हमारे चहेते प्राण साहब नहीं रहे पर....हम अलविदा नहीं कहेंगे...प्राण साहब हमेशा हम सब के दिल में रहेंगे !
बॉलीवुड के दिग्गज खलनायक और चरित्र अभिनेता प्राण का शुक्रवार रात निधन हो गया । प्राण ने छह दशक के फिल्मी करियर में 400 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया। इस अभिनेता को इसी साल भारतीय सिनेमा के शताब्दी
वर्ष में सरकार ने दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया था। खराब स्वास्थ्य की वजह से प्राण के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में शिरकत कर पाने में असमर्थ होने के कारण सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने खुद उनके घर जाकर उन्हें भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा था।
'जंजीर', 'राम और श्याम', 'उपकार', 'कश्मीर की कली', 'खानदान', 'हीर रांझा' में उनकी भूमिकाएं अब भी लोगों के जेहन में ताजा हैं। प्राण का अंतिम संस्कार शनिवार को दादर के शिवाजी पार्क में होगा।
12 फरवरी, 1920 को दिल्ली में जन्मे प्राण कृष्ण सिकंद ने अपने दौर के लगभग सभी नायकों के साथ खलनायक की भूमिका निभाई। दिलीप कुमार की 'राम और श्याम' के गजेन्द्र को यादकर आज भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं। हर फिल्म में उन्होंने खलनायकी का एक नया रंग भरा। लेकिन, जब मनोज कुमार ने 'उपकार' में उन्हें मस्त मौला मलंग की भूमिका दी तो उन्होंने अपनी ही छवि बदल दी। पहली बार निर्माता-निर्देशकों को लगा कि वे सहयोगी और चरित्र भूमिकाएं भी निभा सकते हैं। अमिताभ बच्चन की 'जंजीर' में उन्होंने शेर खान की यादगार भूमिका की। अमिताभ के ही शब्दों में प्राण ने हिंदी सिनेमा को अपनी कलाकारी से प्राण दिया।
प्राण ने बॉलीवुड की तीन सौ से अधिक फिल्मों में काम किया था। उनके संवाद अदायगी की शैली को लोग कभी नहीं भूल सकते हैं ।
इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में कई बार खलनायकों ने नायकों से ज्यादा नाम कमाया. प्राण भी उनमें से ही एक थे. अपने जानदार और ‘कातिलाना’ अभिनय से निगेटिव रोल में भी प्राण फूंकने वाले अभिनेता प्राण को हाल ही में दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया गया था।
अभिनेता प्राण को दशकों तक बुरे आदमी (खलनायक) के तौर पर जाना जाता रहा और ऐसा हो भी क्यों ना, पर्दे पर उनकी विकरालता इतनी रियल लगती थी कि लोग उसे ही उनकी रियल इमेज मानते रहे.
लेकिन रियल लाइफ में प्राण बेहद सरल और साधारण किस्म के इंसान थे।
इस महान कलाकार को विनम्र श्रद्धांजलि.....!!!
@ संजय भास्कर
प्राण साहेबजैसे कलाकार कई युगों के बाद पैदा होते हैं
जवाब देंहटाएंप्राण साहब को शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि .....!!!
जवाब देंहटाएंकसमे वादे प्यार वफ़ा ,बातें हैं बातों का क्या .....होगा मसीहा सामने तेरे फिर भी न तू बच पाएगा.....प्राण जी ने अपना पूरा जीवन सिने जगत को अर्पण किया ऐसा युग पुरुष हजारों सालों में जनम लेता है
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे
इस सज्जन खलनायक को शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि .
जवाब देंहटाएंप्राण सर को शत शत नमन... विनम्र श्रद्धांजलि .
जवाब देंहटाएंशत शत नमन
जवाब देंहटाएंनितांत दुखद पर इस संसार का नियम है, विनम्र श्रद्धांजलि.
जवाब देंहटाएंरामराम.
