30 अप्रैल 2010

आखिर,देश को क्या देंगे ?


केतन, केतन देसाई

अध्यक्ष

मेडिकल कोंसिल ऑफ़ इंडिया

सीबीआई की रेड में

घर से मिले 1800 करोड़ नगद

डेढ़ टन सोना

उम्मीद कई और करोड़ों की

करोड़ों लेकर लगता था मुहर

मेडिकल कोलेजों की मान्यता पर

देशभर में

खुले ऐसे संस्थान

आखिर,

देश को क्या देंगे?

आप जानते हैं

और मैं भी





-आमीन

33 टिप्‍पणियां:

Dev ने कहा…

ऐसे लोग .......देश को दीमक की तरह चट कर जायेंगे .

कडुवासच ने कहा…

... न तो ये लोग देश को कुछ देंगे और न ही कुछ ले कर जायेंगे ... पर इन्हें ये गलतफ़हमी जरूर है कि सारी धन-दौलत "पीठ पर बांध कर ले जायेंगे" !!!!

kunwarji's ने कहा…

देंगे ना देशको एक उदाहरण कुछ सिखाने वाला!अब सीखेंगे क्या वो तो सीखने वाले के ऊपर निर्भर करता है!एक मनोवाज्ञानिक पोस्ट!

कुंवर जी,

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

ऐसे लोग गंदे होते हैं...

*******************************
पाखी की दुनिया में इस बार चिड़िया-टापू की सैर !!

रोहित ने कहा…

aaj bharat me bhrashtachar hi fal-ful raha hai..
ketan deshai jaise log niji swarth ke liye desh ko bhi daav laga sakte hain!
aapki prastuti acchi rahi!
#ROHIT

Unknown ने कहा…

इन्ही के कारन हम अभी भी विकसित देश नही बन सके

Unknown ने कहा…

लालच की कोई सीमा नहीं है ...

Unknown ने कहा…

संजय जी बहुत अच्‍छी पोस्‍ट बधाई, देश में माधुरियां भी हैं जो देश को कीडों की तरह चट करती जा रहीं हें, एक अच्‍छी पोस्‍ट के लिए बधाई स्‍वीकार करें

SANSKRITJAGAT ने कहा…

बडी साफ सी बात है मित्र बचपन से ही गांधी नेहरू की तरह बनने की सीख दी जाती है तो आखिर लोग गद्दार नहीं बनेंगे तो भगत सिंह नहीं न बनेंगे।

Yogi ने कहा…

yaar, baat to khaTakti hai...

magar kya kar sakte hain..

doosri baat, shayad agar mujhe mauka milega itne rupaye kamaane ka, to shayad......shayad nahi pakka......meri niyat bhi bigaD jayegi...

kyo hai koi..........jo kahe, ki 1800 crore milte dekh kar uski niyat nahi badlegi.. :)

vo lakaDhaare wali kahani to sab ne suni hogi, aaj kal vaise lakaDhaare hain hi kahan..

खैर अच्छी पोस्ट थी लेकिन इस से होगा क्या?

लालू ने भी तो चारा घोटाला किया था २३०० करोड़ का लेकिन क्या हुआ, अभी तक खुले आम घूम रहा है, कोई कार्यवाही हुई नहीं न..
होगी भी नही

इन लोगो के पास पॉवर है, पैसा है, सब खरीदा जा सकता है पैसे से

Asha Lata Saxena ने कहा…

एक अच्छा सोच |सच है जाते समय कोई कुछ साथ
नहीं ले जाता |यह तो केवल लोभ है जो मन में घर किये रहता है |
आशा

माधव( Madhav) ने कहा…

भ्रष्ट लोग ... इन्हें सबक सिखाओ

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

घर से मिले 1800 करोड़ नगद

ये घर है कि रिजर्व बैंक?

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

करोड़ों लेकर लगता था मुहर

वो मोहर कौन सी है भाई, हमे भी दिखाओ जरा

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

देश को क्या देंगे?


देश को चूस डाला है इन भिखारियों ने
देश इनसे क्या उम्मीद रखे।

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

डेढ़ टन सोना

ये सोने की खान में पैदा हुआ था लगता है:)

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

घर से मिले 1800 करोड़ नगद

और सोना मिला के एक राज्य का सालाना बजट होता है।

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

ऐसे देश के गद्दारों को फ़ांसी पर लटकाना चाहिए।
इनके सहयोगियों के साथ।
गरीबों का लहु चूसने वाले पिस्सु हैं ये लोग्।

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

अलग हटकर चिंतन को बाध्य करती पोस्ट... बहुत खूब...

आदित्य आफ़ताब "इश्क़" aditya aaftab 'ishq' ने कहा…

ऐसे लोग ................................कैसे लोग .................नयी आज़ादी उदघोष में शाया कोई कविता याद आ रही हैं "इनको विषय भोग ही प्यारा भ्रष्ट हुआ प्रशाशन सारा ...................अब सड़क पर आम आदमी क्यों न भ्रष्ट हो ......................................ये केतन देसाई कोण हैं ...........ब्लॉग जगत की एक बिरादरी तैयार करनी होगी .............इन्हें हम धरती पर पाप कहेगे .............

Urmi ने कहा…

लालच बुरी बला है! ऐसे लोग अगर हमारे देश में रहने लगे न जाने क्या हाल होगा हमारे देश का!

Pushpendra Singh "Pushp" ने कहा…

sahi kaha apne ese log
desh ke liye dimak hai....

संजय @ मो सम कौन... ने कहा…

ये देने वाले नहीं हैं भाई जी, दूसरे हैं।
जिस थाली में खाते हैं, उस में छेद करने वाले।

और कुछ नहीं बिगड़ेगा इनका।

Vijay K Shrotryia ने कहा…

aapki concern key liyey saadhuvaad....

कविता रावत ने कहा…

घर से मिले 1800 करोड़ नगद
डेढ़ टन सोना
उम्मीद कई और करोड़ों की
करोड़ों लेकर लगता था मुहर
..... Aise n jaane kitne hi log bhari pate hongen gareeb bhukhmari ke es desh mein....
Kash koi sharm-lazza shikha paata in desh ko chat karne par utaru deemakon kon......

Unknown ने कहा…

भ्रष्ट लोग ... इन्हें सबक सिखाओ

Unknown ने कहा…

इन्ही के कारन हम अभी भी विकसित देश नही बन सके

चन्द्र कुमार सोनी ने कहा…

is maamle main china jyada behtar hain, jahaan bhrasht or ghooskhor apsar-adhikaariyon ko faansi ki sazaa di jaati hain, or wo bhi binaa kisi sunwaai-appeal ke hak se.
vichaarniy post.
thanks.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM

रविंद्र "रवी" ने कहा…

शायद उन्हे सोने की रोटी खाने की आदत होगी. और नोटो की गद्दी पर सोये बगैर निंद नाही आती होगी.

ajeet ने कहा…

गरीबों का लहु चूसने वाले ये लोग्।

Unknown ने कहा…

एक अच्‍छी पोस्‍ट के लिए बधाई स्‍वीकार करें

दिगम्बर नासवा ने कहा…

नासूर बन कर चाट रहे हैं ऐसे लोग ... देश का पीसा और चरित्र दोनो खराब कर रहे हैं ...

Asha Joglekar ने कहा…

विश्वास ही नही होता कि इतनेा बडा होता है लालच.............।