मेरी प्यारी बहना
आज मन कर रहा है कि मैं दू तुम्हे कुछ न कुछ
पर क्या दू है ही क्या पास मेरे
हूँ तो एक छोटा सा कवि
कविता ही है मेरे पास
दुआए ही दे सकता हूँ खुदा कि इच्छा से
जो रक्खे सदा तुम्हे खुश
तुम्हारे नए जीवन में ,
मेरी दुआ है तू भारती भारतीयता का सदा पालन करें |
तू जिस आँगन में जाये वहाँ सदा रौशनी फैलाये
धर्म करम मान मर्यादा से घर को सजाये ,
तेरे आँगन में सदा गुलाब खुशियों के महके
तू सबको अपनाये प्यार सभी बड़े बुजुर्गो का पाए |
येही दुआ है तेरे लिए मेरी तरफ से
निवेदन है तेरे चरणों में
बहना तू सदा मुस्कुराती रहे
खुदा से गुजारिश है
तेरे हिस्से के सारे गम मुझे मिले
हो मेरे हिस्से कि सारी खुशिया तेरी ,
तेरे हाथो में है अब लाज तेरे माता पिता भाइयो की |
बहना अपने नए घर जा कर हमे कभी न भुलाना ,
तेरे भाई की दुआ है तेरे लिए तेरी हर खुशी के लिए
अपनी जान भी न्योछावर कर देंगे |
............एक भाई का वादा है अपनी बहन से !
चित्र :- ( गूगल से साभार )
..........संजय कुमार भास्कर
..........संजय कुमार भास्कर
खुदा से गुजारिश है
जवाब देंहटाएंतेरे हिस्से के सारे गम मुझे मिले
हो मेरे हिस्से कि सारी खुशिया तेरी ,
एक भाई के अपनी बहन के प्रति शानदार और सार्थक उदगार.बधाई.
बहन को भाई से स्नेह और आशीर्वाद के सिवा क्या चाहिये। भाई बहन का प्यार बना रहे -- बहुत बहुत आशीर्वाद।
जवाब देंहटाएंsacxh kahu... aaj ankhe nam ho gayi ye kavita padhkar... aagey kuch nahi kah saktee... bahut badhiya Sanjay jee...
जवाब देंहटाएंबहन को और चाहिए ही क्या ? इससे अच्छी सौगात हो ही नहीं सकती |बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
बहना अपने नए घर जा कर हमे कभी न भुलाना ,
जवाब देंहटाएंतेरे भाई की दुआ है तेरे लिए तेरी हर खुशी के लिए
अपनी जान भी न्योछावर कर देंगे
full of innocence and love
जवाब देंहटाएंबड़े ध्यान से कविता को पढ़ गया हूँ. त्योहार पर बहन को बढ़िया उपहार देना मत भूलना संजय जी, इनका अपना महत्व है
जवाब देंहटाएंभाई बहन का प्यार बना रहे -- बहुत बहुत आशीर्वाद।
जवाब देंहटाएंgood message...good wishes for all sister..keep it up sanjay ..
जवाब देंहटाएंबहन जब ब्याह कर जाती है, तो एक भाई के दिल पर क्या गुजरती है वो एक भाई ही समझ सकता है । ना वो अपने मन की दुख़ किसी को बता सकता है, ना सबके सामने रो सकता है । बस मन ही मन अपने बहना के खुशी लिये खु़दा से दुआ माँगता है ।
जवाब देंहटाएंप्यारी बहिन के लिए बढ़िया शब्द भाव .... बढ़िया रचना प्रस्तुति.... बधाई
जवाब देंहटाएंबहन के लिए हर भाई के मन में दुआओं का अम्बार होता है. ऐसी ही कुछ दुआएं आपने यहाँ पर रख दिया है. शायद दिल का बस एक कोना ही लिखा गया है मगर फिर भी असरदार है!
जवाब देंहटाएंhttp://draashu.blogspot.com/2010/10/blog-post_25.html
Bhawnao ki bahut sunder abhivyakti
जवाब देंहटाएंभाई के जज्बातों को बहुत गहराई से उतारा है इस रचना में आपने संजय जी ...
जवाब देंहटाएंबहुत लाजवाब ...
.
जवाब देंहटाएंIt's a lovely poem . A beautiful gift to a sister from a wonderful brother like you Sanjay.
