21 मई 2010

आपके इंतज़ार में...


बरसों बीत गए 
तुम्हारे  इंतज़ार में

आँखें तरस गए
तुम्हारी राह देखते हुएं

यादें ताज़ा
होती रही 
हरपल आपकी याद में

वादें सताने लगे
आपकी गैर मौजूदगी में

साँसे थमसी गयी
खबर आपकी ना आने में ...



Pravallika  जी जी की कलम से ये पंक्तिया आप तक 

पहुंचा रहे है 
  
प्रवाल्लिका जी को मेरी १०० वी  समर्थक  है जिन्होंने मुझे सैकड़े तक पहुचाया है बहुत बहुत आभार प्रवाल्लिका जी  इसी पर आप सभी आदरणीय सुधिपाठक महानुभावों  तक पेश है  प्रवाल्लिका जी की एक  सुंदर कविता............... 
आप अपनी अनमोल प्रतिक्रियाओं से  प्रोत्‍साहित कर हौसला बढाईयेगा



 

45 टिप्‍पणियां:

  1. samman dene ka ye tareeka bhi khoob raha....
    kunwar ji,

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  2. kavita vaastav me sundar hai....

    kunwar ji,

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  3. साँसे थमसी गयी
    खबर आपकी ना आने में ...

    sunder rachna! sunder ehsaas ! vichoh se hi prem gehrata hai ! century ke liye badhai...

    जवाब देंहटाएं
  4. 5.21.2010
    आपके इंतज़ार में...




    बरसों बीत गए
    तुम्हारे इंतज़ार में

    आँखें तरस गए
    तुम्हारी राह देखते हुएं

    यादें ताज़ा होती रही
    हरपल आपकी याद में

    वादें सताने लगे
    आपकी गैर मौजूदगी में

    साँसे थमसी गयी
    खबर आपकी ना आने में ...
    पूरी पोस्ट पढ़नी पड़ी, एक सांस में ही पी गए। और क्या चाहिए..इस दीवानगी से ज्यादा।

    जवाब देंहटाएं
  5. बेनामी5/21/2010

    bahut khub pravallika ji...
    bahut achha likh ahi aapne...
    aur sanjay bhai century par badhai..........

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  6. ye pyar ka intezar cheez hi aisi hai...or ant me hota yehi hai
    nice poem...

    जवाब देंहटाएं
  7. Pravallika ji ko smmaan dene ke liye dhanyawaad

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  8. दिल के सुंदर एहसास

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  9. sunder rachna! century ke liye badhai...

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  10. 100 समर्थक
    याने मील का पत्थर

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  11. काव्य जगत में स्वागत...झूठी प्रशंसा नहीं करूंगा...आपमें कविताई की क्षमता है पर अभी तराशना होगा. एक दोष बता दूँ कोई अन्य तो कहेगा नहीं. पहले एक संबोधन है फिर अकारण दूसरा. पूरी कविता में या तो आप लिखे या तुम.

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  12. बढ़िया रचना...

    समर्थकों की दृष्टिकोण से शतक वीर होने की बधाई!!

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  13. bahut pyari rachna, man ke bhaawo ki sundar abhivyakti, bahut shubhkaamnayen.

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  14. bahut hi sundarta se man ki chatpataahat vyakt ki hai.....

    जवाब देंहटाएं
  15. बेहद प्यारी रचना, आपका और प्रवालिका का आभारी हूँ, एक अच्छी रचना से रूबरू करवाने के लिए।

    कुछ गलतियाँ सुधार कर भेज रहा हूँ, जो शायद टाईपिंग के दौरान हो गई होंगी।


    बरसों बीत गए
    तुम्हारे इंतज़ार में

    आँखें तरस गई
    तुम्हारी राह देखते हुए

    यादें ताज़ा होती रही
    हर पल आपकी याद में

    वादे सताने लगे
    आपकी गैर मौजूदगी में

    साँसे थम सी गई
    खबर आपकी न आने में...

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत खूब संजय जी! आंखे तरस गई तुम्हारे इंतजार में!!!

    जवाब देंहटाएं
  17. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  18. सौ समर्थक मिळणे कि बधी हो संजयजी!!!और हा ध्यान राहे हम भी एक है!

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  19. बहुत ख़ूबसूरत कविता है! बढ़िया लगा!

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  20. ...बहुत बहुत बधाई ... शतक बनाने वाले व बनाने मे सहयोग करने वाले को ....!!!

    साँसे थमसी गयी
    खबर आपकी ना आने में ...
    .... अदभुत भाव ..... प्रसंशनीय !!!

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  21. सुन्दर अभिव्यक्ति।

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  22. साँसे थमसी गयी
    खबर आपकी ना आने में ...
    बेहद खूबसूरत...!!

    जवाब देंहटाएं
  23. लाजवाब रचना ..........बहुत खूब

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  24. साँसे थम सी गयी आपके ना आने से ...
    100 वें समर्थक की बधाई

    जवाब देंहटाएं
  25. Hello Sanjay ji,

    first of all... i extend my sincere thanks for giving me such an honour... am thankful to you.

    Congratulations for crossing your 100 followers...

    I thank each one of you here for your valuable feedbacks.

    Kulwant Happy ji, thanks for correcting my poem.

    Acharya Sanjeev Varma ji, thank you soo much for the correction...and i shall certainly try to improvise and implement your feedback.

    Thanks & Best Regards,
    Pravallika
    www.mypoetry4all.blogspot.com

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  26. mubarak baad sweekar karen...behtar rachnaon ke intezar rahega

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  27. साँसे थमसी गयी
    खबर आपकी ना आने में ...

    Bahut khoob ... kashish liye ..

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  28. बेहद प्यारी रचना,

    100 वें समर्थक की बधाई.

    जवाब देंहटाएं
  29. बहुत बढ़िया कविता!
    100 समर्थकों के लिए बधाई!

    जवाब देंहटाएं
  30. साँसे थम सी गयी आपके ना आने से ...
    100 वें समर्थक की बधाई

    जवाब देंहटाएं
  31. बहुत बहुत बधाई ... शतक बनाने वाले व बनाने मे सहयोग करने वाले को ....!!!

    जवाब देंहटाएं
  32. nice poem....congratulations to u too!

    जवाब देंहटाएं
  33. आपका और प्रवालिका का आभारी हूँ, एक अच्छी रचना से रूबरू करवाने के लिए।

    जवाब देंहटाएं

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- संजय भास्कर