अक्सर जब कभी मिल जाती है
पुरानी डायरी
तब लगभग हर उस शख्स के चेहरे पर
मुस्कराहट आ जाती है
जिसने कभी इस डायरी में
कुछ सपने संजोये होंगे !
डायरी में कैद होते है चंद खुबसूरत लब्ज,
कुछ बीती हुई यादें
कुछ ऐसी पंक्तियाँ
जिनमे में जिक्र होता है
कुछ पुरानी यादों का
हर उन खुबसूरत लम्हों का
तुम्हारी हँसी का
जो कैद होता है
डायरी के उन पन्नो में
ऐसा हर याद का जिक्र जो
समय के साथ धुँधली याद बन गई है !!
और आज नजर गई जब
उस डायरी पर
तब एक लम्हे में जिंदगी जी
लेने का अहसास
मुस्कुराहटें कुछ तस्वीरें
और कुछ अधूरी सी कवितायेँ
और बहुत कुछ बीते कल के बारे में
पुरानी यादों को ताजा कर गया !!
- संजय भास्कर
डायरी एक संग्रहालय बीते हुए लम्हों का.। रचना बहुत अच्छी लगी।
जवाब देंहटाएंसंग्रहालय से खोज कर लाना अच्छा लगता है , बधाई भास्कर जी
जवाब देंहटाएंbhawuk kar diya sanjay ji...
जवाब देंहटाएंप्रभावपूर्ण रचना...
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका स्वागत है।
बहुत खूब , मंगलकामनाएं आपको.....
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर, ऐसी रचना जो हमें भी अपनी डायरी के पन्ने पलटने को विवश कर दे।
जवाब देंहटाएंजाने कितनी ही यादें कैद होकर रह जाती हीं डायरी के पन्नों में .. कभी अचानक ही कैदी पर नज़र पड़ जाती है हमारी तो वे आज़ाद होकर सामने होते हैं हमारे और हम खो जाते हैं यादों में ..
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी रचना
यादें ही संजोयी होतीं हैं डायरी में, और दुबारासे उन गलियों में गुजरने से बहुत खुशी मिलती है।
जवाब देंहटाएंहर उन खुबसूरत लम्हों का, यहां से हर को हट जाना चाहिये या फिर लम्हों की जगह लम्हा हो। क्षमा चाहती हूँ इस धृष्टता की।
आप मेरे ब्लॉग पर मुद्दत के बाद आये, बहुत अच्छा लगा।
बहुत सुन्दर रचना संजय जी ! हर शब्द दाद का हकदार है ! बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया । अच्छी रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया । अच्छी रचना।
जवाब देंहटाएंखूबसूरत यादों से भरी, कुछ मीठे पल, कुछ ग़मगीन, मेरे जीने का सबूत, मेरी डायरी
जवाब देंहटाएंसही में, कई पुरानी यादें ताज़ा हो गईं... बेहतरीन लिखा है।
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत रचना या कहूँ चित्रण ,पढ़कर जैसे सभी चित्र, यादें जैसे सामने ही आ गए ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत रचना या कहूँ चित्रण ,पढ़कर जैसे सभी चित्र, यादें जैसे सामने ही आ गए ।
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूब
जवाब देंहटाएंदारी के पन्ने नहीं ये ज़िंदगी के फलसफे है , उलटते पलटते रहना चाहिए , अच्छी पंक्तियाँ बधाई संजय
जवाब देंहटाएंपुरानी डायरी हमारी यादों का हाथ पकड़ कर बीते पलों में ले ही जाती है । बहुत सुंदर ।
जवाब देंहटाएंपुरानी डायरी में दिल के राज होते हैं जो दिल से दिल तक ही रहते हैं ... ऐसे लम्हों में पूरा जीवन बिताया जा सकता है ....
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा आपने अक्सर जब कभी मिल जाती है
जवाब देंहटाएंपुरानी डायरीलगभग हर उस शख्स के चेहरे पर
मुस्कराहट आ जाती है
जिसने कभी इस डायरी में
कुछ सपने संजोये होंगे ! और मेरे पास तो इस तरह मुस्कुरातेने के एक नहीं कई बहाने हैंानी कईं पुरानी डायरियाँ है :-) बहुत ही सुंदर रचना डायरी लिखने वाले हर शख्स के मनोभावों का चित्रण करती है
वाह संजय जी
जवाब देंहटाएंकई यादें ताजा हो गईं
सुंदर रचना... बधाई
यहाँ भी पधारें
http://rajeevranjangiri.blogspot.in/
सच !! अक्सर डायरी के पुराने पन्नों को पढने पर यही होता है |
जवाब देंहटाएंसुंदर अऊर उत्कृष्ठ प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंखूबसुरत भावाभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंयादें ही जीवन है ... मंगलकामनाएं संजय !!
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना, भास्कर जी..
जवाब देंहटाएंएक नई दिशा !
क्या बोले अब ....बहुत कुछ होता है पुराने पन्नो में
जवाब देंहटाएंक्या बोले अब ....बहुत कुछ होता है पुराने पन्नो में
जवाब देंहटाएंअक्सर डायरी के पुराने पन्नों को पढने पर यही होता है |
जवाब देंहटाएंखुबसूरत .......,
जवाब देंहटाएं