15 जून 2010

छोटे मांगे तो भीख बड़ा मांगे तो चंदा है ........!!

 लोकल बस से उतरते ही 
जैसे 
हमने एक दोस्त से माचिस मांगी ,
हाथ बढ़कर ,
कर देख रहा था एक भिखारी 
उसने भी हाथ पसार दिए 
हमने भाषण झाड़ते हुए कहा
' भीख मांगते हुए शर्म नहीं आती ' ?
वह बोला ....
मगर भिखमंगा तो यहाँ हर एक बंदा है |
 आपको आई थी क्या बाबु जी  ,
माचिस मांगते हुए 
माँगना तो हमारे देश का ,
केरेक्टर है,
जो जितनी सफाई से मांगे ,
वह उतना ही बड़ा 
एक्टर है |
सच तो यह है बाबू जी 
छोटे मांगे तो भीख बड़ा मांगे तो चंदा है ?
भीख माँगना ही आज राजनीतिज्ञों का धंधा है |


65 टिप्‍पणियां:

Dev ने कहा…

बिल्कुल सही लिखा आपने .....आज यही हाल है ...

M VERMA ने कहा…

बहुत ज़बरद्स्त और तीक्ष्ण कटाक्ष है
बहुत सुन्दर
यही चरित्र है इस देश का

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

बढ़िया !
एक और आखिरी लाइन मेरी तरफ से जोड़ दीजिये ;
मगर भिखमंगा तो यहाँ हर एक बंदा है !

एक बात और; माँगना तो हमारे देश (का ) में शायद का छूट गया !

Shekhar Kumawat ने कहा…

bahut khub

कडुवासच ने कहा…

... जोर का झटका धीरे से ... बहुत खूब ... छा गये संजय जी !!!

संजय भास्‍कर ने कहा…

jo hukam godiyal ji
aaki di line jod di hai...


sanjay bhaskar

shikha varshney ने कहा…

वाह बहुत बढ़िया सटीक..और गोदियाल जी की पंक्ति ने पूर्ण कर दी रचना .

दिलीप ने कहा…

waah bada sahi kataksh kiya sanjay ji...

kshama ने कहा…

Nirikshan to sahi hai...waise,ant me bheekh aur chandaa,dono peechhe rah jate hain...samay aage badh jata hai!

Unknown ने कहा…

वर्तमान परिवेश की यथार्थवादी सटीक अभिव्यक्ति..तीक्ष्ण व्यंग्य जो तिलमिलाने पर मजबूर कर दे.....और हर कोई भिखमंगा...संवेदना से भरपूर कथन...बधाई।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

सच है ... माँगना तो हमारा अधिकार है .. जितन बाद कर्ज़दार उतन बड़ा इंदुस्ट्र्लिस्ट ....

IMAGE PHOTOGRAPHY ने कहा…

DESH KA HAL UKER KAR RKHA DIYA
HAI

दीपक 'मशाल' ने कहा…

अच्छी कविता लिखी संजय..

Asha Lata Saxena ने कहा…

आपने बहुत सही लिखा है |
"छोटा मांगे तो भीख ,बड़ा मांगे तो चन्दा है "
बधाई
आशा

माधव( Madhav) ने कहा…

true question???

EKTA ने कहा…

very well said..its reality
hats off to u sanjay ji..
bahut achha likhte hain aap.

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

संजय भाई, कर ही दिया सम्मिलित तो उसे वह बोला .... के नीचे लगाओ !

Saumya ने कहा…

truly said!

डॉ टी एस दराल ने कहा…

अच्छा कटाक्ष है ।

सूर्य गोयल ने कहा…

श्री मान जो लिखा वो तो इतना सहरानीय है की मेरे पास शब्द ही नहीं है लेकिन इस कविता के लिए आपका विचार ही इतना लाजवाब है की बस इतना ही कहूँगा की जबरदस्त. इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है की ये कटाक्ष है या वर्तमान परिस्थिति. मई आपको यह तो नहीं कहूँगा की मेरी भी पंक्ति जोड़े लेकिन गुफ्तगू करता हूँ तो कर रहा हूँ.

