आप सभी ब्लॉगर साथियों को मेरा ............सादर नमस्कार ............लगभग पंद्रह दिन के अवकाश के बाद मैं आप सभी के समक्ष पुन: उपस्थित हूँ । और अपनी नई कविता पढवाता हूँ उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगी ...!
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे |
हम भारत के चमन में
महक सदा खिलायेगे |
देश सेवा कर देश को बड़ा बनायेगे
भाई चारे की भावना पैदा कर
हम सभी एक हो जायेगे |
अपने देश की सभ्यता है
सबसे महान
हम अपने देश पर तन मन धन लुटाएंगे
अपने देश के लिए
न्योछावर हो जायेंगे |
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे |
हम भारत देश के बच्चे है
भारत की संतान कहलायेगे
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
-- संजय भास्कर
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
-- संजय भास्कर
99 टिप्पणियां:
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
yah sbhi ka sapna hai yah sach bhi hoga achhi sonch , badhai
स्वागत है !
हम भारतीये हैं ,भारतीये ही कहलायेंगें ...
शुभकामनाएँ !
बहुत बढ़िया.
सादर
bhut sundar...laazwaab
ummeed si bari kriti
ummed pe to duniya kayam hai
श्रेष्ठता को सिद्ध करना होगा।
बहुत प्रेरक और ओजपूर्ण रचना...बहुत सुन्दर
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
वाह ... बहुत ही सुन्दर एवं प्रेरक भाव लिये
सार्थक प्रस्तुति ।
देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत्।
बहुत सुन्दर सन्देश देती हुई प्रेरक रचना!
बहुत अच्छी भावना से लिखी गई रचना!
काश् ऐसा ही हो!
Well Sanjay ji..... I really admire your feelings.
Good work done on your part. Wish you all the best.
Thanks.
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
बढिया !!
भारतीय कहलाएंगे, क्यों नहीं.
nishchay hi karanti ki jarut hai...lekin kranti ashtra shastron wali nahi balki srijnaatmak aur vaicharik honi chahiye......
dekhte hain kaun hoga agla aisa krantikaari!!!!!!!!!
बहुत प्रेरक और ओजपूर्ण रचना.
सुन्दर भाव .कुछ कर दिखाना होगा.
Jai Bharat
Mera Bharat Mahan
आज कल ब्लॉगर अवकाश पे बहुत जाते हैं ,वैसे भाई आप के लिए तो एक वर्ष तक कि छूट हैं कभी भी जा आ सकते हैं. लेकिन अवकाश के बाद अच्छा लिखा.
जय हिंद!
जय हिंद!
जय हिंद!
बहुत ही सुन्दर एवं प्रेरक भाव लिये
सार्थक प्रस्तुति । धन्यवाद|
भारतीय होने की प्रतिबधता विभिन्न आयामों से सुदृढ़ हो चली है , सुंदर मनोभाव .... शुक्रिया जी /
हम भारत देश के बच्चे है
भारत की संतान कहलायेगे
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे.
haan ye to ham avashay karenge.sundar deshprem se ot-prot kavita badhai sanjay ji.
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
देशप्रेम की भावना से भरी हुई बहुत सुन्दर एवं प्रेरक रचना...
सार्थक प्रस्तुति....
अच्छा लिखा है...
हम भारत देश के बच्चे है
भारत की संतान कहलायेगे
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...
deshbhakti se aot-prot bhavpurn kavita
rachana
बहुत सुन्दर और संदेश परक है यह रचना.
देशप्रेम की भावना से भरी हुई बहुत सुन्दर एवं प्रेरक रचना...
सार्थक प्रस्तुति....
देश के लिए शुभभावनाओं से भरी कविता.
आपकी कलम से निकली ऐसी रचनाएँ हमारे लिए प्रेरणादायक होती हैं. आभार.
hausle buland karti rachna
प्रेरक रचना....
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
sunder prn.
Carry on.
बहुत बढ़िया ...ओजपूर्ण भाव.....
bahut accha likha hai g
कवि के धर्म का निर्वाह करते हुए राष्ट्रीय उत्थान की कविताओं पर आपकी कलम को नमन.
भावनाऍं अच्छी हैं। वर्तनी की अशुध्दियों की ओर ध्यान देंगे तो अच्छा होगा।
बहुत सुन्दर और प्रेरक रचना....
अभी तो हम भ्रष्टाचार मिटायेंगे..
