28 अक्तूबर 2014

..... कुछ रिश्ते अनाम होते है :)


कुछ रिश्ते अनाम होते है 
पर वो रिश्ते
दिल के करीब होते है 
अनाम होने पर भी रिश्ते 
कायम रहते है !
पर जब भी उन्हें नाम देने 
की कोशिश की जाती है !
तो जाने क्‍यूँ 
वो रिश्ते लड़खड़ाने लगते है 
नाम से रिश्ते तो बन्ध जाते है !
पर बेनाम आगे बढ़ते जाते है 
न कोई बंधन और न ही कोई सहारा 
सच्ची मुस्कान लिए होते है 
अनाम रिश्ते !
सभी बन्धनों से मुक्त ,
बिना किसी सहारे के लम्बी दूरी तक 
साथ निभाते है अनाम रिश्ते ! 
हमेशा दिल के पास होते है 
ये अनाम रिश्‍ते 
अपनेपन का नाम साथ लेकर ही
बस खास होते है !

 ( C ) संजय भास्कर


44 टिप्‍पणियां:

Anita ने कहा…

तभी तो कहा है गुलजार ने..प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो..रिश्तों का अंजाम न दो...

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

बहुत सुंदर रचना सुंदर भाव ।

Darshan jangra ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी है और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा - बुधवार- 29/10/2014 को
हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः 40
पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया आप भी पधारें,

शिवनाथ कुमार ने कहा…

रिश्तों में जब अपनापन हो तो उसे किसी नाम की क्या जरुरत ....
सच्चे रिश्तों को बखूबी उकेरा है आपने

बेनामी ने कहा…

सच एकदम और लिखने का रिस्ता सब्दो से बेहद सुन्दर रचना संजयभाई

बेनामी ने कहा…

सच एकदम और लिखने का रिस्ता सब्दो से बेहद सुन्दर रचना संजयभाई

सविता मिश्रा 'अक्षजा' ने कहा…

बहुत सुन्दर ....बात भी सच्ची

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' ने कहा…

सुन्दर भावपूर्ण रचना.....आपको बहुत बहुत बधाई...
नयी पोस्ट@आंधियाँ भी चले और दिया भी जले
नयी पोस्ट@श्री रामदरश मिश्र जी की एक कविता/कंचनलता चतुर्वेदी

Asha Lata Saxena ने कहा…

बहुत सही बयां करती रचना प्यारे से अनाम रिश्तों के नाम |बहुत भावपूर्ण रचना |

Arun sathi ने कहा…

प्रेम से बढ़ कर कुछ नहीं..बोलती कविता..

प्रतिभा सक्सेना ने कहा…

हर रिश्ते को नाम देना संभव नहीं क्यों कि सभी को एक सीमित परिभाषा में नहीं बाँधा जा सकता !

सदा ने कहा…

वाह ...बेहतरीन प्रस्‍तुति

दिगम्बर नासवा ने कहा…

प्यार को प्यार ही रहने गो कोई नाम न दो ...
आशीर्वाद का ये गाना याद आ गया आपकी खूबसूरत नज़्म पढने के बाद संजय जी ... रिश्ते करीब होने चाहियें ... नाम की जरूरत पड़े तो वो रिश्ता ही क्या ...

मेरा मन पंछी सा ने कहा…

कितनी सुन्दर शब्दों में अनाम रिश्ते की खूबसूरती को बयां किया है .. रिश्तों में प्यार को रहने दो ,, नाम के लिए रिश्ते मोहताज नहीं.... बहुत ही सुन्दर, प्यारी रचना... :-)

Sadhana Vaid ने कहा…

ये अनाम रिश्ते ही सबसे खूबसूरत और मज़बूत होते हैं ! बहुत सुन्दर एहसास !

Rewa Tibrewal ने कहा…

sach kaha sanjay....bahut khubsoorati say bayan kiya anam rishton ko....ye rishte anam hote hue bhi bahut majboot hote hain....sundar sarthak rachna

Parul Chandra ने कहा…

बहुत सुंदर। रिश्ते एसे ही होते हैं।

Unknown ने कहा…

Bahut sunder bhaaw hai rachna ke.. Sahi kaha anaam rishtey naami rishto se jyaada kareeb ho jaate hain..dil ke pass... Umda abhivyakti !!

virendra sharma ने कहा…

अनाम में भी नाम छिपा है भाई।

संध्या शर्मा ने कहा…

सचमुच बड़े मज़बूत होते हैं ये अनाम रिश्ते ...लाज़वाब रचना

Sanjay Kumar Garg ने कहा…

प्यार को प्यार ही रहने गो कोई नाम न दो ...
सुन्दर अभिव्यक्ति संजय जी! धन्यवाद!
धरती की गोद

Kailash Sharma ने कहा…

अनाम रिश्ते ही जीवन का संबल होते हैं..रिश्तों की सच्चाई को बहुत प्रभावी ढंग से चित्रित किया है...

