15 अप्रैल 2010

क्या पता कब दिल तोड़ दे !!!!!!!


 वो अजनबी है जाने कब छोड़ दे ,
हवा का क्या पता कब रुख मोड़ दे ,
हम तो दुसरो का दिल खुश रखते है ,
मगर दूसरो का क्या पता कब दिल तोड़ दे |
 

45 टिप्‍पणियां:

  1. हम तो दुसरो का दिल खुश रखते है ,
    मगर दूसरो का क्या पता कब दिल तोड़ दे |

    वाह, क्या बात कही है । बहुत खूब।

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  2. ...बहुत खूब ... लाजवाब,प्रसंशनीय अभिव्यक्ति !!!

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  3. WOW !!!!!!!

    YAR HAD KAR DI IS BAR TO AAP NE

    BAHUT SUNDAR RACHNA

    SHEKHAR KUMAWAT

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  4. बहुत उम्दा कहन है भाई
    गज़ब

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  5. वाह! बहुत बढ़िया....."

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  6. nice..
    http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/

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  7. बहुत सुन्दर कविता ,,,,खूबसूरत रचना ..

    विकास पाण्डेय
    www.vicharokadarpan.blogspot.com

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  8. एकदम मस्त। गुरू।

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  9. jawab nahi bhai .....is rachna ka .....ati uttam

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  10. बहुत खूब। बेहतरीन शेर ।

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  11. Zabardast abhivyaki evam chitra chayan

    Badhai!!

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  12. बहुत बढ़िया लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! आपकी लेखनी को सलाम! बधाई!

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  13. bahut hi umdaa--badhiyaa likhaa hain aapne.
    waise doosre naa jaane kab hamaaraa dil tod sakte hain????
    lekin, hame kabhi sapne main bhi, bhool kar bhi kisi kaa dil nahi todnaa chahiye.
    thanks.
    WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM

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  14. chand panktiyon mein badi baat kah di...
    khoobsurat abhivyakti...
    badhaii...

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  15. वाह बहुते लाजवाब.

    रामराम

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  16. शब्‍द कम असर ज्‍यादा बहुत बढिया संजय बाबू लगे रहो

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  17. वाह मेरे दोस्त. बहुत ही अच्छा लिखा है आपने

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  18. वाह! बहुत बढ़िया....."

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  19. बेनामी4/17/2010

    sach mein aapki yeh chhoti chhoti rachnayein kitna arth rakhti hain.....
    padhkar achha laga/....
    mere blog par is baar..
    नयी दुनिया
    jaroor aayein....

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  20. काफी उम्दा रचनाओं से सुसज्जित ..........
    बहुत बहुत बधाइयाँ .............

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  21. बेनामी4/17/2010

    sunder rachna............

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  22. हम तो दुसरो का दिल खुश रखते है ,
    मगर दूसरो का क्या पता कब दिल तोड़ दे |
    ...Apni taraf se achha hi karti rahen yahi prayas hona chahiye....

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  23. हम तो दुसरो का दिल खुश रखते है ,
    मगर दूसरो का क्या पता कब दिल तोड़ दे |

    अच्छा लिखा है।

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  24. Chalo koi baat nahi .. aap apna kaam karte chalen .. unki vo jaane ...

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  25. AAP SABHI BAHUT BAHUT SHUKRIYA
    UMEED HAI AAGE BHI MERA HOSLA BADHATE RAHENGE...


    DHANYAWAAD.........

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  26. bhaai pretatma se preeet lagaoge to dil todegee hi kabhi na kabhi.. kab tak saath degi bechari(tasweer dekh kar laga).. :)
    kuchh bhi ho 4 lina bada jabardast ban gaya

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  27. वाह! बहुत बढ़िया.....

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  28. I thoroughly enjoyed the lines.... very true....
    keep up...

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  29. चार पंक्तियों में सारी बात कह दी आपने संजय जी..... बहुत खूब!

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  30. बहुत खूब संजय जी ! चंद लफ़्ज़ों में बड़ी गहरी बातें कहने में आपने महारत हासिल कर ली है ! बहुत ही बढ़िया ! बधाई एवं आभार !

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  31. क्या करें भास्कर भाई ..... दूसरों पर अक्सर भरोसा करते हैं दिल टूटता है फिर भी..फितरत ही ऐसी पाई है हमने..लगता आशिकाना अपना भी मिजाज है

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  32. EK BAAR DOBARA SE AAP SABHI BAHUT BAHUT SHUKRIYA
    UMEED HAI AAGE BHI MERA HOSLA BADHATE RAHENGE...


    DHANYAWAAD.........

    SANJAY BHASKAR

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  33. वाह, क्या बात कही है । बहुत खूब।

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  34. Waah! kya baat kahi....bahut umda
    bahdai!!

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- संजय भास्कर