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
kaash hum sab me aesi bhabna ho....bahut sundar bichar,,,sundar rachna
hame hi is desh ko badlana hoga...sahi kaha aapane
ek dum shandar kavita
बहुत बढ़िया
साभार- विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
हम भारतीये हैं ,भारतीये ही कहलायेंगें ......
सुंदर कविता ..जय हिंद
बहुत अच्छी प्रस्तुति
बहुत बहुत बधाई |
आशा
बहुत ही प्रेरणादायी रचना हैँ । संजय भाई !
भारत देश पर तन मन धन लुटाएँगेँ ,
लेकिन भ्रष्टाचारी सबको लूट ले जाएँगे ।
अपने देश की सभ्यता है
सबसे महान
हम अपने देश पर तन मन धन लुटाएंगे
अपने देश के लिए
न्योछावर हो जायेंगे |
हमें भारतीय होने पर और अपने देश पर गर्व है! हम हमेशा भारतीय कहलायेंगे और अपने देश की हमेशा रक्षा करेंगे! बहुत सुन्दर सन्देश देती हुई भावपूर्ण रचना लिखा है आपने! हर पंक्तियाँ दिल को छू गयी! देश प्रेम से ओतप्रोत लाजवाब प्रस्तुती!
@>>> सुनील जी
सपना जरूर सच होगा
@>>> अशोक सलूजा जी
.......बहुत बहुत आभार
@>>> यश्वान्य माथुर
.......बहुत बहुत आभार
@>>> Er. सत्यम शिवम
.........धन्यवाद
@>>> मृदुला हर्षवर्धन जी..
.......उम्मीद पर दुनिया कायम है
....आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं
भारत देश की अखंडता के लिए क्राँति तभी आयेगी जब हम सही दशा और दिशा पर सोचेंगे। अच्छी कविता। बधाई।
kathani aur karani me अंतर हो गया है ! mai to bharatiy hun !
बिलकुल सही कहा है आपने
आपकी इजाजत से मै मेरी एक कविता की कुछ पंक्तियों को यहाँ समर्पित करना चाहूँगा
*******************
हर कतरे पर फैले भ्रस्टाचार का
प्रतिकार हमें ही करना होगा
मै ये नहीं कहता की
कोई बदलाव एक दिन मे आ जायेगा
६४ सालो की गंदगी को धुलने मे
थोडा वक्त तो लग ही जायेगा
और हम जो आज पहला कदम बढ़ाएंगे
तभी कल एक अच्छा भारत बना पाएंगे
sawtantrata diwas aane wala hai...par abhi se aapne khun me garmi la di...bahut khub:)
देश भक्ति से ओत प्रोत रचना !
प्रेरक और ओजपूर्ण ...बहुत सुन्दर ...
Bahut positive attitude liye ...
हम सच में हिम्मत नहीं हारेंगे |
हम देश में क्रांति लायेंगे |
बहुत ही सुन्दर रचना आजकल जो हो रहा है उसके हिसाब से भी जागरूक करती हुई सुन्दर रचना |
आपकी मनोकामना पूर्ण हो .हम सब साथ हैं.
desh prem ko darshaati hui,nai kranti ki aasha liye hue saarthak aur khoobsoorat rachanaa.badhaai sweekaren.aabhaar.
हम भारत देश के बच्चे है
भारत की संतान कहलायेगे
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे
क्षमा चाहता हूँ , पर अब ऐसे लोगों का पैदा होना बंद हो गया है |
आज की कविता :
बर्गर पिज्जा खायेंगे , मूवी देखने जायेंगे
पैसे कम पड़ें तो कोई चिंता नहीं ,मौका मिला तो देश बेचकर पैसे लायेंगे
अति सुन्दर
हूँ सब चाहते है की क्रांति आए ..पर केसे ???
प्रभावी रचना ...... शुभकामनायें !
देश प्रेम की कविता धन्यवाद
देश सेवा कर देश को बड़ा बनायेगे .....
agar sab aisa sochne lage to kya baat !!!!
bahut acchi sooch...bahut umda rachna...mere blog par bhi ayen...apke comment ka intezar rehta hai...