प्राण साहब का जाना सबो के लिए बहुत बड़ी क्षति है उन्हें सत सत नमन!!
जवाब देंहटाएंप्राण साहब का जाना सबो के लिए बहुत बड़ी क्षति है उन्हें सत सत नमन!!
जवाब देंहटाएंअच्छे अभिनेता और बेहतरीन इंसान....
जवाब देंहटाएंप्राण साहब को हमारे श्रद्धासुमन...
अनु
प्राण नीष्प्रान नहीं हुए,उनकी फिल्मे उनकी काया है जो शरिर त्याग अब उनकी अभिनीत चित्रों में दिखेगा ..........फिर भी हमारी श्रधांजलि
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि.... नमन
जवाब देंहटाएंप्राण साहब अच्छे अभिनेता और बेहतरीन इंसान थे,उनको मेरी विनम्र श्रद्धांजलि..
जवाब देंहटाएंRECENT POST : अपनी पहचान
प्राण साहब जैसा न कोई है और न कोई होगा ....
जवाब देंहटाएंवो एक ही थे ....
विनम्र श्रद्धांजलि..
हिंदी सिनेमा का प्राण -"प्राण साहब" को सत सत नमन -विनम्र श्रद्धांजलि.
जवाब देंहटाएंlatest post केदारनाथ में प्रलय (२)
प्राण साहब को विनम्र श्रद्धांजलि ! समसामायिक पोस्ट
जवाब देंहटाएंप्राण साहब को नमन ...
जवाब देंहटाएंउनको भुलाना इस पीड़ी को तो संभव नहीं होगा ...
nice expression
जवाब देंहटाएंबहुत बहुयामी प्रतिभा के धनी थे प्राण साहब।
जवाब देंहटाएंउन्हें शत शत नमन और विनम्र शराधांजलि।
shrdha suman..
जवाब देंहटाएंविनम्र शराधांजलि।
जवाब देंहटाएंप्राण साहब को श्रध्दांजली । वे सर्वश्रेष्ठ खलनायक थे और रहेंगे ।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुयामी प्रतिभा के धनी थे प्राण साहब
जवाब देंहटाएंप्राण साहब को शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि
प्राण साहब को विनम्र श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंएक अनोखे कलाकार का बहुत शानदार सार्थक जीवन परिचय
उत्कृष्ट प्रस्तुति
बधाई
विनम्र श्रद्धांजलि....
जवाब देंहटाएंअदायगी और भाव तो अपनी जगह थे ही, पर प्राण की आवाज़ के हम कायल हैं. आपका लेख बहुत ही ऊम्दा लगा.
जवाब देंहटाएंआपकी इस रचना को मैं फेसबुक पेज "मैं हिंदी भाषी हूँ" पर भी साझा कर रही हूँ. सूचनार्थ.
जवाब देंहटाएंमहान अभिनेता को श्रद्धांजलि..
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी सामयिक प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंप्राण साहब को विनम्र श्रद्धांजलि .
शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि .....
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि...
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति ।।।
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि...
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि...!!
जवाब देंहटाएंgreat actor...
जवाब देंहटाएंवाह ! शानदार प्रस्तुति . एक - एक शब्द का चयन बहुत ही खूबसूरती से किया गया है .बधाई .
जवाब देंहटाएंमेरा ब्लॉग स्वप्निल सौंदर्य अब ई-ज़ीन के रुप में भी उपलब्ध है ..एक बार विसिट अवश्य करें और आपकी महत्वपूर्ण टिप्पणियों व सलाहों का स्वागत है .आभार !
website : www.swapnilsaundaryaezine.hpage.com
blog : www.swapnilsaundaryaezine.blogspot.com
-स्वप्निल शुक्ला
RIP, he was a legend who entertained us for many years.
जवाब देंहटाएंनमन
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि ...
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंबढ़िया अपडेट एक बेहद की धनि प्रतिभा के महा - प्रयाण पर .शुक्रिया
NC BLOG
जवाब देंहटाएं