.......परिंदों को भी उड़ा देते हैं लोग :))
खुल के दिल से मिलो तो सजा देते हैं लोग
सच्चे जज़्बात भी ठुकरा देते हैं लोग
क्या देखेंगे दो लोगों का मिलना
बैठे हुए दो परिंदों को भी उड़ा देते हैं लोग !
ये पंक्तियाँ मझे SMS में मिली, अच्छी लगी तो ब्लॉग पर आप सब से साँझा कर लीं !
-- संजय भास्कर
बेहद खूबसूरत और एकदम सही बात लिखी गई है...!!
जवाब देंहटाएंसंजय जी ..बड़ा अच्छा किया आपने जो इन पंक्तियों को हमारे साथ बाँट लिया.
जवाब देंहटाएंइसके लिए आपको आभार
वाह, बहुत ही सुन्दर
जवाब देंहटाएंसुंदर !
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंऐसे ही होते हैं लोग...
जवाब देंहटाएंवाह, बहुत ही सुन्दर संजय जी।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति, आभार आपका।
जवाब देंहटाएंसुंदर और सार्थक प्रस्तुति. शुक्रिया इसे साझा करने के लिये.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर.....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सटीक...
जवाब देंहटाएंसुन्दर पंक्तियां
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंगज़ब भाई जी , इस वक़्त कुछ कुछ ऐसा हि बीत रहा है मेरे साथ , इन पंक्तियों में बहुत कुछ है , धन्यवाद
जवाब देंहटाएंInformation and solutions in Hindi
प्यार की परिभाषा बताओ उन्हें जो दो परिंदो को उड़ा देते हैं
जवाब देंहटाएं:-) सुन्दर पंक्तियाँ है....
जवाब देंहटाएंअनु
भावो को खुबसूरत शब्द दिए है अपने...
जवाब देंहटाएंसुन्दर पंक्तियां...
जवाब देंहटाएंbahut sundar panktiya .....thanks ....
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब .....और सही भी है
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ....
जवाब देंहटाएंमर्म भेदी पंक्तियाँ।
जवाब देंहटाएंजितनी सुंदर पंक्तियाँ उतना ही सुंदर चित्र। कैसे कोई इतना निर्मम हो सकता है।
जवाब देंहटाएंवाकई बहुत सही
जवाब देंहटाएंबढ़िया !
बहुत ही लाजवाब बंध है ... सच है की छोटी छोटी खुशियाँ नहीं दे पाते हैं कुछ लोग ...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत..
जवाब देंहटाएंवाह .... बहुत खूब
जवाब देंहटाएंSundar
जवाब देंहटाएंriderfreelance.blogspot.in
Behad sundar. :)
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी रचना है ! बिलकुल सटीक !!
जवाब देंहटाएं