04 अप्रैल 2010

इस देश में अतंकवादियो क्या है तुम्हारा



इस देश में अतंकवादियो क्या है तुम्हारा ,
यहाँ  से चले जाओ अब ये देश हमारा है |
सुला देंगे हम तुम्हे नींद सुकून की ,
तुम्हे खत्म  करना ही हमारा नारा है |
हमारे दिल के भाई को तुम्हारे दिल में बसा देंगे ,
तुम्हे ही क्या हम तुम्हारी हस्ती को मिटा देंगे |
बहुत दिने से सह रहे है यातनाए तुम्हारी ,
इस देश की भूमि पर पाँव रखते ही मिटा देंगे |
तुम्हारे दिए हुए दुखो को हम खुशियो से भुला देंगे ,
अब हम अपने देश के  जख्मो पर मरहम लगा देंगे |
उन मासूमो का खून बहाने वालो को हम टोक देंगे ,
हमारे दुस्मानो को हम सरहद के पार ही रूक देंगे |

.......संजय भास्कर........


एक नयी शुरुआत ......


एक नई शुरुआत
मै संजय भास्कर  पुरानी यादें बीते हुए पल  नाम से नए ब्लॉग की शुरुआत की जा रहा हूँ  |
इस ब्लॉग पर हर दिन किसी न किसी ब्लॉग मित्रो की रचनाये प्रकशित  करूँगा
जिन्हें हमारी नज़रे नहीं देख पाई और इसी बहाने पुरानी यादें फिर से ताजा होगी   
इसके लिए कई ब्लॉग मित्रो से मैंने इजाज़त भी ले ली है | इसके लिए
..आप सभी  के आशीर्वाद की ज़ुरूरत है
.बहुत बहुत धन्यवाद