जब कभी कुछ ढूंढता हूँ
कुछ चीजे फुर्सत में
तो मिल जाती है अक्सर कुछ पुरानी चीजें
जिसे देख खो जाता हूँ पुरानी यादों में
कल ही अलमारी में मिली
कुछ पुरानी पर्चियां, दीदी की पुरानी चप्पल ,
पिता जी का मफलर और माँ की पुरानी शॉल
जिसे देख याद आ जाती है पुरानी यादें
सर्दी के दिनों में
माँ इसी शॉल में छिपा लेती थी
मुझे और दीदी को गर्माहट के लिए
और दीदी की वही पुरानी चप्पल है जिसे पहन
मै अक्सर
चला जाता था खेलने
दीदी की परेशान करने के लिए
चीजे चाहे ख़त्म हो जाये पर
पुरानी यादें जेहन से कभी नहीं मिटती
वो हमेशा जुड़ी रहती है
हमारी जिंदगी से .........!!
-- संजय भास्कर
17 टिप्पणियां:
यादें और उम्मीद इंसान के हौसले के लिए जरुरी हैं
बहुत सुन्दर
हाँ जी, बिल्कुल सही कहा,यादें जीवन का अभिन्न अंग है।
किसी न किसी रुप में साथ चलती है हमारे साथ रहती है,
सदैव ।
मन की बात कहती आपकी रचना संजय जी सुंदर।।
यादें भी जिंदगी का एक हिस्सा ही होती हैं जो जिंदगी रहने तक बनी रहती हैं और खासकर अपनों की. बहुत सुंदर.
रामराम
#हिन्दी_ब्लॉगिंग
ब्लॉग की याद आ गयी भास्कर भाई,
यादों के खजाने से बहुत खूबसूरत पल निकाले हैं भास्कर जी जो आपके साथ-साथ पाठकों को भी उनकी यादों के दरवाजे पर ले जाते हैं .
यादें आशा का खजाना होती हैं ... और बचपन की यादें तो गुदगुदाती हैं ...
आस पास ही रहती हैं हमेशा ...
Sundar Kavita !!
भावपूर्ण कविता..
sach kaha sanjay ....waah bahut sundar kavita
बहुत सुंदर लिखा है आपने,
जी लेते है देख हम फिर से बचपन, अलमारी में रखी उन पुरानी चीजों से
भावपूर्ण रचना... क्या क्या याद दिला दिया!
भावपूर्ण ..स्मृतियाँ सदैव कायम रहती हैं
वास्तव में यादें कभी नही मिटती
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक चर्चा मंच पर चर्चा - 2672 में दिया जाएगा
धन्यवाद
मधुर स्मृतियाँ हमारे आज के मशीनी जीवन में रस घोलती रहती हैं.
यादें तो यादें ही होती हैं मगर हमेशा जिंदा रहती हैं।
यादे जीने का सहारा होती हैं
यादे कुछ मीठी, कुछ तीख़ी होती हैं
यादे कभी हँसती ,तो कभी रुलाती हैं
यादे हमेशा सुख दुख की गवाही देती हैं... शकुंतला राज
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