.
बहन भाई का रिश्ता भी कितना खुबसूरत होता है न .....दोनों के दिलों में एक दुसरे के लिए दुआओं का अपार सागर और एक दुसरे की ख़ुशी पर सब कुछ न्योछावर कर देने की चेष्ठा होती है , ऐसा ही भाव आपकी कविता में भी है .
जवाब देंहटाएंभाई बहन का यह स्नेह सदैव यू ही बना रहे ............शुभकामनाएँ
इससे सुन्दर सौगात और क्या होगी…………बहुत सुन्दर भावनायें।
जवाब देंहटाएंहूँ तो एक छोटा सा कवि
जवाब देंहटाएंकविता ही है मेरे पास
दुआए ही दे सकता हूँ खुदा कि इच्छा से
...sab kuchh to ho hi gayaa...our kyaa chaahiye...bahut badhiya post.
प्यारी बहिन के लिए बढ़िया शब्द भाव .... बढ़िया रचना
जवाब देंहटाएंहर भाई के मन के भावो को कविता मे उतारा है आपने
जवाब देंहटाएंबस और क्या कहूँ
भाई बहन का यह स्नेह सदैव यू ही बना रहे ............शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंsundar bhav
जवाब देंहटाएंअरे !!!भाई दूज को तो अभी १५ दिन बाकी हैं ये अग्रिम प्यार का उपहार था क्या ???? बहुत अच्छा लगा बहन के लिए भाई का प्यार
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण..
जवाब देंहटाएंवाह ..
जवाब देंहटाएंबहुत खूब !!
बहुत प्यारी दुआ है एक भाई की अपनी बहन के लिये ! इतनी निर्मल निश्छल दुआ असर ना करे हो ही नहीं सकता ! इतने कोमल मन का भाई ही बहन के लिये ईश्वर का सबसे बड़ा उपहार है ! सुन्दर रचना के लिये आभार एवं शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी दुआ है एक भाई की अपनी बहन के लिये ! इतनी निर्मल निश्छल दुआ असर ना करे हो ही नहीं सकता ! इतने कोमल मन का भाई ही बहन के लिये ईश्वर का सबसे बड़ा उपहार है ! सुन्दर रचना के लिये आभार एवं शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंgood one
जवाब देंहटाएंउस्ताद की टिप्पणी में सुधार की जरूरत है।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जवाब देंहटाएं@ यशवंत भाई
मेरी हौसला अफज़ाई के लिए आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया.
स्नेह आशीष से परिपूर्ण भाव अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएं@ आदरणीय निर्मला कपिला जी..
जवाब देंहटाएंस्नेह और आशीर्वाद के सिवा क्या चाहिये।
.......आपका आशीर्वाद है
धन्यवाद
जवाब देंहटाएं@ पूजा जी..
@ आशा जी..
@ एस ऍम मासूम जी..
@ माधव जी..
@ भूषण जी..
@ अरुण रॉय जी..
@ आनंद जी..
ब्लॉग से जुड़ने और अपने बहुमूल्य विचार देने के लिए आप सभी का तहे दिल से
शुक्रिया
बहुत बहुत आभार
संजय भास्कर
धन्यवाद
जवाब देंहटाएं@ दीपायन जी..
आपने बिलकुल सही कहा
बहन जब ब्याह कर जाती है, तो एक भाई के दिल पर क्या गुजरती है वो एक भाई ही समझ सकता है । ना वो अपने मन की दुख़ किसी को बता सकता है, ना सबके सामने रो सकता है । बस मन ही मन अपने बहना के खुशी लिये खु़दा से दुआ माँगता है
@ महेंदर मिश्र जी..
जवाब देंहटाएं@ आशु जी..
@ अशोक जमनानी जी..
@ दिगम्बर नासवा जी..
@ दिव्या जी..
आप सभी का ह्र्दय से बहुत बहुत आभार ! इसी तरह समय समय पर हौसला अफज़ाई करते रहें ! धन्यवाद !
[मूल्यांकन से बाहर पोस्ट]
जवाब देंहटाएंबहन के प्रति भाई के मन के उदगार बहुत अच्छे लगे. यह स्नेह हमेशा बना रहे.
Bahan ke parti bhai ka itna ghra pyar ankhe nam ho gayi ye kavita padhkar..
