09 जून 2014

........ तेरे डिब्बे की वो दो रोटियाँ :)

( चित्र - गूगल से साभार ) 

तेरे डिब्बे की वो दो रोटियाँ..
कहीं बिकती नहीं..
माँ, महंगे होटलों में आज भी..
भूख मिटती नहीं...!

ये पंक्तियाँ मझे Mother's Day पर SMS में मिली, काफी दिनों से व्यस्त होने के कारण ब्लॉगजगत से दूर था आज समय मिला तो आप सब से साँझा कर लीं !


-- संजय  भास्कर