20 अप्रैल 2010

जो आँखों में ही रहते है

 होंठो की जुबां ये आंसु कहते है ,
चुप रहते है मगर फिर भी बहते है
इन आंसुओ की किस्मत तो देखो
ये उन के लिए बहते है ,
जो आँखों में ही रहते है |

51 टिप्‍पणियां:

  1. मारक! ये पंक्तियां...
    ये उन के लिए बहते है ,
    जो आँखों में ही रहते है |
    बेहतरीन।

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  2. वाह दोस्त बहुत अच्छा लिखा है आपने
    बधाई

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  3. ye ansu b ajeeb hote hain...
    dil ka dard ankho k raste se baha dete hain,

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  4. पिक्चर एक दम मस्त लगा है भाई। शेयर तो अद्भुत होते ही हैं।

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  5. bahut sunder.bhaw puurn .badhaai anushii

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  6. ये उन के लिए बहते है ,
    जो आँखों में ही रहते है |

    पलकें झपक कर आँखों में कैद कर लो
    बहुत सुन्दर

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  7. बेनामी4/20/2010

    bahut hi behtareen....
    aapko padhkar achha lagta hai....
    yun hi likhte rahein....

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  8. बेहुत ही खूबसूरत भावाभिव्‍यंजना | बधाई ।।

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  9. bahut acha likha hai sir ji...keep it up!

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  10. badhiya sher yaad dilaya...abhi kuch din pehle hi ek mitr ne mobile bheja tha

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  11. wow yar bahut sundar muktak he


    bahut khub

    jabardast he

    shekhar kumawat

    http://kavyawani.blogspot.com/

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  12. बहुत शानदार प्रस्‍तुति संजय भास्‍कर आपको नमन इसी तरह कम शब्‍दों में भावनाएं जगाते रहें, ढेर सारी शुभकामनाएं

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  13. बहुत सुन्दर प्रस्‍तुति संजय जी।

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  14. इन आंसुओ की किस्मत तो देखो
    ये उन के लिए बहते है ,
    जो आँखों में ही रहते है |
    ....bahut khoob ... badhaai !!!

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  15. बहुत सुन्दर लिखा आपने अंकल जी !

    ________________
    'पाखी की दुनिया' में इस बार माउन्ट हैरियट की सैर करना न भूलें !!

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  16. इन आंसुओ की किस्मत तो देखो
    ये उन के लिए बहते है ,
    जो आँखों में ही रहते है |

    bahut dhansu ...........

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  17. कमाल का लिखा है, दिल खुश कर दिया !

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  18. आंसुओं की किस्मत ...वही रहते हैं ...जहाँ वो रहते हैं ...
    बढ़िया है ..:)

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  19. lajawaab rachna .......bhavo ko bahut ghrai se vyakt kiya hai aapne

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  20. AAP SABHI BAHUT BAHUT SHUKRIYA
    UMEED HAI AAGE BHI MERA HOSLA BADHATE RAHENGE...


    DHANYAWAAD.....

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  21. संजय जी अपने बहुत गहरी बात बहुत
    कम शब्दों में बयां कर दी ......abhar

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  22. kam shabdo me kya baat keh di aapne... lajawab... pehli baar aapke blog par aaya aur aapka prashanshak ho gaya.. wonderful !

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  23. आभार.
    धन्यवाद.
    WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM

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  24. अद्वितीय...बेमिसाल रचना...और संलग्न चित्र तो अद्भुत है..बधाई..

    नीरज

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  25. Sanjay ji bahut hi acchi rachna ki hai aapne.
    Badhaii.

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  26. प्रिय संजय,

    आँसुओं के लिये खूब कहा और हमदर्द भी बने। श्री मनोज जी, रश्मिप्रभा जी, पंकज गोस्वामी जी आदि के कहने के बाद मेरे लिये तो कुछ बचा ही नही।

    बहुत अच्छा लगा आपको पढ़ना।

    सादर,

    मुकेश कुमार तिवारी

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  27. बहुत बढ़िया लिखा है आपने! शानदार!

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  28. ये उन के लिए बहते है ,
    जो आँखों में ही रहते है |
    Wah! Kya likha hai!

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  29. dhanywaad sanjay ji aapke tippaniyo ki liye.....

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  30. वाह बहुत खुब और चित्र भी लाजवाब है।

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  31. बेनामी4/21/2010

    सुंदर लिखा है.
    अच्छा लगा.

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  32. संजय जी, आपके ब्लॉग के शीर्षक की shan में मेरी एक ताजा त्रिवेणी पेश है-
    "मुस्कराने की ये आदत"

    हर ख़ुशी में मुस्काया हूँ, हर ग़म पे हूँ मुस्काया.
    नन्हे के तोतले बोल पे और तेरी शरारती छुअन पर मैं मुस्कराया.

    मुस्कराने की ये आदत तो, लगता है ऐसा, जान जाने पे ही जाएगी.

    जवाब देंहटाएं
  33. संजय जी, आपके ब्लॉग के शीर्षक की shan में मेरी एक ताजा त्रिवेणी पेश है-
    "मुस्कराने की ये आदत"

    हर ख़ुशी में मुस्काया हूँ, हर ग़म पे हूँ मुस्काया.
    नन्हे के तोतले बोल पे और तेरी शरारती छुअन पर मैं मुस्कराया.

    मुस्कराने की ये आदत तो, लगता है ऐसा, जान जाने पे ही जाएगी.

    जवाब देंहटाएं
  34. Dhanyawaad Manoj ji,Ekta ji,Ameen ji,
    Anushi ji,Vandaan ji,Verma ji,Shaekhar ji,Vyas ji,Chakresh ji,Anamika ji, Godiyal ji,Madav ji, Mahender ji, daleep ji,Kunwaj ji, Tau ji, Limty Ji,Harshita ji, shyam ji, akshita beta ,Tapaswani ji nilesh ji vani ji,sanjay ji, DEvesh bhai,Psing ji, Rashmi prbha mummy ji,Aarun ji, soni ji, Neraaj ji,Roshi ji, Mukesh ji, Babli ji,Kshamaji, Nikita ji,Anjana ji, Rajeev ji,Keshvendra ji, aap sbhi ka bahut -bahut shukriya aapne mera hoshla badhaya aur asha karta hoon aage bhi hosla badhate rahenge


    Dhanyawaad,,,,,,,,

    Sanjay bhaskar

    जवाब देंहटाएं
  35. बहुत सुन्दर लिखा आपने

    जवाब देंहटाएं
  36. अल्लाह! मार डाला ...........तुम्ही बताओ मित्र तुमने ये कोनसा रंग डाला

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  37. Kya Baat Hai!
    Marvellous!
    Jo Din Raat Ankhon Mein Hi Rehata Hai Usi ke liye Ansu Nikal rahe Hai?
    Wah1 Kya Khub Likha Hai!

    जवाब देंहटाएं
  38. बहुत सुन्दर प्रस्‍तुति संजय जी।

    जवाब देंहटाएं
  39. aap sbhi ka bahut -bahut shukriya aapne mera hoshla badhaya aur asha karta hoon aage bhi hosla badhate rahenge


    Dhanyawaad,,,,,,,,

    Sanjay bhaskar

    जवाब देंहटाएं
  40. beshak bahot khoob alfaaz rakam kiye hai

    जवाब देंहटाएं
  41. beshak bahot khoob alfaaz rakam kiye hai

    जवाब देंहटाएं

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- संजय भास्कर