19 जुलाई 2011
' नीम ' पेड़ एक गुण अनेक..........>>> संजय भास्कर
नीम के बारे बचपन से सुना था यह कई प्रकार के रोगों में काम आता है पर कुछ दिनों पहले जब मैं अस्वस्थ था तो नीम के बारे में बहुत सी जानकारियां मिली नीम के पत्तो का काफी उपयोग भी किया गया मेरे लिए | नीम हमारे भारतीय मूल कि प्रजाति है जो सबसे अधिक मूल्यवान है लेकिन आज कल कि पीढ़ी को इसके बारे में बहुत ही कम जानकारी है | नीम बहुत ही गुणकारी पेड़ है नीम की पत्तिया , छाल , नीम के फल सभी बहुत ही गुणकारी है | नीम की पत्तियों का धुँआ मच्छरों और कीड़े मकोडो को दूर भगाता है कुछ समय पहले तक इसका इस्तेमाल बड़े -बड़े गोदामो में नीम की पत्तियों का धुआं फैका जाता था जिसके कारण भंडारित अनाज में कीट पतंगे नहीं लगते थे , नीम के छाल से कई प्रकार के रसायन मिलते है जो चमड़ा रंगने के काम आते है नीम का उपयोग तेल साबुन , दन्त मंजन बनाने में भी किया जाता है | नीम के वृक्ष में अन्य पेड़ की अपेक्षा अधिक ओक्सिजन होती है | आदि काम में हमारे ऋषि मुनि भी कहा करते थे की नीम हवा को साफ़ करता है इसके हर भाग में औषधिक गुण है इसी कारण हमारे बुजुर्ग सदियों से घरो के समीप नीम के पेड़ लगाते आये है |
आदि काल से इसका नाम उन देवताओ के साथ लिया जाता है जो रोगों और बीमारियों से हमारी रक्षा करते आये है सदियों से किसान अनाज को कीड़ो से बचाने के लिए नीम का पत्तो का प्रयोग करता आया है | गावो में चरम रोगों होने पर भी नीम की पत्तियों को उबाल कर नहाने की सलाह दी जाती है, पेट के कीड़ो और गठिया रोगों में भी नीम का तेल दवा के रूप में काम आता है | सदियों से हमारे पूर्वज नीम को घरेलु चिकित्सक के रूप में प्रयोग करते आये है आयुर्वेद में नीम को " सर्वरोग निवारण " की संज्ञा दी गई है | और भी ऐसी बहुत सी बीमारियाँ है जिसमे नीम का उपयोग होता है |
गाव देहात के लोगो पुराने समय से नीम के गुणों को जानते आये है परन्तु आज नीम का उपयोग पूर्ण रूप से नहीं हो रहा है गावो में अक्सर लोग नीम का दातुन के रूप में इस्तेमाल करता है जो मुह के कई रोगों से रक्षा करता है हम खुद भी जब भी गाव जाते है टूथब्रश का इस्तेमाल बहुत ही कम करते है दातुन का ही प्रयोग करते है
..............घर के आँगन में नीम के पेड़ को लेकर कितने ही सांस्कृतिक बिम्ब हमारे सामाजिक जीवन में उभरे है , हिंदी साहित्य तथा गीतों में भी नीम का खुलकर बखान हुआ है साप के काटने पर भी नीम की पत्तियों खिलाने का प्रचलन भी देहातो में है नीम के अनेको गुण है जिन लोगो ने इसे गंभीरता से जांचा परखा है उनका मानना है नीम अपने से दूसरी प्रजाति के पेड़ पौधों को भी सुरक्षा प्रदान करता है |
.........नीम में में विशेषताओं का खजाना लबालब भरा पड़ा है जो सिर्फ अधिक फसलो से उत्पादन में हमारी मदद करता है बल्कि भयंकर बीमारियों के उपचार हेतु प्रयोग में लाया जता है |
नीम की महता को देखते हुए आज आवस्यकता इस बात की है की इस पेड़ को बहुमूल्य राष्ट्रीय संपदा घोषित किया जाए ............!