जवाब देंहटाएं....aaj to kamala kardiya sanjay ji aapne
bahut hi badhiya
Regards
Preeti
बहुत अच्छी आशीर्वाद पूर्ण रचना ।
जवाब देंहटाएंअच्छी और विचारणीय प्रस्तुती...
जवाब देंहटाएंbahut sundar
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कामना की है, यही कामना और प्यार ही तो भाई बहन के पवित्र रिश्ते का आधार है. काश सभी भाई तुम्हारी तरह हों और अपनी बहना को इतना ही प्यार दें.
जवाब देंहटाएंbhut pyari kavita hai bhayi ji...meri duaa hai ishver se....her bhan ko aap jaisa hi bhayi mile....aamin.
जवाब देंहटाएंbhai ki snehpoorna bhavnaon ko sundar abhivyakti mili hai!
जवाब देंहटाएंregards,
संजय भाई बहना के लियें यह प्यार हमेशां बना रहे लेकिन भाइयों का भी इस प्यार पर हक हे अच्छी कविता के लियें बधाई. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
जवाब देंहटाएंबहन के प्रति कोमल भावों को समर्पित रचना।
जवाब देंहटाएंमासूम सी खूबसूरत रचना का आभार ।
जवाब देंहटाएंसुंदर भावों से सजी प्यारी रचना....
जवाब देंहटाएंभाई बहन के प्यार-दुलार को अभ्व्यिक्त करती सुंदर कविता।
जवाब देंहटाएंनिर्मल , कोमल भावनाओँ से सजी उत्कृष्ट कविता , भाई- बहन के स्नैह को सीँचती सुन्दर अभिव्यक्ति के लिए शुभकामनाएँ एवं आभार! -: VISIT MY BLOG :- पढ़िये विशेष लेख ............ दृष्टिहीनता से कैसे बचेँ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कविता, एक भाई अपनी बहन को दुआ ओर प्यार से किमती ओर कोन सी ची दे सकता हे, आज दुनिया मे सब कुछ मिल रहा हे बस प्यार की कमी हे, ओर आप की बहिन सच मे किस्मत वाली हे जिसे तुम सा भाई मिला हे,धन्यवाद
जवाब देंहटाएं!! सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा !!
जवाब देंहटाएंपर क्या दू है ही क्या पास मेरे
जवाब देंहटाएंहूँ तो एक छोटा सा कवि!
वाकई एक कवी और क्या दे सकता है!
बहुत बढ़िया संजयजी!
बहुत सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएंपता नहीं इतनी बेहतरीन पोस्ट से इतना दूर कैसे रह गया...
जवाब देंहटाएंलेकिन कविता पढ़कर उदास हो गया, क्युंकि मेरी कोई बहन नहीं है....
मेरे ब्लॉग में इस बार अग्निपरीक्षा ....
स्नेहिल भावोद्गार !!!!
जवाब देंहटाएं@ रानी विशाल जी..
जवाब देंहटाएंबहन भाई का रिश्ता का रिश्ता ही ऐसा होता है भाई बहिन पर सब कुछ न्योछावर कर दे तो भी कम है
ये सब आप जैसी बहनों की वजह से मुझे लिखने की प्रेरणा और असिर्वाद मिलता है
@ वंदना जी..
ये सब आप जैसी बहनों की वजह से मुझे लिखने की प्रेरणा और असिर्वाद मिलता है
@ अरविन्द जी..
@ प्रीती जी..
@ दीपक सैनी जी..
@ मेरे भाव जी..
@ संजय कुमार चौरसिया जी..
ब्लॉग से जुड़ने और अपने बहुमूल्य विचार देने के लिए आप सभी का तहे दिल से
शुक्रिया
बहुत बहुत आभार
संजय भास्कर
@ रचना दीक्षित जी..
जवाब देंहटाएंअग्रिम प्यार का उपहार ही समझ लो रचना दीदी
ये सब आप जैसी बहनों की वजह से मुझे लिखने की प्रेरणा और असिर्वाद मिलता है
@ समीर लाल जी..
@ संगीता पुरी जी..
@ साधना वैद्य जी..
बहुत प्यारी दुआ है एक भाई की अपनी बहन के लिये
@ डा.राजेंद्र तेला"निरंतर" जी..
