01 मई 2019

कुछ मेरी कलम से अनीता सैनी, रेणु, अनुराधा चौहान :)

आदरणीय रेणु जी ( ब्लॉग क्षितिज ) अनुराधा चौहान जी ( Poet and Thoughts ) और अनीता सैनी जी ( गूंगी गुड़िया ) काफी समय से तीनो को ब्लॉग के माध्यम से पढ़ रहा हूँ इनकी हर विषय पर एक से बढ़कर एक मर्मस्पर्शी व सटीक रचनाएँ और हाइकु ने सीधे दिल पर दस्तक देते है सभी लेखिकाओं का कम समय में बढ़िया लेखन पढ़ने को मिला तीनो की लेखनी से मैं बहुत ही प्रभावित हूँ होकर ही इनके बारे में लिख रहा हूँ पर शायद किसी के बारे में लिखना मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है तीनो लेखिकाओं के लिए कुछ शब्द साँझा कर रहा हूँ उम्मीद है सभी पसंद आये..........!!

रेणु जी ज़िंदगी पर जिस यथार्थता से रेणु जी की कलम चली है उतनी ही मर्मस्पर्शी व सटीक रचनाएँ लिखी है.... वैसे भी कवि हृदय में प्रेम का एक विशिष्ट स्थान होता है और इसे रेणु जी ने अपने अनुभव से और भी विशिष्ट बना दिया है उनकी कुछ रचनाएँ सच ही मन को भावुक कर जाती हैं रेणु जी की लिखी कुछ मेरी पसंदीदा रचनाये ......
घर से भागी बेटी के नाम, मैं श्रमिक, सुन ओ वेदना, भैया तुम हो अनमोल, स्मृति शेष पिताजी, उदासियों के बियाबान, मेरी पसंदीदा रचनाये !!  मेरी और से  रेणु जी को निरंतर लेखन के लिए को शुभकामनाएँ............!!


अनुराधा चौहान जी की कुछ रचनाये बड़ी सहजता से अपनी व्यथा व्यक्त करती है उनकी कवितायें इस बात को
प्रमाणित भी करती हैं संवेदनशील मन मात्र अपनी ही व्यथा कथा नहीं कहता इनसे जुड़े हर शख़्स की भावनाओं को कवयित्री ने कविता में बुन डाला है उनकी कुछ रचनाएँ सच ही मन को भावुक कर जाती हैं
अनुराधा चौहान की लिखी कुछ मेरी पसंदीदा रचनाये.......
एक गरीब बेचारा, अधूरे ख्वाब, वक़्त के घाव, जीवन का सत्य, मैं ही प्रलय हूँ, ग़रीब की ज़िंदगी, काश न होती यह सरहदें इत्यादि, मेरी और से अनुराधा जी को निरंतर लेखन के लिए को शुभकामनाएँ...........



अनीता सैनी जी से ब्लॉग से परिचय हुआ उनकी कविताये पढ़ने को मिली काफी समय से अनीता जी के लेखन
से मैं बहुत प्रभावित हूँ हमेशा ही उनकी हर पोस्ट में कुछ अलग ही पढ़ने को मिलता है खासकर संवेदन शील विषय पर लिखी हर रचना एक अलग ही छाप छोड़ती है लेखिका के पास लेखन का कई वर्षों अनुभव है इसी कारण उन्होंने लेखन में मन में उपजे विचारों को नए अंदाज में लिखती है अनीता जी की रचनाएँ अपने आप में अनूठी है जो सीधे दिल को छूती है अनीता सैनी की लिखी कुछ मेरी पसंदीदा रचनाये.......
बोलता ताबूत, सत्य अहिंसा का पुजारी, ख़ामोशी तलाशती है शब्द, वेदना प्रकृति की, ख़ामोश होते रिश्तें, मुस्कान अश्कों  की ,

मेरी ओर से निरंतर लेखन के लिए आदरणीय तीनो बड़ी बहनो को ढेरों शुभकामनाएँ........!!

-- संजय भास्कर


21 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर। हमारी भी शुभकामनाएं तीनों के लिये।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर
    शुभकामनाएँ
    सादर.....

