहीं..........!


-- संजय भास्कर

12 अप्रैल 2011

जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं मलखान .......... संजय भास्कर






खुशियों से महके आपका संसार ,
जिंदगी हो हर पल ऐसे जैसे बागों में बहार
न आये कभी कोई गम जिंदगी में ,
यही दुआ भगवान से करते है 
हम बार - बार !
आपकी उम्र हो साल हजार 
उच्चाईयों  को छुते रहे आप
आपको मिले हर बड़ा सम्मान 
मेरा दोस्त लाखों में एक है " मलखान "
आपके जन्मदिन पर कुछ लिख दूं 
आपकी महफ़िल तारों  से सजा दूं 
भगवान करे हमारी उम्र भी आपको लग जाये 
आपकी ख़ुशी के लिए जिंदगी लूटा दो |
यह दिन तुम्हारे जीवन में बार -बार आए !

मेरी शुभ कामना हमेशा हमारे साथ रहे !   

आज मेरे दोस्त मलखान सिंह जी  का जन्मदिन है और दिल में ना जाने कितनी बाते हैं मगर शब्द कम पड़ रहे हैं
दोस्त  को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं अल्लाह उसे बहुत लम्बी उम्र और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करे ,वो हमेशा ख़ुश रहे 
ईश्वर उसे  जीवन की हर राह पर खुशियाँ,उत्साह और उल्लास प्रदान करे...........मेरी यही कामना है !
ऍम सिंह को जन्मदिन की बधाई उसे ब्लॉग दुनाली  पर भी दे सकते है 

-- संजय भास्कर