हम भारत देश के बच्चे है
भारत की संतान कहलायेगे
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
बेहतरीन भावपूर्ण रचना के लिए बधाई।
jai hind
jai bharat
sundar bhavana !
bahut sundar bhavna, bhaiya aur utni hi sundar kavita.. :)
बहुत ही सुन्दर रचना आजकल जो हो रहा है उसके हिसाब से भी जागरूक करती हुई सुन्दर रचना |
सही समय पर आयी देशभक्ति से ओत प्रोत रचना
देश प्रेम से ओत प्रोत सुंदर रचना ।
bahut khoob bhai....
बहुत खूब ।
bahut badhiya.aise topics pe writing ki bhut jarurat hai.congratulation.
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे
bahut hi sundar rachna sanjayji....
राष्ट्रीय भाव जगाती विचारोत्तेजक रचना.जय हिंद-जय भारत.
प्रिय संजय भास्कर जी
बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति| धन्यवाद |
जय हिंद |
काश ये अच्छी सोच कविता से निकलकर सीधे वास्तविक जीवन में प्रवेश कर जाती. भारतीयों को तो इंग्लिश बोलने और पाश्चात्य सभ्यता का कांटा चुभा है. इसका दर्द अंदर ही अंदर उन्हें खाए जा रहा है उन्हें पता भी नहीं. काश हम सभी को भारतीय होने पर वाकई गर्व हो पाता.
काश ये अच्छी सोच कविता से निकलकर सीधे वास्तविक जीवन में प्रवेश कर जाती. भारतीयों को तो इंग्लिश बोलने और पाश्चात्य सभ्यता का कांटा चुभा है. इसका दर्द अंदर ही अंदर उन्हें खाए जा रहा है उन्हें पता भी नहीं. काश हम सभी को भारतीय होने पर वाकई गर्व हो पाता.
सुंदर विचार..!!!
jai hind...
संजय भास्कर
इस धरा पर |
हम से बढ़कर कौन ?
पर हम रहा करते मौन |
मौन हमारी कमजोरी नहीं
आदत है |
भारत-भूमि पर बदनीयतों का
भी करते स्वागत है ||
हम भारत के सच्चे बच्चे
अच्छे बच्चे ||
SANJAY SIR BAHUT HI ACHI RACHNA LIKHI HAI. .DIL ME JOSH BHAR JATA HAI ESI RACHNAYE PADHKAR. . . BAHUT KHUB. . . .
VANDE MATRAM
VANDE MATRAM
VANDE MATRAM
VANDE MATRAM
VANDE MATRAM
JAI HIND JAI BHARAT
देश भक्ति से ओत प्रोत रचना !
ऊर्जावान सुन्दर अभिव्यक्ति ...
कर्तव्यों के प्रति सचेत करती पंक्तियाँ......
हार्दिक बधाई.
शुभकामनाएँ !
dhanyavaad sanjay ji, meri kavita waha tak pahuchane ke liye!!
देशप्रेम से ओत-प्रोत सुन्दर रचना....
आप का ह्र्दय से बहुत बहुत
धन्यवाद,
ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया.
मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए और बहुमूल्य टिपण्णी देने के लिए
हम अपने देश में नई क्रांति लायेगे ,
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
देशप्रेम की भावना से भरी हुई प्रेरक रचना...
जागरूक करती हुई सुन्दर रचना |
व्यस्त होने के कारण
बहुत देर से पहुँच पाया ....संजय जी
भावपूर्ण शिक्षाप्रद अभिव्यक्ति.. :) भास्कर भाई, क्रांति तो आएगी, आखिर परिवर्तन ही संसार का नियम है..
लीजिये ये २० वीं बार आपका टिप्पणियों का शतक पूरा हो रहा है.
बधाई बधाई बधाई.और ये रहा १०० वां कमेन्ट.
aapke blog par comments ke to shatakon ki dhoom hai hamara to half century bhi shayad hi kabhi kar paye,hahaha...
vese aapne bahut dil se likha hai desh ke liye jazba to sabke paas hota hai bt shabd aap waqt nikal kar laaye accha laga.
आज एसी रचनाओं की बहुत ही आवश्यकता है
हम भारतीय है भारतीय कहलायेंगे...........!
behad sunder sach.......
सुन्दर प्रेरणादायक प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
संजय जी -रोमांचित कर देने वाला देश भक्ति से पूर्ण गीत -बधाई
शुक्ल भ्रमर ५
भ्रमर का दर्द और दर्पण
हम भारत देश के बच्चे है
भारत की संतान कहलायेगे
भारत देश की अखंडता के लिए
अपना सर्वस्त्र लुटायेगे
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