    जवाब देंहटाएं
  3. वाहह्हह... क्या बात है संजय जी...ब्लॉग जगत की तीन लेखिकाओं की रचनाओं का सुंदर एवं सटीक विश्लेषण.. ।
    आपकी पारखी नज़र से तीन मणियों का आकलन अच्छा लगा। बहुत बधाईयाँ और शुभकामनाएँ भी मेरी आप सभी को।

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत खूब संजय जी ,लाजबाब तो आप हैं ,अपनी प्रशंसा सुनने के लालयित तो सब रहते हैं जो की मानव प्रकृति हैं लेकिन दुसरो की प्रशंसा करना और उनके काबिलियत को समझना सबके बस की बात नहीं होती। ये तीनो कवित्रिया मेरी भी पसंदीदा हैं ,मेरी प्रिये सखियाँ हैं ,रेणु से तो कुछ ज्यादा ही अनुराग हैं मेरा। वाकई इनकी रचनाये अंतर्मन में समा जाती हैं। सादर नमस्कार आप को

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत सुंदर ..अपने मन के विचारों को खूब उतरा आपने कलम में

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत सुन्दर भाव लिए रेणु जी ,अनुराधा जी और अनीता जी का साहित्यिक परिचय । इनके लेखन की मैं भी प्रंशसक हूँ । आपकी कुशल लेखनी ने बहुत सुन्दर लिखा है इनके बारे में। सभी को बहुत बहुत बधाइयाँँ एवं हार्दिक शुभकामनाएँँ ।

    जवाब देंहटाएं
  7. सर्वप्रथम तो मैं आपका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करती हूँ आ.संजय जी आपने सदैव मेरी रचनाओं को पढ़ा मुझे प्रोत्साहित किया।प्रिय सखी रेणु जी की जितनी तारीफ की जाए कम है। ब्लॉग पर मुझे हमेशा उनका साथ और प्यार मिला उन्होंने मुझे सदैव ही अपनी सुंदर टिप्पणियां देकर प्रोत्साहन दिया। रेणु जी के बारे में क्या कहूँ शब्द नहीं हैं मेरे पास उनकी रचनाएं,उनके लेख, संस्मरण सब बहुत ही बेहतरीन है रेणु जी की लेखनी मुझे बेहद पसंद हैं मेरे दिल के बेहद करीब है बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं रेणु जी।अनिता जी के बारे में क्या कहूँ कमाल की लेखनी है उनकी निशब्द कर देती हैं उनकी रचनाएं..अनिता जी की रचनाएं बेहद हृदयस्पर्शी होती सीधे दिल में उतर जाती हैं
    बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं अनिता जी आपने मेरी रचनाओं को पढ़ा और सराहा आपका हार्दिक आभार आदरणीय

    जवाब देंहटाएं

  8. प्रणाम, आदरणीय संजय जी

    आप ने मेरी लेखनी इनती सराहना की आप का तहे दिल से आभार, आप की लेखनी से अपना परिचय पाकर बहुत ख़ुशी हुई
    प्रिय रेणु बहन और प्रिय अनुराधा बहन का लेखन बहुत उम्दा और हृदयस्पर्शी होता है जो सीधा मन को छू जाता है
    तहे दिल से आभार आप सभी ने इतना स्नेह दिया
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  9. ब्लॉग जगत पर इन्हें को पढता राहत हूँ और आपने सच कहा संवेदनशील रचनाएँ और प्रखर वक्तव्य के लिए तीनों बधाई की पात्र हैं ... मेरी बहुत बहुत शुभकामनायें हैं सभी को एखन की प्रक्रिया ऐसे ही चलती रहे ...

    जवाब देंहटाएं
  10. ब्लॉग बुलेटिन टीम और मेरी ओर से आप सब को मजदूर दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएँ !!

    ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 01/05/2019 की बुलेटिन, " १ मई - मजदूर दिवस - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

    जवाब देंहटाएं
  11. प्रिय संजय -- आज दोपहर में श्वेता ने मुझे इस लेख का लिंक भेजा तो मेरी ख़ुशी और हैरानी का ठिकाना ना रहा | आपने सखी अनुराधा जी और प्रिय अनीता के साथ जो भावपूर्ण प्रस्तुति दी है वो बेमिसाल है | आपकी उदारता और स्नेह से मन गद्गद हो गया | बहन अनुराधा जी खूब लिखती हैं और मनोयोग से जुटी हैं साहित्य के साधना पथ पर | उनका स्नेह मुझे हर रचना पर उनकी स्नेहिल उपस्थिति के माध्यम से मिलता रहता है |वे खुद हर विषय पर बहुत ही स्पष्टता से लिखने में माहिर हैं और ब्लॉग जगत का एक जाना पहचाना नाम हैं | इसी तरह छोटी बहन अनीता ने भी ब्लॉग जगत में बहुत कम समय में अपनी बहुत ही शालीनता भरी पहचान बनाई है | अपने मौलिक अंदाज में लिख रही मनमुग्ध कवयित्री हैं |जिनके पति सेना में सेवारत हैं |अपना खाली समय उन्होंने अपने बेहतरीन शौक को समर्पित किया है जिससे वे आज ब्लॉग जगत का जाना पहचाना नाम हैं | बहुत ही ख़ुशी की बात है कि आज उनके ब्लॉग की पहली वर्ष गांठ भी है