सच तो यह है बाबू जी
छोटे मांगे तो भीख बड़ा मांगे तो चंदा है
भीख माँगना ही आज राजनीतिज्ञों का धंधा है.

कभी समय निकाल कर मेरी गुफ्तगू में भी शामिल हो तो अच्छा लगेगा.

रश्मि प्रभा... ने कहा…

sachchi baat hai ye

girish pankaj ने कहा…

teekhaa vyangya hai sanjay. badhai...

nilesh mathur ने कहा…

बहुत सुन्दर!

Unknown ने कहा…

आपने बहुत सही लिखा है |

Unknown ने कहा…

आपने बहुत सही लिखा है |

Unknown ने कहा…

सच है ... माँगना तो हमारा अधिकार है ..

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

संजय जी बहुत सरल शब्दों में बड़ी कह ड़ी आपने .. सुंदर रचना

संजय भास्‍कर ने कहा…

Dhanyawaad
सूर्य गोयल ji
kavita to dhardaar banae ke liye
aapki line ko shamil kar liya gya hai..
भीख माँगना ही आज राजनीतिज्ञों का धंधा है.

Unknown ने कहा…

अच्छा कटाक्ष है ।

Unknown ने कहा…

बहुत ज़बरद्स्त ..........

स्वप्न मञ्जूषा ने कहा…

kavita chhoti hai lekin baat badi...
ismein kya shaq bade mangte hain to use DONATION kahte hain...aur chhote mange to bheekh..
bahut teekha prahaar hai..
shaabaash...!!

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार ने कहा…

संजयजी
सार्थक कविता के लिए बधाई !

- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं

दिनेशराय द्विवेदी ने कहा…

बधाई मेरी ओर से भी, इतनी बधाइयाँ पाने के लिए।
लेकिन कविता अभी शुरू नहीं हुई, यह उस की भूमिका है। वह तब आरंभ होगी जब सोचा जाएगा कि ऐसा क्यों है?

Unknown ने कहा…

lena dena to apne desh ki parampara hain..aur garibo ko niche dikahan bhi...we all knw ..it wont go...

Dev K Jha ने कहा…

जबरदस्त लिखा है भाई।
अपना अपना चरित्र है... हम्माम में सारे नंगे हैं।
अच्छी प्रस्तुति.

मुकेश "जैफ" ने कहा…

shaayd aapane ek sachchai ko sabhi ke saamane beparda kar diya. thankyou

अनुराग मुस्कान ने कहा…

...कटुसत्य!!

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

सटीक कटाक्ष

शोभना चौरे ने कहा…

bahut achha
tumhara khoo khoon
hmara khoon pani ?

आचार्य उदय ने कहा…

आईये जानें ..... मैं कौन हूं !

आचार्य जी

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

बहुत जोरदार कटाक्ष है ।

वाणी गीत ने कहा…

छोटा मांगे तो भीख ...
बड़ा मांगे तो चंदा है ...
सत्य वचन ...

arvind ने कहा…

माँगना तो हमारे देश का ,
केरेक्टर है,
जो जितनी सफाई से मांगे ,
वह उतना ही बड़ा
एक्टर है |
......जोरदार कटाक्ष

Palak.p ने कहा…

badhiyaa ..

Amit Kumar Sendane ने कहा…

bhaiya aapne toh deewaana bana diya............bahut badhiya........

निर्मला कपिला ने कहा…

सच तो यह है बाबू जी
छोटे मांगे तो भीख बड़ा मांगे तो चंदा है ?
कटु सत्य संजय कमाल कर दिया । बधाई

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बहुत सुन्दर कविता ।

चन्द्र कुमार सोनी ने कहा…

बहुत बढ़िया और करारा कटाक्ष किया हैं आपने.
मैं कई ब्लॉग लिखने वाले लोगो को जानता हूँ, लेकिन जैसा और जिस प्रकार का कटाक्ष आप करते हैं, वैसा कोई नहीं करता.
आपके विचार, आपकी सोच, बहुत अच्छी हैं जिसे आप ब्लॉग के माध्यम से पैना/धारदार कर रहे हैं.
बहुत बढ़िया, लगे रहिये.
धन्यवाद.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM

वीरेंद्र सिंह ने कहा…

Very good again. This is a bitter truth of our society.

