25 अगस्त 2013

....... तभी तो हमेशा खामोश रहता है आईना !!

आप सभी साथियों को मेरा सादर नमस्कार काफी दिनों से व्यस्त होने के कारण ब्लॉगजगत को समय नहीं दे पा रहा हूँ पर अब आप सभी के समक्ष पुन: उपस्थित हूँ अपनी एक गजलनुमा रचना के साथ उम्मीद है आप सभी को पसंद आयेगी.................!!


अक्सर हमेशा कुछ कहता है आईना
तभी तो हमेशा खामोश रहता है आईना  !!

जो बातें छिपी है दिल के अन्दर 
उसे बाहर लाने में मददगार होता है आईना  !!

दीवानगी में दीवाने लोगो का दुःख
देखकर चुपचाप सहता है आईना  !!

जब कभी अकेले होता हूँ तन्हा
तन्हाई का सबसे बड़ा साथी है आईना !!

कहते है आईना दिखाता है जाल भ्रम का 
पर बार -बार टूट कर भी धडकता है आईना !!

@ संजय भास्कर 


51 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी दृष्टि से आईने को देखना अच्छा आगा!

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  2. उम्दा रचना
    बे-मिसाल कृति
    शुभकामना ...

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  3. वाह बहुत खूब .....कमाल का आईना

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  4. बेहद सुंदर .......प्रिय रचना ....तभी तो हमेशा खामोश रहता है आइना

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  5. सुन्दर प्रस्तुति।जो हो ,झूठ नहीं बोलता है आईना। आईने में सूरत देखी है अपनी शब्द प्रयोग यूं ही

    नहीं चल पड़ा होगा।

    सामने दर्पण के जब तुम आओगे ,

    अपनी करनी पर बहुत पछताओगे।

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  6. बढ़िया है भाई संजय-
    बधाइयां

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  7. आइना वाही रहता है .. चेहरे बदल जाते हैं .. :) बहुत बढ़िया !

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  8. sahi bat kah aaine ke madhay se ..lajvaab ...

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  9. आइना ही तो है जो कभी झूट नहीं बोलता -बहुत बढ़िया प्रस्तुति है

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  10. आइना ही तो है जो कभी झूट नहीं बोलता -बहुत बढ़िया प्रस्तुति है

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  11. खामोश रह कर भी बहुत कुछ कह जाता है आईना..

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  12. सुन्दर रचना संजय जी

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  13. कहते है आईना दिखाता है जाल भ्रम का
    पर बार -बार टूट कर भी धडकता है आईना !!

    बहुत ही लाजवाब, शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  14. खुबसूरत अभिवयक्ति..

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  15. वाह वाह !!! बहुत सुंदर गजल लिखी संजय जी,

    RECENT POST : पाँच( दोहे )

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  16. स्वागत है, सुन्दर रचना के साथ।

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  17. बहुत अच्छी लगी यह ग़ज़ल संजयजी

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  18. खामोश रहकर भी सब कह देता है आइना...
    बेहतरीन रचना...
    :-)

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  19. आइना पर सुंदर अभिव्यक्ति !!

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  20. कहते है आईना दिखाता है जाल भ्रम का
    पर बार -बार टूट कर भी धडकता है आईना !!

    लाजवाब, शुभकामनाएं.

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  21. बहुत बढ़िया.वाह -वाह बहुत अच्छी रचना .सादर नमन

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  22. अच्छा प्रयास है, जारी रखिये ...

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  23. जब कभी अकेले होता हूँ तन्हा
    तन्हाई का सबसे बड़ा साथी है आईना !!

    बहुत खूब ..

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  24. बहुत सुन्दर रचना संजय भाई..

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  25. हमारा दिल एक ऐसा ही आईना है
    बहुत सुन्दर !

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  26. बहुत ख़ूबसूरत है यह आईना...

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  27. कहते है आईना दिखाता है जाल भ्रम का
    पर बार -बार टूट कर भी धडकता है आईना ..

    बहुत लाजवाब शेर ... सच है एक चेहरे के अनेक चेरे बस आइना ही बना पाता है टूटने के बाद ... ओर हर चित्र में धड़कता है ...
    लाजवाब संजय जी ...

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  28. Quite a thought provoking read and beautifully written too.

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  29. वाह -वाह बहुत अच्छी रचना.........

    Mirror is true reflection....

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  30. बहुत कुछ कह जाता है आईना!

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  31. सुन्दर प्रस्तुति.
    अगर हम जिन्दगी को गौर से देखें तो यह एक कोलाज की तरह ही है. अच्छे -बुरे लोगों का साथ ,खुशनुमा और दुखभरे समय के रंग,और भी बहुत कुछ जो सब एक साथ ही चलता रहता है.
    http://dehatrkj.blogspot.in/2013/09/blog-post.html

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  32. जो बातें छिपी है दिल के अन्दर
    उसे बाहर लाने में मददगार होता है आईना !!
    nice lines

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  33. bahut hi khubsurat प्रस्तुति श्री संजय जी|

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  34. अक्सर हमेशा कुछ कहता है आईना
    तभी तो हमेशा खामोश रहता है आईना !!
    वाह …. लाज़वाब रचना .....

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  35. कमाल का आईना
    आपकी दृष्टि से आईने को देखना अच्छा आगा!

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  36. आईना वो हैं जो मन के दर्शन कराता हैं
    बधाई

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  37. आईना वो हैं जो मन के दर्शन कराता हैं
    बधाई

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  38. अक्सर हमेशा कुछ कहता है आईना
    तभी तो हमेशा खामोश रहता है आईना !!
    वाह …. लाज़वाब रचना ..

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- संजय भास्कर