मन के - मनके ने कहा…

संजय जी,बहुत ही सुंदर-सत्य-शुभ विवेचन किया अ-नाम रिश्तों का.
मैं भी ऐसे कितने अ-नाम रिश्तों को जी रहूं हूं.

प्रभात ने कहा…

जी बहुत अच्छी अभिव्यक्ति.........बिलकुल दिल की बात ..........मुझे भी कुछ लिखने को प्रेरित कर दिया आपने ...............आभार!

Unknown ने कहा…

अच्छी रचना
आपके ब्लाँग पर पहली बार आया हूँ।

Himkar Shyam ने कहा…

ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति…

Satish Saxena ने कहा…

बहुत खूब संजय , मंगलकामनाएं !!

Jyoti Dehliwal ने कहा…

पर जब भी उन्हें नाम देने
की कोशिश की जाती है !
तो जाने क्‍यूँ
वो रिश्ते लड़खड़ाने लगते है
बहुत खूब...

ओंकारनाथ मिश्र ने कहा…

सच लिखा है.

कविता रावत ने कहा…

कुछ रिश्ते बेनाम ही अच्छे होते हैं ...
बहुत बढ़िया रचना ..

कविता रावत ने कहा…

कुछ रिश्ते बेनाम ही अच्छे होते हैं ...
बहुत बढ़िया रचना ..

Vandana Sharma ने कहा…

Lovely poem depicting the unsaid, unheard melodies.............

Prashant Suhano ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना.. रिश्तों की खूबसूरती को बहुत ही अच्छे से व्यक्त किया है आपने...
:)

अजय त्यागी ने कहा…

यहाँ शायद किसी खास रिश्ते की बात हो रही है वरना रिश्तों के नाम ही तो वे लक्ष्मण रेखाऐं होतीं हैं जो प्रतिपल हमें हमारी मर्यादाओं का स्मरणकरातीं रहतीं हैं।

Amrit Sinha ने कहा…

A very heartfelt presentation :-)

Yogi Saraswat ने कहा…

कुछ रिश्ते बेनाम ही अच्छे होते हैं
बहुत बढ़िया रचना, श्री संजय जी

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

sanjay ji..

aap mere blog tak pahunche aur rchnaa ko srahaa....uske liye tah e dil se shukriya,..

samy ki kmi aur jiwan ki bhaagdoudi kuh yun he ki ab.,...smay mujhse aage bhaagtaa he aur main uske piche piche...isii bhagadoudi me....apne blog tak pahunchnaa mushkil ho jata he...pr jab kabhi main ussse kuch kadam aage pahunch jaati hun...to yahaan aa jaati hun aur kuch likh leti hun....
aapki sraahnaa...bahut sukhad ehsaas deti he...aur preerit krti he ki main kuch aur tez bhaagun taaki ..yhaan aksr aati rahun


aapka lekhan bahut hi khoobsurat he..:)

Vikram Pratap Singh ने कहा…

कुछ रिश्ते बेनाम ही अच्छे होते हैं .... bahut hi umda krati.

latA chunnU ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
latA chunnU ने कहा…

बेहद सुन्दर रचना।
नाम से क्या फर्क पङता है
जब हर रिश्ता हर पल संग रहता है।

nayee dunia ने कहा…

बहुत बढ़िया ...
नव वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं!!

Yogi Saraswat ने कहा…

वो रिश्ते लड़खड़ाने लगते है
नाम से रिश्ते तो बन्ध जाते है !
पर बेनाम आगे बढ़ते जाते है
न कोई बंधन और न ही कोई सहारा
सच्ची मुस्कान लिए होते है
अनाम रिश्ते !
एकदम बढ़िया

Unknown ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना.. रिश्तों की खूबसूरती को बहुत ही अच्छे से व्यक्त किया है आपने

Meena Bhardwaj ने कहा…

सम्बन्धों की सच्चाई बयान करती खूबसूरत रचना‎ .