06 मार्च 2010

हालात बदल जाते है '


वक्त के साथ हालात बदल जाते है '
अपनों तक के ख्यालात  बदल  जाते है|
जब बुरा वक्त आता है ' संजय '
खुद अपने ही जज्बात बदल जाते है'
अपनों तक के ख्यालात बदल जाते है |

21 टिप्‍पणियां:

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

बात तो बिल्कुल सही कही है!

Gopal Singh ने कहा…

bahut acha likha hai sanjay ji...acha sandesh aa raha hai lekin antim line nahi hoti to bhav or acha banta...good

दिगम्बर नासवा ने कहा…

सच है संजय जी ... अंधेरे में तो साया भी साथ नही देता ...
बहुत अच्छा लिखा है ..

vandana gupta ने कहा…

bada katu satya bahut hi saralta se kah diya.

M VERMA ने कहा…

खुद का साया खुद बन जाईए
औरो के सहारे क्यो
खुद का सहारा खुद बन जाईए

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

वक्त के साथ सब बदल जाता है...बहुत खूब

ज़मीर ने कहा…

Dear sanjay bhai, bilkul bahut sahi kaha hai aapne.
Shubhkamnay.

संगीता पुरी ने कहा…

बल्‍कुल सटीक !!

डॉ टी एस दराल ने कहा…

सही बात कही है।
पांचवी पंक्ति की ज़रुरत नहीं थी।

रश्मि प्रभा... ने कहा…

superb

अजय कुमार झा ने कहा…

बहुत सुंदर लिखा है , और हां जैसा कि डा. साहब ने भी कहा , पांचवी पंक्ति की जरूरत नहीं थी ..दोहराव की भी नहीं । शुभकामनाएं
अजय कुमार झा

सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼ ने कहा…

संजय, सारगर्भित, सटीक, सुंदर।

Urmi ने कहा…

वाह बहुत बढ़िया! बिल्कुल सही कहा है आपने! बहुत खूब!

रचना दीक्षित ने कहा…

बहुत सच्चा पर कटु सत्य हर इंसान इससे होकर गुजरता ही है

Chandan Kumar Jha ने कहा…

बहुत सुन्दर जी । वक्त बहुत बेरहम होता है । बहुत बढ़िया लिखा है आपने ।

निर्मला कपिला ने कहा…

जब बुरा वक्त आता है ' संजय '
खुद अपने ही जज्बात बदल जाते है'
अपनों तक के ख्यालात बदल जाते है |
वाह वाह बहुत खूब । आशीर्वाद्

किरण राजपुरोहित नितिला ने कहा…

bilkul sahi !
vichar badalte hi rahte hai .

Chakreshhar Singh Surya ने कहा…

bahut khoob janaab..

मेरे बारे में अपनी कोई राय मत रखना,
मेरा वक़्त बदलेगा, तुम्हारी राय बदल जाएगी..

Chakreshhar Singh Surya ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Unknown ने कहा…

bilkul sahi !
vichar badalte hi rahte hai .

Unknown ने कहा…

बिल्कुल सही कहा है आपने! बहुत खूब