चित्र :- गूगल देवता से साभार
-- संजय भास्कर
neem ke gunon ka accha varnan...dhanyawad
जवाब देंहटाएंसही कहा संजय जी ... नीम के पेड़ आज कल ज्यादा दिखाई नहीं देते अपने देश में ... जबकि सच कहूँ तो दुबई में जो की डेसर्ट है वहाँ आजकल नीम के पोधे बड़ी संख्या में रोपे जा रहे हैं ...
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा है आपने ..नीम के बारे में
जवाब देंहटाएंयह एक गुणकारी एवं लाभकारी पेड़ है ..बधाई सुन्दर एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुति के लिये ।
great article
जवाब देंहटाएंisi bahane hi sahi koi jage to , yaha to sabko bus jagane wala chahiye.............sarthak aur gyanverdhak post ke liye badhai........
जवाब देंहटाएंaap hamesha hi sarthal likhte ho waise ............
Jankari bhara lekh
जवाब देंहटाएंbahut bahut dhanyawad
नीम का पेड़ बहुत उपयोगी है. अच्छा वर्णन.
जवाब देंहटाएंनीम के बारे मे काफ़ी उपयोगी जानकारी दी…………आभार्।
जवाब देंहटाएंसावधानी भी जरूरी होती है, नीम की तासीर ठंडी होती है (शीतला/माता) और इसके पत्तों से हो कर जो पानी दीवारों पर गिरता है, उस पर का पलस्तर बहुत जल्दी उखड़ जाता है. बाकी हम तो दातौन पीढ़ी के सदस्य हैं.
जवाब देंहटाएंsahi kaha aapne आज नीम का उपयोग पूर्ण रूप से नहीं हो रहा है .
जवाब देंहटाएंaajkal hum log apani virasat boolate ja rahe hai..
yad dilane ke liye dhanyavad
Young generation will surely benefit from your knowledgeful effort.
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा है आपने नीम एक गुणकारी एवं लाभकारी पेड़ है, विशेषताओं का खजाना है... सुन्दर एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुति के लिये बधाई...
जवाब देंहटाएंमेरे घर के आसपास खूब सारे नीम के पेड हैं।
जवाब देंहटाएंहम बचपन में फोडे-फुंसी होने पर नीम की छाल घिस कर लेप लगाया करते थे।
निंबोली खूब खाई हैं।
हमारे सावन के झूले भी नीम पर होते थे।
मेरी दादी जी रोजाना थोडी देर नीम के पेड के नीचे जरुर जाकर बैठती हैं।
प्रणाम
सही कहा संजय जी ,नीम एक गुणकारी एवं लाभकारी पेड़ है !
जवाब देंहटाएंज्ञानवर्धक प्रस्तुति के लिये बधाई
नीम के पेड़ के बारे में रोचक और बहुमूल्य जानकारी मिली, आपके प्रकृति प्रेम का भी ज्ञान हुआ आभार !
जवाब देंहटाएंजो नीम का पेड़ काटे उसे ही नीम पागल कहते हैं
जवाब देंहटाएंप्रकृति के अनगिनत वरदानों में यह एक अमूल्य वरदान है !
जवाब देंहटाएंनीम के फायदे बतातीयुवा पीढ़ी के लिए उपयोगी पोस्ट हैं.
जवाब देंहटाएं"सवाल-जवाब प्रतियोगिता-कसाब आतंकी या मेहमान" मैं विचार व्यक्त करने का सुअवसर मिला.
"यहाँ चलता हैं बड़े-बड़े सूरमों का एक छत्र राज और अंधा कानून" और "नाम के लिए कुर्सी का कोई फायदा नहीं-रमेश कुमार जैन ने 'सिर-फिरा' दिया"
नीम के गुणों को दर्शाती उत्तम पोस्ट |बहुत अच्छी बन पडी है |बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
गुणकारी नीम के ऊपर बहुत च्चा आलेख लिखा है आपने!
