शब्दों की मुस्कुराहट :)
जिन्दगी के कुछ रंगों को समेटकर शब्दों से मुस्कुराहट बाँटने की कोशिश :)
22 जुलाई 2010
जैसे मिल गई चवन्नी भीख में भिखारी से
मुफ्त में मिला था मैं,
इस देश को उधारी में ,
जैसे मिल गई चवन्नी,
भीख में भिखारी से |
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