@ राजेय्षा जी..
@ शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' जी..
@ उस्ताद जी..
@ प्रीती जी..
@ टी अस दराल जी..
@ जय कुमार झा जी..(honesty project democracy )
@ आमीन जी..
धन्यवाद, मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए और बहुमूल्य टिपण्णी देने के लिए
मेरी हौसला अफज़ाई के लिए आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया.
bahan aur bhai ka rishta sansar mein sabse satvik hai. aap jaisa bhai ishwar sabhi bahno ko de.
जवाब देंहटाएंbahut sunder.... photo bhi achha laga..
जवाब देंहटाएंek dum nischhal aur sidhe saadhe sabdo me bahut pyara sa aashirwad hai, bahan ke liye........:)
जवाब देंहटाएंmere aur se bhi aapke bahan ko bahut bahut pyar aur aashish!!
God bless!!
इंसान अपनी भावनाओं को गद्य में भी व्यक्त कर सकता है । उसके लिए जबरदस्ती कविता लिखने की आवश्यकता नहीं ।
जवाब देंहटाएंआशा करता हूँ कि आप इसे सकारात्मक रूप में लेंगे । जिससे आपकी रचनात्मकता में वृद्धि हो ।
bahut achi rachna hai sanjay ji really nice
जवाब देंहटाएंबहन को खुश्हाल जीवन के लिए उपयोगी शिक्षा और आशिर्वाद आपने दिया है!...आप कवि है, इसलिए कविता के सशक्त माध्यम से दिया है...यह सब से सुंदर उपहार है!...सुंदर रचना!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर काश सभी भाई तुम्हारी तरह हों और अपनी बहना को इतना ही प्यार दें.
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना के लिये आभार एवं शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएं.....संजय भाई
कविता के भाव उच्च हैं और बहुत सुंदर भी, हर बहन को ऐसा ही भाई तो चाहिए ! आने वाले भाईदूज के लिये अग्रिम बधाई!
जवाब देंहटाएंबढ़िया भावपूर्ण रचना ।
जवाब देंहटाएंबहुत मार्मिक पोस्ट हैं आपकी.
जवाब देंहटाएंमेरी कोई बहन नहीं हैं, इसलिए बहन की कमी खलती हैं मुझे.
आज आपकी पोस्ट से मन भर आया.
धन्यवाद.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
true emotions!
जवाब देंहटाएंएक भाई के अपनी बहन के प्रति शानदार और सार्थक उदगार.बधाई.
जवाब देंहटाएंnice emotions on sis!! also it shows the our traditional thinking when sis gets married and goes!!i beg to differ on some contents/expectations made here frm sis.
जवाब देंहटाएंsarthak rachna!!!!!!!
जवाब देंहटाएंखुदा से गुजारिश है
जवाब देंहटाएंतेरे हिस्से के सारे गम मुझे मिले
हो मेरे हिस्से कि सारी खुशिया तेरी ,
तेरे हाथो में है अब लाज तेरे माता पिता भाइयो की |
bahut sunder!!
bahut hi sunder bhav h dost apke apni bahan k liye
जवाब देंहटाएंBahut hi sundar kavita hai ...
जवाब देंहटाएंbahut hee bhawuk rachna..dil ko chhoo lene walee
जवाब देंहटाएं@ रेखा श्रीवास्तव जी..
जवाब देंहटाएंबस आपका आशीर्वाद चाहिए
@ प्रियंका राठौर जी..
@ अनुपमा पाठक जी..
@ अख्तर खान अकेला जी..
@ प्रवीण पाण्डेय जी..
@ हिमांशु । Himanshu जी..
@ डॉ॰ मोनिका शर्मा जी..
@ महेंदर वर्मा जी..
@ डॉ अशोक जी..
धन्यवाद, मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए और बहुमूल्य टिपण्णी देने के लिए
@ राज भाटिय़ा जी..
जवाब देंहटाएंबहने तो सभी किस्मत वाली होती है
@ जय हिन्द जी..
@ रविन्द्र रवि जी..
@ वन्दना अवस्थी दुबे जी..
@ शेखर सुमन जी..
@ रंजना जी..
@ मेरे भाव जी..
@ चैतन्य शर्मा
आप सभी का ह्र्दय से बहुत बहुत आभार ! इसी तरह समय समय पर हौसला अफज़ाई करते रहें ! धन्यवाद !