जवाब देंहटाएंदिगम्बर नासवा ने कहा…
जवाब देंहटाएंसही कहा संजय जी ... नीम के पेड़ आज कल ज्यादा दिखाई नहीं देते अपने देश में ... जबकि सच कहूँ तो दुबई में जो की डेसर्ट है वहाँ आजकल नीम के पोधे बड़ी संख्या में रोपे जा रहे हैं ...
और हम?
हमारे रोग बड़े भयंकर हैं शायद ||
अपने बागन में २ पेड़ हैं नीम के ||
बिल्कुल सही कहा है आपने ..नीम के बारे में
जवाब देंहटाएंयह एक गुणकारी एवं लाभकारी पेड़ है ..बधाई सुन्दर एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुति के लिये ।
बधाई......... Sanjayji 300 followers... Great achievement...
जवाब देंहटाएंसुंदर जानकारी और आलेख. नीम के उपयोगिता के बारे में अमूल्य जानकारी.
जवाब देंहटाएंआपके स्वास्थ्य लाभ में नीम का उपयोग हुआ इससे अधिक क्या कहा जाए कि हाथ कंगन को आरसी क्या. बहुत खूब.
जवाब देंहटाएंनीम के नीचे रहने से भूत भी नहीं लगते।
जवाब देंहटाएंहर चीज में कोई न गुण तो होता है, हमें जरूरत है उसे जानने की, पहचानने की. नीम तो कुदरत का वरदान है. ऐसा नहीं कि अन्य पेड़ किसी काम के नहीं. हमें पेड़ों के बारे में ज्यादा सोचना चाहिए.
जवाब देंहटाएंसही कहा....
जवाब देंहटाएंनीम का पेड़ बहुत ही उपयोगी होता है और आपने बहुत सुन्दरता से नीम का वर्णन किया है! बढ़िया और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई! शानदार और ज्ञानवर्धक पोस्ट!
जवाब देंहटाएंneem apne aap me bahut gunkari aur sunder ped hai...iski chhaya sabse ghani aur sheetal hoti hai...badiya jankari aabhar...
जवाब देंहटाएंनीम पर भी कोई बोल्गर दोस्त ऐसी जानकारी दे सकता है आश्चर्य हुआ पढ़ कर और साथ साथ अच्छा भी लगा .....संजय ऐसे ही लिखते रहे ......आभार
जवाब देंहटाएंneem ke samband mai mahtvpurn jankari
जवाब देंहटाएंdene ko aapka aabhar
neem ke samband mai mahtvpurn jankari
जवाब देंहटाएंdene ko aapka aabhar
बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी दी है आपने...धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंnice post yes neem is very useful
जवाब देंहटाएंआपने नीम के बहुत सारे गुणों से हमें अवगत कराया ...................धन्यवाद
जवाब देंहटाएंअद्भुत गुण हैं नीम के पेड़ में .
जवाब देंहटाएं@ नसवा जी
जवाब देंहटाएंये तो बहुत अच्छी बात है आपने जानकारी दी आपका आभार
@ अमरेंदर अमर जी
जवाब देंहटाएंयही सोच कर लिखा है शायद इसी बहाने लोगो को इसकी खुबिया पता चले
@ राहुल सिंह जी..
जवाब देंहटाएंसावधानी तो सभी जगह जरूरी है सर
@ विवेक मिश्र जी..
जवाब देंहटाएंनीम हमे विरासत में मिला है
लेकिन अब उसका उपयोग नहीं कर पा रहे है ...!
@ अंतर सोहिल जी..
जवाब देंहटाएंनीम के लेप से फोड़े फुंसी तो दूर होते ही है साथ ही इसकी दातुन भी बहुत ही लाभदायक है
आपकी दीदी जी को इसके सारे गुण पता है तभी वह आज भी उनका लाभ ले रही है
bahut badhiya sanjay bhai, neem ke faayde bataane ke liye
जवाब देंहटाएं"गुणकारी" पोस्ट!!
जवाब देंहटाएंBahut hi mahatwapurna jankari di aapne.. waise neem to sahi mein gunkari hai, lekin aapne neem ki bahut sari khubiyon ke bare mein bataya.. dhanyawaad..
