आज हमारे ऑफिस में बंटी फ्री की 'नींबूज'
स्वाद इसका गजब का, जैसे असली नींबूज
जिसने भी पी वाह! वाह! ही की
जब देखा, कुछ और ही थी अंदर की बात
इसके एक्सपायर होने में बचे थे दिन पांच
देखो यारो, क्या जमाना आया
प्रोमोशन के लिए क्या दिमाग लड़ाया |
स्वाद इसका गजब का, जैसे असली नींबूज
जिसने भी पी वाह! वाह! ही की
जब देखा, कुछ और ही थी अंदर की बात
इसके एक्सपायर होने में बचे थे दिन पांच
देखो यारो, क्या जमाना आया
प्रोमोशन के लिए क्या दिमाग लड़ाया |
बहुत बढ़िया लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! उम्दा प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंसच में एक बार तो मुह में पानी ही आ गया । पर एक्सपायर डेट देख कर हिम्मत नहीं पडी पीने की।।
जवाब देंहटाएंभाई यूँ कोई प्रमोशन होता है, आमंत्रित करके चखाईये तो ------
जवाब देंहटाएंभाई यूँ कोई प्रमोशन होता है, आमंत्रित करके चखाईये तो ------
जवाब देंहटाएं...बहुत सुन्दर ... लाजवाब !!!
जवाब देंहटाएंहा हा हा तो ये राज था फ़्री निंबूज़ का । चलिए प्रमोशन के बाद एक्सपायरी डेट वाली भी मिलेगी बताईयेगा कैसी लगी ।
जवाब देंहटाएंmaine bhi pikar dekha maza aaya.
जवाब देंहटाएंHe bhagwaan!
जवाब देंहटाएंवाह वाह !!! क्या रचना है और क्या रचना की तारीफ करने वाले???????? कुछ ढंग का लिखों भैया।
जवाब देंहटाएंबेहद अच्छा तरीका है.. एक बार एपी हमने भी पी थी, खुले दिल..खुले आसमाँ के तले...
जवाब देंहटाएंवैसे एक बात नहीं बताई आपने.
जवाब देंहटाएंआपने उसे ऐक्शपायरी निम्बूज देने पर प्रमोशन किया या डिमोशन??????
धन्यवाद.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंअरे भईए आज के जमाने में तो लोगों को फ्री का माल एसे मुंह लगा है कि अगर उन्हें एक्सपायरी डेट की भी दे देते तो वो भी वो हजम कर जाते, वैसे बहुत बेहतर प्रस्तुती, कीप इट अप संजय बाबू
जवाब देंहटाएंसंक्षिप्त लेकिन उम्दा व्यंग !
जवाब देंहटाएंhmmm...
जवाब देंहटाएंachhi rachna..
jyada kuch nahi likh paunga ..
majboori aap jaante hi hain....
बिल्कुल सही उपयोग किया है......बढिया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतर प्रस्तुती...
जवाब देंहटाएंसुन्दर और प्रेरक!
जवाब देंहटाएंकड़वी सच्चाई बहुत अच्छे तरीके से पेश की आपने
जवाब देंहटाएंअरे बाप रे
जवाब देंहटाएंमैं तो समझा था नुस्खा बता रहें गर्मी से बचाव का
मज़ेदार लगी पोस्ट खूब खूब बधाईयां
पहली बार आया बेहद आनंदित हूं
जवाब देंहटाएंFree Nimbuz wah, par buiness to isee ko kehate hain. Any way fikana hee hai kyun na pomotion ho jaye ...aam ke aam guthliyon ke dam.
जवाब देंहटाएंहा हा हा, मजा आ गया संजय भाई।
जवाब देंहटाएंवैसे हमारा एक और हमनाम मित्र भी है और वो छांटकर ऐसा सामान खरीदता है किसकी एक्स्पायरी डेट निकल गई हो। बार्गेनिंग अच्छी हो जाती है न। पूछो तो कहता है कि इसपर best before लिखा है, ये थोड़ा ही लिखा है कि खराब हो जायेगी। बेस्ट नहीं तो बैटर या गुड जो भी है चलेगा, रेट कम होना चाहिये बस्स।
अच्छा लगा।
आभार।
उम्दा व्यंग !
जवाब देंहटाएंसंजय भाई आज आपके ब्लाग पर आना हुआ,आप तो एक लोकप्रिय ब्लागर है यह आपकी पोस्ट पर आयी हुई टिप्पणियों से पता चला। आप इस नाचीज़ की लिखी चीजो को पंसद करते हैं,इसके लिए धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंहोती रही होंगी मुलाकातें...
डा.अजीत
www.shesh-fir.blogspot.com
mast !! :)
जवाब देंहटाएंhahahahhhhhaha..sahi hai dost
जवाब देंहटाएंसत्य वचन।
जवाब देंहटाएंवाह ..संजय.मान गये.तुम्हारी मारंकेटिगं को..इतनी प्रसंसा ..बधाई ी
जवाब देंहटाएंha ha ha...
जवाब देंहटाएं5 din to bache the na...
Enjoy asli nimboozz...
........अच्छा तरीका है..
जवाब देंहटाएंब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंaap sbhi ka bahut -bahut shukriya aapne mera hoshla badhaya aur asha karta hoon aage bhi hosla badhate rahenge
जवाब देंहटाएंDhanyawaad,,,,,,,,
Sanjay bhaskar
Bahut khub kaha...
जवाब देंहटाएंkya baat hai ?sundar
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी प्रमोशन है .... संजय जी नमस्कार ...
जवाब देंहटाएंसंजय जी अपने बेनामी बॉस ने लगता हैं एक्सपायर नीबूज़ पी लिया .................
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही उपयोग किया है......
जवाब देंहटाएंachcha vayangya hai.. padhte hi halki si hansi aa gyi.
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