@ मुकेश कुमार सिन्हा जी..
जवाब देंहटाएं@ अनिल कान्त जी..
@ रजनी जी..
@ डा. अरुणा कपूर. जी..
@ ॐ जी..
@ अनीता जी..
@ अंजना जी..
@ चन्द्र कुमार सोनी जी..
@ पारूल जी..
@ महक जी..
धन्यवाद, मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए और बहुमूल्य टिपण्णी देने के लिए
प्रशंसनीय .
जवाब देंहटाएंकृपया ग्राम चौपाल में पढ़े - " भविष्यवक्ता ऑक्टोपस यानी पॉल बाबा का निधन "
Thanks for coming & spending time in my blog!! u r a real gr8 networking guy!!hey do u knw how can i send comments in Hindi...
जवाब देंहटाएंsunder rachna, manobhavo ko dersati ek utkrast rachna k liye badhai sweekar karen..............
जवाब देंहटाएंबहना तू सदा मुस्कुराती रहे
जवाब देंहटाएंखुदा से गुजारिश है
तेरे हिस्से के सारे गम मुझे मिले
इस स एबध्का र्कोई भाई...अपनी बहन को और क्या दे सकता है..
बेहद प्यारी रचना
bahot achche.
जवाब देंहटाएंBhai bahan ke pyarbhare rishton ka pragaad chitran behad achha laga...... sabke bhai-bahin ke rishton mein sada aisee hi pragaadta bani rahee shubhkamna hai..
जवाब देंहटाएंkavita ke roop mein behan ko bht hi pyaara tohfa diya hai aapne....aisa tohfa jo kabhi bhi kho nahi sakta,ek amar,anmol tohfa.........
जवाब देंहटाएंapni kavita se apna pyaar zahir kiya hai.dil ko chhoo gayi....
meri behan bhi apne sasuraal mujhse door jaane wali hai main bhi use aisa hi t0hfa dunga.....
beautiful blessings for a sister...god bless!
जवाब देंहटाएं@ राहुल जी..
जवाब देंहटाएंआप का बहुत-बहुत शुक्रिया.
@ रोहित जी..
@ डॉ. रामकुमार जी..
@ SIRF TUM JI..
@ Shruti Mehendale JI..
@ विजय कुमार वर्मा जी..
आप सभी का ह्र्दय से बहुत बहुत आभार !
@ अशोक बजाज जी..
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत शुक्रिया.
@ राहुल जी..
@ अमरेन्द्र अक्स जी..
ब्लॉग पर आकर कविता पढने और होसला अफजाई के लिए बहुत बहुत शुक्रिया
@ रश्मि रविजा जी..
जवाब देंहटाएं@ मृदुला परधान जी..
@ कविता रावत जी..
ब्लॉग पर आकर कविता पढने और होसला अफजाई के लिए बहुत बहुत शुक्रिया
आभार
संजय भास्कर
बहुत अच्छी कविता है ......
जवाब देंहटाएंबधाई .....
Thanks Bhaiya
जवाब देंहटाएंbeautiful poem.
imoshnal kar kiya aapne.
regards
sunita bhaskar
bhai dooj se pehle hi.
जवाब देंहटाएंbahut hi sunder tohfa behan ke liye
regards
sunita bhaskar
indore
beshaq ek bhai ne apni behan ke liye dil khola kar rakh diya, shandar tohfa behan ke liye
जवाब देंहटाएंsundar ehsason se bahrpur rachna
खुदा से गुजारिश है
जवाब देंहटाएंतेरे हिस्से के सारे गम मुझे मिले
हो मेरे हिस्से कि सारी खुशिया तेरी ,
एक भाई के अपनी बहन के प्रति शानदार और सार्थक उदगार.बधाई.
यह कविता मेरे मन को बहुत भाई!
जवाब देंहटाएं--
वाह, भास्कर जी!
आपकी भावनाओं की जितनी प्रशंसा की जाए, कम है!
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ओ, मेरी प्यारी बहना : सरस पायस
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सुंदर कविता।
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन रचना है.... भावनाओं और दुआओं का सैलाब है... बेहतरीन!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया भावनात्मक प्रस्तुति ..संजय जी ..