जवाब देंहटाएंबहुत गुणकारी है नीम.. आप कैसे हैं..
जवाब देंहटाएंआपकी प्रवि्ष्टी की चर्चा कल बुधवार के चर्चा मंच पर भी की गई है!
जवाब देंहटाएंयदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल उद्देश्य से दी जा रही है!
सही कहा नीम एक गुणकारी एवं लाभकारी पेड़ है लेकिन नीम आजकल बहुत ही कम दिखाई देने लगे है.सुन्दर एवं उपयोगी लेख....बधाई
जवाब देंहटाएंBahut khoob! Neem waaqayee badaa gunkaaree hai!
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सत्य कहा आपने, शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
उपयोगी आलेख.
जवाब देंहटाएंBahut hi achi jankari di hai apne dhanyawaad..
जवाब देंहटाएंJai hind jai baharatBahut hi achi jankari di hai apne dhanyawaad..
Jai hind jai baharat
बिल्कुल सही कहा है आपने ..नीम के बारे में
जवाब देंहटाएंभारत में एक कहावत प्रचलित है कि जिस धरती पर नीम के पेड़ होते हैं वहाँ मृत्यु और बीमारी कैसे हो सकती है।
नीम के पेड़ पूरे दक्षिण एशिया में फैले हैं और हमारे जीवन से जुड़े हुए हैं।
लेकिन, अब अन्य देश भी इसके गुणों के प्रति जागरूक हो रहे हैं
विदेशों में नीम को एक ऐसे पेड़ के रूप में पेश किया जा रहा है,
जो डायबिटीज से लेकर एड्स, कैंसर और न जाने किस-किस तरह की बीमारियों का इलाज कर सकता है।
।
बिल्कुल सही कहा है आपने ..नीम के बारे में
जवाब देंहटाएंभारत में एक कहावत प्रचलित है कि जिस धरती पर नीम के पेड़ होते हैं वहाँ मृत्यु और बीमारी कैसे हो सकती है।
नीम के पेड़ पूरे दक्षिण एशिया में फैले हैं और हमारे जीवन से जुड़े हुए हैं।
लेकिन, अब अन्य देश भी इसके गुणों के प्रति जागरूक हो रहे हैं
विदेशों में नीम को एक ऐसे पेड़ के रूप में पेश किया जा रहा है,
जो डायबिटीज से लेकर एड्स, कैंसर और न जाने किस-किस तरह की बीमारियों का इलाज कर सकता है।
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बिल्कुल सही कहा है आपने ..नीम के बारे में
जवाब देंहटाएंभारत में एक कहावत प्रचलित है कि जिस धरती पर नीम के पेड़ होते हैं वहाँ मृत्यु और बीमारी कैसे हो सकती है।
नीम के पेड़ पूरे दक्षिण एशिया में फैले हैं और हमारे जीवन से जुड़े हुए हैं।
लेकिन, अब अन्य देश भी इसके गुणों के प्रति जागरूक हो रहे हैं
विदेशों में नीम को एक ऐसे पेड़ के रूप में पेश किया जा रहा है,
जो डायबिटीज से लेकर एड्स, कैंसर और न जाने किस-किस तरह की बीमारियों का इलाज कर सकता है।
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bahut sundar lekh...neem ek gun anek
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी .....आभार.
जवाब देंहटाएंनीम बचपन से सदा ही साथ रहा है।
जवाब देंहटाएंनीम का पेड गुण कारी तो है ही सुंदर भी बहुत है इसकी लाल कोंपले जो बाद में घहरी हरी होकर हवा को शुद्ध करती है कितनी सुंदर लगती हैं और जब इनमें हल्के पीले सफेद फूल आते हैं तो कहना ही क्या । बचपन में हम एक गाना गाते थे कि हे सखी नीम पर बहार आई है जैसे हरी साडी में हल्की पीली किनार लगी है ।
जवाब देंहटाएंइसकी अनेक औषधी उपयोगों की वजह से ही कुछ बैद लोग इसे हर बीमारी में दे देते थे जिनके लिये कहा जाता था नीम हकीम खतरे जान ।
नीम की खूबिया बताने के लिए धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबचपन में जितनी भी निबोलिया खायी है सब याद दिल दी
जवाब देंहटाएंसंजय भाई नीम कड़वा होता है लेकिन निबोली मीठी
ऐसा क्यों ?
