इश्तेहार
चाहे किसी कंपनी का हो या
किसी स्कूल,दुकान का
उसे पढ़ना चाहिए
क्योंकि उसे पढ़ने में कोई ड़र नहीं
समय ही ऐसा हो गया है
सब काम ही इश्तेहारो से होते है
नई दूकान बनाओ
तो इश्तेहार
अस्पताल बनाओ
तो इश्तेहार
इश्तेहार जिसमे होती है
कुछ सूचनाएं कुछ सन्देश
कुछ आकड़े
कुछ वादे
जिसे खुद भी पढ़ो दूसरो को भी
सुनाओ और हमारी
सेवाओं व् वस्तुओ का फायदा उठाओ
पर इश्तेहार के चक्कर में
ठगे जाते है भोले भाले गरीब लोग
अक्सर
इसलिए इश्तेहार पढ़े जरूर
पर फैसला ले सोच समझकर
क्योंकि इश्तेहार का काम है
सिर्फ सूचना पहुँचाना !!
- संजय भास्कर