संजय भास्‍कर ने कहा…

धन्यवाद ,

Devsh ji @ M Verma ji @ Pc Godiya ji @ Shekhar bhai @ Uday ji @ Shikha didi @ Daleep ji @ kshama ji @ Umed gotwal ji @ Digamber Naswa ji @ Dhiraj shah ji @ Deepak masaal ji @ Asha ji @ Madhav @ Ekta ji @ Saumya ji @ TS Daraal ji @ Surya goyal ji @ Sonal di @ Manoj ji @ Rasim Mummy ji @ Girish pankaj ji @ Nilesh ji @ Karan bhai @ Arun ji @ Amit ji

मैं आप सभी का का दिल से आभारी हूँ और आशा करता हूँ आप अपना आशीर्वाद बनाये रखेंगे.
इसी तरह समय समय पर हौसला अफज़ाई करते रहें !

धन्यवाद
संजय भास्कर

संजय भास्‍कर ने कहा…

धन्यवाद ,

Ada didi @ Rajender ji @ Dinesh divedi ji @ Rahul ji @ Dev bhai @ Mukesh meena ji @ Anuraj muskan ji @Sangeeta ji @ Shobhana ji @ Acharya ji @ Pramjeet bali ji @ Vani di @ Arvind ji @ Palak ji @ Amit bhai @ Sanjay bhai @ Nirmla kapila mummy ji @ Parveen pandy ji @ Chander soni ji @ Smart indian ji @ Virender chuhan ji
मैं आप सभी का का दिल से आभारी हूँ और आशा करता हूँ आप अपना आशीर्वाद बनाये रखेंगे.
इसी तरह समय समय पर हौसला अफज़ाई करते रहें !

धन्यवाद
संजय भास्कर

संजय भास्‍कर ने कहा…

bhikh mangne walo ki kami nahi hai des me
tarike alag alag hai..

sanjay bhaskar

Sulabh Jaiswal "सुलभ" ने कहा…

चरित्र उजागर करती रचना.
--

देर सबेर तो चलता रहता है. सबको पढने की कोशिश जरुर करता हूँ.

pragya ने कहा…

बिल्कुल सही लिखा...इस बात पर कभी ध्यान नहीं गया था..सचमुच यहाँ माँगते तो सभी हैं..

ज्योति सिंह ने कहा…

ye to sach hai .sundar

Shah Nawaz ने कहा…

सच्चाई को व्यक्त करती हुई एक बेहतरीन रचना! बहुत खूब!

हर्षिता ने कहा…

अच्छा व्यंग है मेरे भाई।बहुत बढिया।

आदेश कुमार पंकज ने कहा…

बहुत करारा व्यंग ,
कमाल कर दिया आपने

Unknown ने कहा…

जबरदस्त लिखा है भाई।

Netra ने कहा…

bahut khubsurat hain aapka bhi blog aapki coment ke liye me bahut aabhari hu
tatha
aap to muzse b bahut aatcha likhate he. aap ki kavita me yatharth ki zalak milati he....

संजय भास्‍कर ने कहा…

धन्यवाद ,

Sulabh ji @ Pargya ji @ jyoti ji @ Shah Nawaz @ Harshita di @ Aadesh Pankaj ji @ Bhushan ji @ Netra ji
मैं आप सभी का का दिल से आभारी हूँ और आशा करता हूँ आप अपना आशीर्वाद बनाये रखेंगे.
इसी तरह समय समय पर हौसला अफज़ाई करते रहें !

धन्यवाद
संजय भास्कर

kunwarji's ने कहा…

khatarnaak hai ji...

kunwar ji,

SANSKRITJAGAT ने कहा…

उत्‍तमभावानामभिव्‍यक्ति:


शोभनम्

Unknown ने कहा…

bahut achha

from
sunita bhaskar
indore