एहसासों को सहलाती हुई
शक्कर की तरह मीठी
एक कप चाय
जब कोई पूछता है
बड़े प्यार से
तो महज वो
दूध और चायपत्ती
को उबालकर बनी हुई एक कप चाय
नहीं होती
वो एक माध्यम होती है
एहसासों को सहलाने की
क्योंकि चाय के बहाने
साँझा होती है हम सब की
कुछ चीनी सी
मीठी यादें
कुछ चायपत्ती सी कड़वी
बातें.......
अपने कुछ
अनुभव,कुछ आशाएं
कुछ नयी उम्मीदें..?
और कुछ ही समय में
उस एक प्याली
चाय के साथ
बट जाते है
जिंदगी के वो पल
जो अक्सर अनकहे रह जाते है !!
- संजय भास्कर
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना शुक्रवार १५ नवंबर २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
चाय और जीवन के अनुभवों का संगम । बहुत खूब !! चाय जैसी तरोताजगी लिए खूबसूरत सी रचना ।
जवाब देंहटाएंbahut badhiya
जवाब देंहटाएंप्याली चाय की ...
जवाब देंहटाएंसचमुच कई बार बहुत कुछ पी लेता है इस प्याली के साथ इंसान ... बाँट लेता है बहुत कुछ अनकहा ...
गहरी रचना ...
बेहतरीन रचना
जवाब देंहटाएं.. ठंड की दस्तक और साथ में चाय से बनी कविता ..कभी,चायपत्ती संग कड़वी और चीनी संग मीठी कमाल की अभिव्यक्ति दी है आपने..
जवाब देंहटाएंचाय की खुशबु खींच लायी :) और क्या ज़ायकेदार मनलुभावनि रचना हैं बिलकुल चाय की तरह
जवाब देंहटाएंवही स्वाद और मिठास लिए
ढिढुरती ठंड में अदरक की चाय और आपकी चाय की कविता
वाह। . चाय की दीवानी की और से बधाई स्वीकार करें
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (15-11-2019 ) को "नौनिहाल कहाँ खो रहे हैं" (चर्चा अंक- 3520) पर भी होगी।
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिये जाये।
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
*****
-अनीता लागुरी 'अनु'
वाह!!संजय जी ,बहुत खूब !!चाय की बात ही निराली ...अलग ,अलग लोगों की अलग -अलग पसंद ..किसी को अदरक वाली भाए ,किसी को इलायची वाली 😊 मैंनें भी अभी चाय पर एक कविता लिखने की कोशिश की और अब पाया कि आपकी इस कविता से काफी मिलती -जुलती सी लग रही है ..अत: अब पोस्ट करने का इरादा छोड दिया । लगता है आप भी मेरी तरह चाय प्रेमी है ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर संजय भास्कर जी.
जवाब देंहटाएंचाय के बहाने रोमांस और शादियाँ भी हो जाती हैं, सरकारें बनती और गिर भी जाती हैं.
चाय पर चर्चा कितनी प्रसिद्ध है।
जवाब देंहटाएंकितने अहसास साझा हो जाते हैं
चाय या कॉफी के बहाने हम एक दूसरे को समझकर कितने करीबी बन जाते हैं।
निजता लिए एक खूबसूरत रचना।
मेरी कुछ पंक्तियां आपकी नज़र 👉👉 ख़ाका
जवाब देंहटाएंचाय के साथ
बट जाते है
जिंदगी के वो पल
जो अक्सर अनकहे रह जाते है !! बेहद खूबसूरत रचना
जी बिल्कुल सही कहा आपने। चाय एक बहाना है...एक दूसरे का हाल साझा करने का। ये मिलने का एक खूबसूरत बहाना है।
जवाब देंहटाएंचाय तो मुझे कुछ खास पसंद नहीं....लेकिन इसके इस खूबी से कभी कभी इसे पी लेता हूँ।
बेहतरीन रचना!!!
चाय के बहाने एक अच्छी कविता का सृजन .
जवाब देंहटाएंस्तुति हटावे, स्फूर्ति दिलावे सकल दर्द मिट जाए जगत में चाय बड़ी बलवान। ऐसी चाय पर बहुत ही सुंदर रचना,संजय भाई।
जवाब देंहटाएंअनमोल एहसास
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छा लिखा है ऐसे ही लिखते रहिए। हम भी लिखते हैं हमारे लेख पढ़ने के लिए आप नीचे क्लिक कर सकते हैं।
जवाब देंहटाएंMilk Benefits For Skin In Hindi
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पूरी रचना ही काबिले तारीफ है ,बधाई हो
जवाब देंहटाएंचाय तो मेल मिलाप का बहाना होता हैं असली वजह तो मिलना होता हैं और मजेदार लाइन्स के लिए आप मेरे ब्लॉग को चेक कर सकते हैं hindidarshan
जवाब देंहटाएंbahut achhi article likhi hai aapne
जवाब देंहटाएंashwagandha benefits in hindi
बहुत ही लाजवाब रचना
जवाब देंहटाएंचाय पर एक रचना मेरी भी पढ़ियेगा
https://sonamotu.blogspot.com/2020/12/blog-post_69.html
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