शब्दों की मुस्कुराहट :)
जिन्दगी के कुछ रंगों को समेटकर शब्दों से मुस्कुराहट बाँटने की कोशिश :)
15 मार्च 2010
किसी से कम नहीं पीते
हम विस्की नहीं पीते हम रम नहीं पीते
हम जाम के नाम पर गम नहीं पीते
अगर मिल जाये यारो की महफ़िल
खुदा की कसम ,
फिर किसी से कम नहीं पीते |
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
मोबाइल वर्शन देखें
सदस्यता लें
संदेश (Atom)