चित्र - गूगल से साभार
साठ बरस की उम्र में घर बनाने की सोचना
दुस्साहस तो है, मगर उसने किया
वह एक-एक कर लाया
ईट-पत्थर -रेत लकड़ी
सरिया व सीमेंट
जैसे सामने के पेड़ पर
घर बनती हुई चिड़िया
एक-एक कर लाई
घास -तिनके -कपड़े की चिंदी
सींके या सुतली
बूढ़े और चिड़िया ने नहीं पूछी एक दूसरे की उम्र
घर बनाना दुस्साहस नहीं
किसी भी उम्र में
अगर चिड़िया से मांग सके कोई
थोड़ा सा धीरज
थोड़ा सा उड़ना !!
लेखक परिचय - ब्रजेश कृष्ण
सभी साथियों को मेरा नमस्कार कुछ दिनों से व्यस्त होने के कारण ब्लॉगजगत को समय नहीं दे पा रहा हूँ ज़िंदगी की भागमभाग से कुछ समय बचाकर आज आप सभी के समक्ष उपस्थित हूँ ...!!
-- संजय भास्कर