जवाब देंहटाएंबहन के प्रति ऐसा गहरा प्यार ....आजकल कम ही देखने को मिलता है.
bahut sundar kavita !
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर शब्द रचना ।
जवाब देंहटाएंMeree to aankhen nam kar dee is rachanane! Dil bhar aaya!
जवाब देंहटाएंbahut sundar.......sorry der say comment karne ke liye.......
जवाब देंहटाएंbahut bhaavpurn kavita, shubhkaamnaayen.
जवाब देंहटाएं@ धन्यवाद अमित भाई
जवाब देंहटाएंआपकी बहन को मेरी तरफ से ढेर सारी शुभकामनाये
@ सोम्य जी..
@ सुनीता दीदी..
आपने कविता पढ़ी बहुत ही अच्छा लगा
@ अलोक खरे जी..
@ शेखर कुमावत जी..
@ रावेंद्रकुमार रवि जी..
@ सुधीर जी..
@ शाह नवाज़ जी..
आप सभी का ह्र्दय से बहुत बहुत आभार ! इसी तरह समय समय पर हौसला अफज़ाई करते रहें ! धन्यवाद !
धन्यवाद
जवाब देंहटाएं@ अमित मिश्र जी..
@ विरेन्द्र सिंह चौहान जी..
@ शिखा कौशिक जी..
@ सदा जी..
@ शमा जी..
@ मंजुला जी..
@ जेन्नी शबनम जी..
आप सभी का ह्र्दय से बहुत बहुत आभार ! ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया.
! धन्यवाद !
पवित्रतम रिश्तों के शुद्धतम भाव।
जवाब देंहटाएंभावनायो को आछा रूप दिया है, कृपया लिखते रहिये... बहुत खूब...शुभ कम्नाये ...
जवाब देंहटाएंविशेष रचना :
जवाब देंहटाएंमेरे भैया
संजीव 'सलिल'
*
मेरे भैया!,
किशन कन्हैया...
*
साथ-साथ पल-पुसे, बढ़े हम
तुमको पाकर सौ सुख पाये.
दूर हुए एक-दूजे से हम
लेकिन भूल-भुला न पाये..
रूठ-मनाने के मधुरिम दिन
कहाँ गये?, यह कौन बताये?
टीप रेस, कन्ना गोटी है कहाँ?
कहाँ है 'ता-ता थैया'....
*
मैंने तुमको, तुमने मुझको
क्या-क्या दिया, कौन बतलाये?
विधना भी चाहे तो स्नेहिल
भेंट नहीं वैसी दे पाये.
बाकी क्या लेना-देना? जब
हम हैं एक-दूजे के साये.
भाई-बहिन का स्नेह गा सके
मिला न अब तक कोई गवैया....
*
देकर भी देने का मन हो
देने की सार्थकता तब ही.
तेरी बहिना हँसकर ले-ले
भैया का दुःख विपदा अब ही..
दूज-गीत, राखी-कविता संग
तूने भेजी खुशियाँ सब ही.
तेरी चाहत, मेरी ताकत
भौजी की सौ बार बलैंया...
*****
सुंदर भावो पूरन रचना.
जवाब देंहटाएंबहन को संबोधित कविता में आपने सभी भैयाओं का प्रतिनिधित्वा कर रहे हैं... एक भाई होकर अपनी बहा के लिए हम भी ऐसा ही सोचते हैं.. बहुत मर्मस्पर्शी कविता है सर जी !
जवाब देंहटाएंBahut sunder bhav bharee bhai ke sneh ko darshatee anupam abhivykti....bahut pasand aaee.
जवाब देंहटाएंshubhkamnae.......
Aabhar
apne aap se prashna karna or uska jawab bhi khud hi dena ye andaz ka-
जवाब देंहटाएं-bile tareef hai sanjay.Aapki lekhani ki
jai ho.
आप सब का मेरे ब्लॉग पर आने के लिए बहुत बहुत आभार |प्रोत्साहित करने के लिए आभार |
जवाब देंहटाएंएक बहन को भाई का आशीर्वाद हि काफी है...
जवाब देंहटाएंबहन के प्रती भाई के प्रेम को व्यक्त करती सुंदर और अति उत्तम रचना है...
बहना तू सदा मुस्कुराती रहे
जवाब देंहटाएंखुदा से गुजारिश है .... बेहतरीन पेशकश ...