चित्र - ( गूगल से साभार )
अक्सर जब कभी मिल जाती है
पुरानी डायरी
तब लगभग हर उस शख्स के चेहरे पर
मुस्कराहट आ जाती है
जिसने कभी इस डायरी में
कुछ सपने संजोये होंगे !
डायरी में कैद होते है चंद खुबसूरत लब्ज,
कुछ बीती हुई यादें
कुछ ऐसी पंक्तियाँ
जिनमे में जिक्र होता है
कुछ पुरानी यादों का
हर उन खुबसूरत लम्हों का
तुम्हारी हँसी का
जो कैद होता है
डायरी के उन पन्नो में
ऐसा हर याद का जिक्र जो
समय के साथ धुँधली याद बन गई है !!
और आज नजर गई जब
उस डायरी पर
तब एक लम्हे में जिंदगी जी
लेने का अहसास
मुस्कुराहटें कुछ तस्वीरें
और कुछ अधूरी सी कवितायेँ
और बहुत कुछ बीते कल के बारे में
पुरानी यादों को ताजा कर गया ...... !!
( C ) संजय भास्कर
41 टिप्पणियां:
बहुत सुन्दर रचना
wah bahut sundar shabd diye hain tumne....aisa laga jaise main khud tumhari diary padh rahi hun...
सुन्दर रचना पुरानी डायरी के पन्ने सदैव महकते रहतें है और फड़फ़ते पन्ने मुस्कान ले आते हैं
बहुत सुन्दर.पुरानी डायरी के पन्ने कई स्मृतियों को संजोये रखते है.
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डाईरी तो बहाना होता है पुरानी यादों में गोता लगाने का ... वो सब कुछ जी लेने का जो मन के बहुत करीब होता है हरदम ...
लाजवाब भावपूर्ण रचना है संजय जी ....
लाजवाब भावपूर्ण
बहुत सुन्दर रचना
बेहद खूबसूरत रचना।
पुरानी डायरी एक नयी ताजगी का श्रोत भी तो है।
खूबसूरत अभिव्यक्ति...डायरी में बहुत सारी बातें दर्ज रहती हैं। जीवन के ढेरों अनुभव, गुजरे जमाने की यादें, कही-अनकही बातें, मन की अनसुलझी गुत्थियाँ, और भी बहुत कुछ।
आजकल आप कम नजर आते हैं...यहाँ भी, वहाँ भी.....
एक लम्हा में जीने का अहसास...बेहद खास..
बहुत सुन्दर रचना और बहुत सुन्दर पुरानी डायरी के पन्ने...
बहुत सुन्दर अनुभूति जगा रहे हैं आपक ये शब्द!
बीते लम्हों को फिर से जीने की यात्रा!!
बहुटी सुन्दर संजय जी
पुरानी डायरी को पढ़ना बहुत सुखद होता है
हर अल्फाज़ में बीती यादों का आशियाना समाहित होता है।
सच पुरानी डायरी मानो हमारे अतीत का दर्पण ही होती है जिसका एक पन्ना देखते ही डायरी में लिखी तमाम इबारतें, स्मृतियां चख लेने को जी चाहता है।
बहुत सुंदर रचना।
वाकई...डायरी बीते दिनों का दस्तावेज है...यादों का अलबम है
बेहद खूबसूरत अभिव्यक्ति।
behad lajawaab abhivyakti.....saaransh samay ka me bhi aapki rachnaayein padhi.badhayi aapko behad umda rachnaayein hai usme....shubhkanayein
पुरानी यादें कैद हो जाती हैं डायरी में...अच्छी रचना .
आदरणीया संजय जी! सुन्दर प्रस्तुति "डायरी" के बारे में! साभार!
धरती की गोद
बहुत सुन्दर डायरी का अहसास।
मेरी सोच मेरी मंजिल
हमने तो आज तक डायरी रक्खी ही नहीं
सच में डायरी जिंदगी के खास लम्हों को यादें बना देती है।।
सुंदर अभिव्यक्ति
जैसे अतीत के सागर में गोता लगाना....!
आपको और परिवार में सभी को नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ...
आपको भी सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!
अत्यंत सुन्दर रचना...नववर्ष मंगलमय हो !!!
Bahut sundar.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...
आपको सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ
Ati sunder....nav varsh mangalmay ho..badhayi...
सर, कविता उत्तम लगी, नए की प्रतीक्षा में सादर।
बहुत खूबसूरत कविता |आभार संजय जी
बहुत खूबसूरत कविता |आभार संजय जी
nice post
बहुत सटीक रचना ........बहुत खूब, आपकी रचनायें व लेख बेहद सुन्दर और प्रसंशनीय हैं..
पुरानी डायरी के पन्नो में बहुत सी यादें मिल जाती हैं
Bahut pyari rachna hai Sanjay Ji :)
मेरा अनुभव भी आपके जैसा ही है। सुंदर प्रस्तुति!
मुझे आपकी पुरानी डायरी का कलेवर और उसके स्याही से रँगे पन्ने, दोनों ही खूबसूरत लगे... अब आता रहूँगा.. :)
सच में डायरी जिंदगी के खास लम्हों को यादें बना देती है।।
सुंदर अभिव्यक्ति
अति सुन्दर .....,वास्तव में मन के बहुत करीब होती है पुरानी डायरी .
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