15 अप्रैल 2010

क्या पता कब दिल तोड़ दे !!!!!!!


 वो अजनबी है जाने कब छोड़ दे ,
हवा का क्या पता कब रुख मोड़ दे ,
हम तो दुसरो का दिल खुश रखते है ,
मगर दूसरो का क्या पता कब दिल तोड़ दे |
 

45 टिप्‍पणियां:

डॉ टी एस दराल ने कहा…

हम तो दुसरो का दिल खुश रखते है ,
मगर दूसरो का क्या पता कब दिल तोड़ दे |

वाह, क्या बात कही है । बहुत खूब।

कडुवासच ने कहा…

...बहुत खूब ... लाजवाब,प्रसंशनीय अभिव्यक्ति !!!

Shekhar Kumawat ने कहा…

WOW !!!!!!!

YAR HAD KAR DI IS BAR TO AAP NE

BAHUT SUNDAR RACHNA

SHEKHAR KUMAWAT

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

bahut badhiyaa!!

Girish Kumar Billore ने कहा…

बहुत उम्दा कहन है भाई
गज़ब

Amitraghat ने कहा…

वाह! बहुत बढ़िया....."

विजयप्रकाश ने कहा…

वाह...

वन्दना महतो ! (Bandana Mahto) ने कहा…

nice n true !

दिलीप ने कहा…

nice..
http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/

Unknown ने कहा…

बहुत सुन्दर कविता ,,,,खूबसूरत रचना ..

विकास पाण्डेय
www.vicharokadarpan.blogspot.com

Kulwant Happy ने कहा…

एकदम मस्त। गुरू।

chakresh singh ने कहा…

bhaut khoob

Dev ने कहा…

jawab nahi bhai .....is rachna ka .....ati uttam

dipayan ने कहा…

बहुत खूब। बेहतरीन शेर ।

Tapashwani Kumar Anand ने कहा…

Zabardast abhivyaki evam chitra chayan

Badhai!!

Urmi ने कहा…

बहुत बढ़िया लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! आपकी लेखनी को सलाम! बधाई!

चन्द्र कुमार सोनी ने कहा…

bahut hi umdaa--badhiyaa likhaa hain aapne.
waise doosre naa jaane kab hamaaraa dil tod sakte hain????
lekin, hame kabhi sapne main bhi, bhool kar bhi kisi kaa dil nahi todnaa chahiye.
thanks.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM

रानीविशाल ने कहा…

Waah! kya baat kahi....bahut umda
bahdai!!

स्वप्न मञ्जूषा ने कहा…

chand panktiyon mein badi baat kah di...
khoobsurat abhivyakti...
badhaii...

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

वाह बहुते लाजवाब.

रामराम

राइना ने कहा…

Bahut hi badhiya.

EKTA ने कहा…

bahut badhiya...

Unknown ने कहा…

शब्‍द कम असर ज्‍यादा बहुत बढिया संजय बाबू लगे रहो

मनोज कुमार ने कहा…

बहुत बढ़िया|

Unknown ने कहा…

वाह मेरे दोस्त. बहुत ही अच्छा लिखा है आपने

Unknown ने कहा…

वाह! बहुत बढ़िया....."

बेनामी ने कहा…

sach mein aapki yeh chhoti chhoti rachnayein kitna arth rakhti hain.....
padhkar achha laga/....
mere blog par is baar..
नयी दुनिया
jaroor aayein....

Unknown ने कहा…

काफी उम्दा रचनाओं से सुसज्जित ..........
बहुत बहुत बधाइयाँ .............

बेनामी ने कहा…

sunder rachna............

कविता रावत ने कहा…

हम तो दुसरो का दिल खुश रखते है ,
मगर दूसरो का क्या पता कब दिल तोड़ दे |
...Apni taraf se achha hi karti rahen yahi prayas hona chahiye....

हर्षिता ने कहा…

हम तो दुसरो का दिल खुश रखते है ,
मगर दूसरो का क्या पता कब दिल तोड़ दे |

अच्छा लिखा है।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

Bahut hi lajawaab baat likh di aaj to Sanjay ji ...

दिगम्बर नासवा ने कहा…

Chalo koi baat nahi .. aap apna kaam karte chalen .. unki vo jaane ...

संजय भास्‍कर ने कहा…

AAP SABHI BAHUT BAHUT SHUKRIYA
UMEED HAI AAGE BHI MERA HOSLA BADHATE RAHENGE...


DHANYAWAAD.........

दीपक 'मशाल' ने कहा…

bhaai pretatma se preeet lagaoge to dil todegee hi kabhi na kabhi.. kab tak saath degi bechari(tasweer dekh kar laga).. :)
kuchh bhi ho 4 lina bada jabardast ban gaya

माधव( Madhav) ने कहा…

वाह! बहुत बढ़िया.....

Vijay K Shrotryia ने कहा…

I thoroughly enjoyed the lines.... very true....
keep up...

Shalabh Gupta "Raj" ने कहा…

चार पंक्तियों में सारी बात कह दी आपने संजय जी..... बहुत खूब!

Sadhana Vaid ने कहा…

बहुत खूब संजय जी ! चंद लफ़्ज़ों में बड़ी गहरी बातें कहने में आपने महारत हासिल कर ली है ! बहुत ही बढ़िया ! बधाई एवं आभार !

Rohit Singh ने कहा…

क्या करें भास्कर भाई ..... दूसरों पर अक्सर भरोसा करते हैं दिल टूटता है फिर भी..फितरत ही ऐसी पाई है हमने..लगता आशिकाना अपना भी मिजाज है

संजय भास्‍कर ने कहा…

EK BAAR DOBARA SE AAP SABHI BAHUT BAHUT SHUKRIYA
UMEED HAI AAGE BHI MERA HOSLA BADHATE RAHENGE...


DHANYAWAAD.........

SANJAY BHASKAR

रचना दीक्षित ने कहा…

वाह, क्या बात कही है । बहुत खूब।

Unknown ने कहा…

Waah! kya baat kahi....bahut umda
bahdai!!

Amit Kumar Sendane ने कहा…

bht sachi kaha.........

Anuj kumar Bhargava ने कहा…

baba ambedkar ji ko sat sat naman