    आपने उनके ब्लॉग से बहुत ही सटीक रचनायें चुनी हैं | आपने तीनों को इक मंच पर लाकर जोड़कर एक अटूट रिश्ते की नीव रख दी है | दोनों को मेरी ओर से ढेरों शुभकामनायें और बधाई | मेरी रचनाएँ बहुत ही साधारण हैं और मैं नहीं जानती मैंने क्या लिखा - कैसा लिखा | पर आप जैसे स्नेहियों ने उन्हेंदेखा और पढ़कर , परखकर अनमोल बना दिया | आज उन सभी का कोटिश आभार जिन्होंने इस प्रस्तुति में शामिल होकर अपनी शुभकामनायें दीं | आदरणीय दिगम्बर . आदरणीय यशोदा दी , प्रिय बहन मीना जी , सखी अनुराधा जी , प्रिय सखी कामिनी जी के साथ प्रिय अनीता का आभार व्यक्त करती हूँ और प्रिय श्वेता को विशेष आभार जिनके सहयोग से आज रचना तुरंत पढ़ पायी अन्यथा मुझे पता भी ना चलता | और आपको आभार कहूं तो इस स्नेह की गरिमा ना बचेगी इसलिए बस मेरी हार्दिक शुभकामनायें और हार्दिक स्नेह आपके लिए | सपरिवार खुश रहिये और सलामत रहिये |

    जवाब देंहटाएं
  12. वाह बहुत शानदार प्रस्तुति। तीनों अतुल्य कलम की धनी प्रिय बहनों पर आपने बहुत सुंदर शोध पूर्ण टिप्पणी और व्याख्यात्मक भावपूर्ण विचार प्रेसित किये तीनों को बहुत बहुत बधाई और मां सरस्वती से प्रार्थना है कि तीनों की लेखन यात्रा निर्बाध गति से आगे को अग्रसर होती हुई नये सोपान चढती रहे ।
    संसंजय जी आपको बहुत सा साधुवाद ऐसे सराहनीय कदम के लिए।

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत ही शानदार रचना प्रस्तुत की है आपने। इसके लिये आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  14. बहुत ही सुंदर लिखती हैं सभी। मैंने भी कई रचनाएँ पढ़ी हैं। शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  15. आदरणीय संजयजी, ब्लॉगजगत की त्रिवेणी का संगम यह लेख पढ़कर मन प्रसन्न हो गया। सचमुच, प्रशंसा के पात्र तो आप भी हैं जो इन प्रतिभाओं को सभी से परिचित कराया आपने इस लेख के माध्यम से। आपको विशेष साधुवाद।
    अनुराधा बहन और अनिता बहन ने बहुत कम समय में ही ब्लॉग जगत में अपनी पैठ बना ली है। मेरी लगभग सभी रचनाओं पर वे तुरंत आकर अपनी राय देती और मेरा उत्साह बढ़ाती हैं। दोनों ही लिखती भी बहुत सुंदर हैं और विविध विषयों को कवर करने में माहिर हैं।
    रेणु बहन के बारे में क्या कहूँ ? ना केवल लेखन बल्कि अपने सहयोग, शालीनता और विस्तृत विश्लेषणात्मक टिप्पणियों के लिए वे ब्लॉग जगत में विशेष पहचान रखती हैं। फोन पर तीन चार बार बात होने के बाद से तो मेरे लिए वे बिल्कुल बहन जैसी हो गई हैं।
    मैं इन तीनों बहनों और सखियों को हार्दिक शुभकामना देती हूँ। माँ सरस्वती की कृपा बनी रहे।

    जवाब देंहटाएं
  16. जीवंत प्रस्तुति. शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  17. सभी सखियों को बधाइयां ,सभी बहुत ही बढ़िया लिखती हैं ।संजय तुम्हारा सहयोग तो अनमोल है ।

    जवाब देंहटाएं
  18. इनके ब्लॉग पढ़ता रहता हूँ. हार्दिक शुभकामनाएं...

    जवाब देंहटाएं
  19. ब्लोगेर्स मित्रो से आपका रिश्ता कमाल है। यूंही नई नई शख़्सियती से परिचित कराते रहे।

    जवाब देंहटाएं

एक निवेदन !
आपके द्वारा दी गई प्रतिक्रिया मेरे लिए मूल्यवान है
- संजय भास्कर