snjay bhaai tqdir ki baat he jo tqdir ke chlte mene aapki tqdir ki rchnaa pdh li ab mujhe meri tqdir yadd aa gyi ke mene kuch alfaazon men smundr se bhi geri or aasmaan ki bulndiyon se bhi unchi baat sikh li he bdhaayi ho dhnyvaad aapke hr lekhn men desh ki schchi tsvir or sikh shaamil he kuch alfaazon men itnaa bdhaa kaam koi kese kr sktaa he kbhi men sochtaa hun fir sochtaa hub snjay bhaai ki tqdir he jo voh aesaa kr skte hen. akhtar khan akela kota rajsthan
aapki is rachna se logo ko bahut hi prerna milegi, jo log takdeer ke bharoshe rah jate hain aur bahut pachhtate hain ki takdeer me nahi tha to kaise pate, unhe is post se kafi prerna milegi .
बहुत कम शब्दों में आपने बड़ी बात कह दी हैं. इंसान को कभी भी निराश-हताश नहीं होना चाहिए. जब भी निराशा-हताशा हावी होने लगे तो ये सोचकर मन को शांत कर लेना चाहिए कि--"हमसे भी अधिक पीड़ित, कष्टप्रद स्थिति में और भी बहुत से लोग हैं या हम अकेले नहीं हैं." बहुत कम शब्दों में बहुत बढ़िया लिखा हैं आपने. धन्यवाद. WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
kya baat kahi hai sanjay bhai...
जवाब देंहटाएंsnjay bhaai tqdir ki baat he jo tqdir ke chlte mene aapki tqdir ki rchnaa pdh li ab mujhe meri tqdir yadd aa gyi ke mene kuch alfaazon men smundr se bhi geri or aasmaan ki bulndiyon se bhi unchi baat sikh li he bdhaayi ho dhnyvaad aapke hr lekhn men desh ki schchi tsvir or sikh shaamil he kuch alfaazon men itnaa bdhaa kaam koi kese kr sktaa he kbhi men sochtaa hun fir sochtaa hub snjay bhaai ki tqdir he jo voh aesaa kr skte hen. akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंbilkul sahi kaha hai..
जवाब देंहटाएंnirash hona bhi nahi chaiyeee
प्रेरणादायी पंक्तियां।
जवाब देंहटाएंलोगो को भी प्रेरणा मिल सकती हैं आपकी इस पोस्ट से.
बहुत बढ़िया........
Haan...! Shayad ye lakeeren mathe pe nazar aati hon...Taqdeer kuchh to tay hoti hai...
जवाब देंहटाएंek dum sahi baat hai............
जवाब देंहटाएंप्रेरणादायी पंक्तियां।
जवाब देंहटाएंwah wah wah wah
बहुत सुन्दर भाव |बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत सुन्दर भाव और सकारात्मक सोच ।
जवाब देंहटाएंsanjay ji itne prernadayak rachne ke liye bahut 2 badhai aapko.......
जवाब देंहटाएंaapki is rachna se logo ko bahut hi prerna milegi, jo log takdeer ke bharoshe rah jate hain aur bahut pachhtate hain ki takdeer me nahi tha to kaise pate, unhe is post se kafi prerna milegi .
जवाब देंहटाएंप्रेरक ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुखद अनुभूति सकरात्मक सोच और प्रेरणा
जवाब देंहटाएंवाह बेटा बहुत सुन्दर पँक्तियाँ हैं इन्सान को अपने कर्म पर विश्वास करना चाहिये। बधाई
जवाब देंहटाएंbahut badita...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर..प्रेरक.
जवाब देंहटाएं***************************
'पाखी की दुनिया' में इस बार 'कीचड़ फेंकने वाले ज्वालामुखी' !
wow!!this is so touching:>:>so wonderful..keep it up!!!
जवाब देंहटाएंबहुत कम शब्दों में आपने बड़ी बात कह दी हैं. इंसान को कभी भी निराश-हताश नहीं होना चाहिए. जब भी निराशा-हताशा हावी होने लगे तो ये सोचकर मन को शांत कर लेना चाहिए कि--"हमसे भी अधिक पीड़ित, कष्टप्रद स्थिति में और भी बहुत से लोग हैं या हम अकेले नहीं हैं."
जवाब देंहटाएंबहुत कम शब्दों में बहुत बढ़िया लिखा हैं आपने.
धन्यवाद.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
हाथो की लकीरों पर यकीन मत करना ,
जवाब देंहटाएंतक़दीर तो उनकी भी होती है
जिनके हाथ नहीं होते |
....vah, kyaa baat kahi hai.
beautiful and inspiring!
जवाब देंहटाएंRight....Bilkul theek kaha hai aapne.
जवाब देंहटाएं"तकदीर तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते ,
जवाब देंहटाएंभला क्यों न हो....."आदत जो होती है उन्हे मुसकुराने की "
bahut hi sundar...
जवाब देंहटाएंप्रेरणात्मक प्रस्तुति, आभार ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सकारात्मक सोच और प्रेरणादायी पंक्तियां ........
जवाब देंहटाएंवाह ... क्या कमाल की बात लिखी है ... बहुत खूब ... every one has the luck ...
जवाब देंहटाएंबहुत कम शब्दों में बहुत बढ़िया लिखा हैं आपने संजय जी।
जवाब देंहटाएंक्या बात है ,
जवाब देंहटाएंतकदीर तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नही होते ।
जबरदस्त ।
bahut acha sanjay..
जवाब देंहटाएंcheck my new site...
www.kavyalok.com
here also u people can post your poems...
प्रेरणात्मक प्रस्तुति, आभार
जवाब देंहटाएंnamskar sanjay bhaiya
जवाब देंहटाएंsunita didi
nirash hona bhi nahi chaiyeee
जवाब देंहटाएंबहुत कम शब्दों में बहुत बढ़िया लिखा हैं आपने.
जवाब देंहटाएं.... behatreen !!!!
जवाब देंहटाएंJiyo!
जवाब देंहटाएंसंजय अंकल राम राम ..... आप मेरे सबसे प्यारे अंकल हैं।
जवाब देंहटाएंसंजय अंकल राम राम ..... आप मेरे सबसे प्यारे अंकल हैं।
जवाब देंहटाएंgood post
जवाब देंहटाएंvery inspirational !
जवाब देंहटाएंसंजय जी!...क्या खूब कही आपने.... बहुत बढिया!
जवाब देंहटाएंवापसी यात्रा का सुखद स्वागत . भास्कर फिर उदय हुआ .
जवाब देंहटाएंप्रेरणात्मक प्रस्तुति,
जवाब देंहटाएंइंसान को कभी भी निराश-हताश नहीं होना चाहिए
क्या बात है ,
जवाब देंहटाएंतकदीर तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नही होते ।
जबरदस्त
चिंतनीय और प्रेरक पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंकम शब्दों में बहुत बढ़िया लिखा हैं
जवाब देंहटाएंप्रेरणात्मक प्रस्तुति, आभार ।