सुन्दर एवं उपयोगी लेख....बधाई
जवाब देंहटाएंnice information sir ji
जवाब देंहटाएंvery good
उपयोगी पोस्ट।शुभकामनायें\
जवाब देंहटाएंभाई संजय जी गाँव में आज भी ५०% बीमारियों का इलाज़ अकेले नीम से ही हो जाता है
जवाब देंहटाएंसाधुवाद आपको !
संजय भ्राता श्री बहुत ही सार्थक , ज्ञान वर्धक लेख आप का -नीम से आज भी गाँवों में कितना इलाज हो जाता है -लोग इस की कोमल ताजी निकलती पत्तियों की भुंजिया भी बना खाते हैं -आभार आप का सुन्दर चित्र और प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं-शुक्ल भ्रमर ५
भ्रमर का झरोखा -दर्द-ए -दिल
bahut hi gyanvardhak post diya hai sanjay bhaiaapne.............sukriya
जवाब देंहटाएंgood
जवाब देंहटाएंसच में नीम के बहुत फायदे है !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी दी है आपने !
नीम के बारे मे काफ़ी उपयोगी जानकारी दी| धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंआपने नीम के जितने भी गुण बताये हैं वो सारे के सारे मैंने खुद अपने घर पर इस्तेमाल किया है |
जवाब देंहटाएंमैं मूलतः गाँव का हूँ |मेरे घर के सामने नीम के ६ वृक्ष हैं| आज भी जब मैं घर जाता हूँ तो सिर्फ नीम का ही दातुन करता हूँ |
एक गुण और -- पेट के कीड़ों की समस्या होने पर इसकी पत्तियाँ चबाने से कीड़ों का सफाया हो जाता है |
नीम की फलियों का तेल बनाया जाता है जो अलग -२ बीमारियों में प्रयुक्त होता है |
इसकी पत्तियों और फलियों को जैविक खाद के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं |
नीम के बारे मे उपयोगी जानकारी, धन्यवाद,
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
neem ke guno ka achha varnan kiya hai aapne...
जवाब देंहटाएं@ अरुणेश दावे जी..
जवाब देंहटाएंआपने सही कहा इसे कतेवाला ही कोई पागल ही होगा
@ संध्या जी..
...बहुत बहुत धन्यवाद
@ भूषण जी..
अपने सही कहा ...
@ ऍम सिंह जी..
अन्य पेड़ का तो पता नहीं पर हमे तो नीम के बारे में पता है सो लिख दिया ...!
@ रूप चन्द जी..
मेरी प्रवि्ष्टी चर्चामंच पर लेने के लिए आपका आभार
@ मदन शर्मा जी..
जवाब देंहटाएंआपने भी अपनी टिपण्णी के ज़रिये हमे बहुत जानकारी दे दी है
@ मिस आशा जोगलेकर जी..
इसकी अनेक औषधी उपयोगों की वजह से ही कुछ बैद लोग इसे हर बीमारी में दे देते थे जिनके लिये कहा जाता था नीम हकीम खतरे जान ।
.................बहुत बहुत आभार
@ दीपक भाई
संजय भाई नीम कड़वा होता है लेकिन निबोली मीठी
ऐसा क्यों ?....इसकी जानकारी तो नहीं है भाई
@ अवनीश सिंह जी..
आप तो बहुत ही बढ़िया काम कर रहे है जो नीम का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे है ...!
sanjay ji neem ke bare me upyogi jankari dee hai aapne hamare bageeche me bhi ek neem ka ped tha jiski chhaya me ham khel kood kar bade hue the 12 july 2010 kee barish me vah gir gaya hame uska bahut dukh hai kyonki vah bahut gunkari hota hai aur kahte hain ki vah din v rat dono me hi oxyzan chhodta hai aur yah gun keval usme v peepal me hi kahte hain .sarthak post aabhar
जवाब देंहटाएंनीम का पेड़ बहुत उपयोगी है. अच्छा वर्णन.
