जिन्दगी के कुछ रंगों को समेटकर शब्दों से मुस्कुराहट बाँटने की कोशिश :)
बहुत सुन्दर ! विशुद्ध प्रेम का ऐसा उदात्त भाव विरले ही देखने को मिलता है ! मेरा साधुवाद स्वीकार करें !
लाजवाब भाई साहब!गागर में सागर!कुंवर जी,
kya bat he kya likhate he aap acha laga pad kar http://kavyawani.blogspot.com/shekhar kumawat
Anshon ki bhi ajab dastan hain jab dil ka jakhm gahra hota hai to ye bus mook nadi sa bahte hai......bahut sundar chitramay prastuti ke liye badhai
bauhat achchee...
विशुद्ध सात्विक रचनाबेहतरीन
बहुत बढ़िया । दमदार अभिव्यक्ति।
samparpan ki prakashtha dil ko chhoo gayee. sunde bhavabhivakti.
waah sir ji...bahut achhi likhi hai
संजय जी आज की पंक्तियाँ तो दिल के आर -पार हो गयी .....सच में बहुत खूबसूरत अहसासों से संवारा है आपने इस रचना को .
KYA BAAT HAI !!!!!!!CHHOTI AUR SAHAJ.....MANN KHUSH HO GAYA...
बहुत बढ़िया...लाजवाब...!!
लाजवाब भाई साहब!
जवानी के अपने दिल याद आगये मेरे दोस्त ! शुभकामनायें !
kya baat hai !!!!!!!!!kamal hi kar diya aaj to .
लाजवाब और बेहतरीन है सर जी
बहुत लाजवाब रचना.रामराम.
uttam lekhan ka aadarsh praroop...sunder rchna
बहुत बढ़िया रचना...
इन चार पक्तियों ने सब कुछ बयां कर दिया,,अदभुत रचना ...विकास पाण्डेय www.vicharokadarpan.blogspot.com
kya baat hai...bahut khoobsurat rachna :)
गहरे भाव के साथ आपने लाजवाब रचना लिखा है!
Kya kah dala? aur wobhi itni saral sadgee se?Nishabd hun!
वाह ... संजय जी आज तो लूट लिया अपने ...मज़ा आ गया ..
गजब है गजब।
वाह गुरू वाह
छोटी सी कविता मगर दिल को गहराई से छु लेती है
वाह, बहुत ही कम शब्दों में बहुत बड़ी बात!
What a beautiful idea .Asha
स्वागत के लिए बहुत बहुत धन्यवाद्. कृपया अपने विचारो से अवगत करवाते रहे. राज
sanjay,Is this your composition.If not, please write Unknown instead of your name beneath it.I got it years back as sms..
एक निवेदन !आपके द्वारा दी गई प्रतिक्रिया मेरे लिए मूल्यवान है - संजय भास्कर
बहुत सुन्दर ! विशुद्ध प्रेम का ऐसा उदात्त भाव विरले ही देखने को मिलता है ! मेरा साधुवाद स्वीकार करें !
जवाब देंहटाएंलाजवाब भाई साहब!
जवाब देंहटाएंगागर में सागर!
कुंवर जी,
kya bat he kya likhate he aap
जवाब देंहटाएंacha laga pad kar
http://kavyawani.blogspot.com/
shekhar kumawat
Anshon ki bhi ajab dastan hain jab dil ka jakhm gahra hota hai to ye bus mook nadi sa bahte hai......
जवाब देंहटाएंbahut sundar chitramay prastuti ke liye badhai
bauhat achchee...
जवाब देंहटाएंविशुद्ध सात्विक रचना
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
बहुत बढ़िया । दमदार अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंsamparpan ki prakashtha dil ko chhoo gayee. sunde bhavabhivakti.
जवाब देंहटाएंwaah sir ji...bahut achhi likhi hai
जवाब देंहटाएंसंजय जी आज की पंक्तियाँ तो दिल के आर -पार हो गयी .....सच में बहुत खूबसूरत अहसासों से संवारा है आपने इस रचना को .
जवाब देंहटाएंKYA BAAT HAI !!!!!!!
जवाब देंहटाएंCHHOTI AUR SAHAJ.....MANN KHUSH HO GAYA...
बहुत बढ़िया...
जवाब देंहटाएंलाजवाब...!!
बहुत बढ़िया । दमदार अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंलाजवाब भाई साहब!
जवाब देंहटाएंजवानी के अपने दिल याद आगये मेरे दोस्त ! शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंkya baat hai !!!!!!!!!
जवाब देंहटाएंkamal hi kar diya aaj to .
लाजवाब और बेहतरीन है सर जी
जवाब देंहटाएंबहुत लाजवाब रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
uttam lekhan ka aadarsh praroop...sunder rchna
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया रचना...
जवाब देंहटाएंइन चार पक्तियों ने सब कुछ बयां कर दिया,,अदभुत रचना ...
जवाब देंहटाएंविकास पाण्डेय
www.vicharokadarpan.blogspot.com
kya baat hai...bahut khoobsurat rachna :)
जवाब देंहटाएंगहरे भाव के साथ आपने लाजवाब रचना लिखा है!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया । दमदार अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंKya kah dala? aur wobhi itni saral sadgee se?Nishabd hun!
जवाब देंहटाएंवाह ... संजय जी आज तो लूट लिया अपने ...
जवाब देंहटाएंमज़ा आ गया ..
गजब है गजब।
जवाब देंहटाएंवाह गुरू वाह
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया । दमदार अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंछोटी सी कविता मगर दिल को गहराई से छु लेती है
जवाब देंहटाएंवाह, बहुत ही कम शब्दों में बहुत बड़ी बात!
जवाब देंहटाएंWhat a beautiful idea .
जवाब देंहटाएंAsha
स्वागत के लिए बहुत बहुत धन्यवाद्. कृपया अपने विचारो से अवगत करवाते रहे.
जवाब देंहटाएंराज
sanjay,
जवाब देंहटाएंIs this your composition.
If not, please write Unknown instead of your name beneath it.
I got it years back as sms..