जवाब देंहटाएंआपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.
लिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
अगर आपको love everbody का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ।
नीम तेरे गुण अनेक ......क्या बात हें ?
जवाब देंहटाएंज्ञानवर्धक प्रस्तुति ........
जवाब देंहटाएंनीम की खली की खाद भी अच्छी बनती है और विदेशों में तो नीम से पेस्टिसाइड तैयार किये जा रहे हें। मुझे याद है बचपन में एक बार गर्मी में मुझे बुखार चढ़ गया जो उतरने का नाम नहीं ले रहा था। कई डॉक्टरों को दिखाया गया पर कोई फायदा नहीं हुआ। अंत में मुझे एक सप्ताह नीम का काढ़ा पिलाया गया और मेरा बुखार एकदम सही हो गया। यह वास्तव में रामबाण के समान है।
जवाब देंहटाएंsanjay ji
जवाब देंहटाएंbahut hi badhiya jankari likhi hai aapne halanki inke guno se ham sabhi achhi tarh se parichit hain fir bhi sharo me iska upyog bahut hi kam ho gaya hai.
jabki aaj bhi neem ka ped apna ek visheshhh mahatv rakhta hai .
bahut hi achhi lagi aapki post
bahut bahut badhai
poonam
bilkul sahi upyog batayaa aapne neem ka sach main neem se kai rogon se chutkara mil sakataa hai.aek bahut gyaamverdhak lekh.badhaai aapko.
जवाब देंहटाएंneem ke ped ke bare me achchhi jankari mili.
जवाब देंहटाएंdhanywad, sanjay ji.
नीम का पेड़ बहुत उपयोगी है.
जवाब देंहटाएंबहुत ज्ञानवर्धक प्रस्तुति के लिए आपका आभार!
बहुत ही बेहतरीन पोस्ट .......
जवाब देंहटाएंregards
naveen kumar solanki
http://naveensolanki.blogspot.com/
http://drnaveenkumarsolanki.blogspot.com/
beautiful post on 'Neem"
जवाब देंहटाएंहमारे घर में आज भी आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा अच्छा मानते हैं...इतनी बातें पता नहीं थी नीम के बारे में.अच्छा लगा पढ़ कर..
जवाब देंहटाएंनीम में बहुत गुण हैं.पहले हर गली मोहल्ले में नीम के पेड़ हुआ करते थे.लेकिन जैसे 'घर का जोगी जोगना आन गाँव का सिद्ध' नीम का निरादर होता गया और अब मुश्किल से देखने में आते हें नीम के पेड़.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.
gyanvardhak
जवाब देंहटाएंनीम दवाओं का भण्डार.वाह.
जवाब देंहटाएं@ आनंद द्विवेदी जी..
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने
आज भी ५०% बीमारियों का इलाज़ अकेले नीम से ही हो जाता है
@ सुरेंदर भरमार जी..
लोग इस की कोमल ताजी निकलती पत्तियों की भुंजिया भी बना खाते हैं
ये तो नई जानकारी दी आपने
@ शालिनी कौशिक जी..
बहुत दुःख हुआ आपके बगीचे का नीम गिर गया पर कोई बात नहीं आप नीम का नया पौधा लगा दे
@ घनश्याम मौर्य जी..
तभी तो नीम दवाओं का भण्डार है
very informative post .
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकारी दी है सर
जवाब देंहटाएंसादर
आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
जवाब देंहटाएंhttp://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
thanks sanajay ji for sharing such a great knowledge among us ..
जवाब देंहटाएंबधाई सुन्दर एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंbahut hi informative article. Thanks
जवाब देंहटाएंbhut acchi zankari hai, badhyee
जवाब देंहटाएंसंजय जी नी के बारे में बहु -उपयोगी सामिग्री देती पोस्ट है आपकी .कृपया इधर का रुख भी करें .आपने तो आना जाना ही छोड़ दिया .http://sb.samwaad.com/
जवाब देंहटाएंइस उपयोगी पोस्ट के लिए बहुत बहुत आभार...
जवाब देंहटाएंसच है, नीम अपार उपयोगी है...
हमें दरअसल आदत सी हो गई है..जब तक कोई संसाधन विलुप्त होने की श्रेणी में नहीं आ जाता हम उसे बचाने की कोशिश नहीं करते...गाँवों में तो फिर भी नीम दिख जाते हैं, शहरों में इसकी उपलब्धता की आवश्यकता अधिक है...
जवाब देंहटाएंगुणों की खान नीम....
जवाब देंहटाएंजीवनोपयोगी लेख ....आभार
नीम की उपयोगिता पर बहुपयोगी लेख...
जवाब देंहटाएंनीम के बारे में ज्ञानवर्धक अलेख के लिए आभार...आपके शीघ्र स्वास्थ्यलाभ के लिए शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंसादर,
डोरोथी.
नीम एक गुण अनेक... पेट के कीड़ों के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है... बहुत उपयोगी लेख..
जवाब देंहटाएंbahut achchi jankari di......dhanywad.
जवाब देंहटाएंsach kaha sanjay ji neem bahut upkaari hai .iski hawa bhi laabhkaari hoti hai aur mah aushdh bhi hai ,uttam jaankaari .
जवाब देंहटाएंमुझे ये बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है की हिंदी ब्लॉगर वीकली{१} की पहली चर्चा की आज शुरुवात हिंदी ब्लॉगर फोरम international के मंच पर हो गई है/ आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज सोमवार को इस मंच पर की गई है /इस मंच पर आपका हार्दिक स्वागत है /आइये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/इस मंच का लिंक नीचे लगाया है /आभार /
जवाब देंहटाएंwww.hbfint.blogspot.com
@ पूनम जी
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही कहा आपने
@ अभी जी
आभार आपका
@ राकेश कुमार जी
जैसे 'घर का जोगी जोगना आन गाँव का सिद्ध' नीम का निरादर होता गया और अब मुश्किल से देखने में आते हें नीम के पेड़.
बढ़िया जानकारी दी अपने
@ प्रेरणा अर्गल जी
.......ये तो मेरा सोभाग्य है हिंदी ब्लॉगर वीकली{१} की पहली चर्चा में मेरी पोस्ट को जगह दी गई
@ पूनम जी
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही कहा आपने
@ अभी जी
आभार आपका
@ राकेश कुमार जी
जैसे 'घर का जोगी जोगना आन गाँव का सिद्ध' नीम का निरादर होता गया और अब मुश्किल से देखने में आते हें नीम के पेड़.
बढ़िया जानकारी दी अपने
@ प्रेरणा अर्गल जी
.......ये तो मेरा सोभाग्य है हिंदी ब्लॉगर वीकली{१} की पहली चर्चा में मेरी पोस्ट को जगह दी गई
Nim ke bare men achhi jankari mili.
जवाब देंहटाएं_________________
'पाखी की दुनिया' में भी घूमने आइयेगा.
sanjay ji isi neem ke ped ke neeche pahli baar aapse mulakat hui thi.. aaj isi neem ke ped ke neeche baithkar aapko badhai de raha hoon..aapke karwan mein309 log shamil ho chuke hain..dua hai karwan badhta rahe..hardik shubhkamnaon ke sath...
जवाब देंहटाएंneem par bahut hi achha lekh likha hai.
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen
neem ke bare me achchi tippani hai or yah sahi hai neem ek osadhik ped hai.
जवाब देंहटाएंneem ke ped ko muh par bhi laga sakte hai isse muhase bhi door ho jate hai
जवाब देंहटाएंAapka lekh padne k baad hum kuch log ek team bana rahe hai jise hum neem team ka naam de rahe h hamara udeshya jyada se jyada neem k ped lagana h....
जवाब देंहटाएं