**********जय बजरंग बली*************
मेरी अग्रोहा धाम की सैर के कुछ पल
ब्लॉग पर इस बार कुछ हट आप सभी मित्रो के लिए
आप सभी ब्लॉगर साथियों को मेरा सादर नमस्कार काफी दिनों से ब्लॉगजगत को समय नहीं दे पा रहा हूँ पर अब आज अपने छोटे से यात्रा संस्मरण के साथ आप सभी के समक्ष पुन: उपस्थित हूँ
घुमने तो अक्सर जाना हो ही जाता है पर पहले कभी इतना विशेष ध्यान नहीं दिया पर इस बार अग्रोहा धाम गया तो मंदिर को बारीकी से देखा व मंदिर के बारे में काफी जानकारी मिली जिसे आपके सामने चित्रों के साथ प्रस्तुत कर रहा हूँ !
ब्लॉग जगत दो घुमक्कड़ नीरज भाई ( मुसाफिर हूँ यारों )और संदीप भाई ( जाट देवता )जी तस्वीरों के साथ यात्रा संस्मरण लिखने के लिए जाने जाते है जो सभी ब्लॉग मित्रो की पसंद है ये जहाँ भी जाते है चित्रों के साथ पूरा संस्मरण लिखते है ।
इन्ही भाइयो से प्रेरणा पा कर मैं भी आज अपनी अग्रोहा यात्रा का विवरण लिखा है वो भी चित्रों के साथ
मुझे उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगा ............!!
ब्लॉग पर अबकी बार कुछ हट आप सभी मित्रो के लिए
अग्रोहा ( हरियाणा ) देहली रोड पर 190 K.M हिसार जिले में है जिसे महाराजा अग्रसेन जी की राजधानी जाना जाता है अभी कुछ दिन पहले अग्रोहा घुमने जाना हुआ ...............अग्रोहा है हमारे शहर से केवल 25 km ही पर कभी समय नहीं मिला जाने का पर इस शिवरात्रि को छुट्टी होने के कारण वहाँ जाने का मन बना ही लिया
....................आइये आपको भी अग्रोहा धाम की सैर करवाते है!
मंदिर का मुख्य द्वार
मंदिर के द्वार पर बनी हाथी बड़ी मूर्ति जो आकर्षण का केंद्र है
मंदिर के बायीं और बनी शिव जी विशाल प्रतिमा
अग्रोहा धाम प्राचीन कल से ही अनेको कथाये जुडी हुई है यहाँ का नवनिर्मित मंदिर पर्यटकों के लिए दर्शनीय स्थल है यहाँ हमेशा पर्यटकों का आना जाना लगा ही रहता है । यहाँ का मुख्य आकर्षण मंदिर में टीले पर बनी 90 फुट ऊँची हनुमान जी की प्रतिमा है जो राष्ट्रीय
राजमार्ग से गुजरने वालो के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है !
हनुमान जी की 90 फीट ऊँची प्रतिमा
यह प्रतिमा इसलिए आकर्षण का केंद्र हुई है इसकी उचाई बहुत ज्यादा है जो यहाँ से गुजरने वाले यात्रियों का ध्यान अनायास ही इस और चला जाता है ।
मंदिर के दाहिनी और बनी सुंदर प्रतिमा
मंदिर के पिछले भाग में बनी मुर्तिया जो समुद्र मंथन का दर्शया दिखा रही है
आइये आपको कुछ और जानकारी देते है जो मंदिर के पुजारी द्वारा हमे पता चली ,
इस मूर्ति को बनाने के पीछे एक चमत्कारिक घटना बताई जाती है । जो सन 1997 की है बताया जाता है
इस मंदिर में नोकायण स्थल के लिए जब खुदाई की जा राही थी , तो अचानक खुदाई के समय जमीन के गर्भ से बजरंग बली की पाषण मूर्ति मिली ।
जो करीब २ फीट ऊँची थी ............बताया जाता है जब यह खबर लोगो के कानो में पहुची तो आस पास के
शहरो से काफी लोग इकट्ठे हो गए ........सारा दिन कीर्तन चलता रहा उसके बाद इस बड़ी मूर्ति का निर्माण करवाया गया ।
जिसे बनाने में पूरे दो वर्ष लगे । जिसे कोलकाता के किसी मूर्तिकार ने बनाया है !
......और एक खास बात जो हमे बाद में किसी शिक्षक से पता चली इस .....इस प्रतिमा में 50 करोड़ बार ' श्री राम ' नाम लिख कर डाले गए है जो देश के विभिन्न कोनो से हनुमान जी व राम भगत लोगो द्वारा लिखवाए गए है ।
इस प्रकार इस प्रतिमा का महत्व बहुत ज्यादा है हर वर्ष हनुमान जयंती पर यहाँ भव्य मेले का आयोजन किया जाता है जिसमे दूर दराज से श्रदालु यहाँ आते है मान्यता है की यहाँ आने पर श्रदालुओ की मनोकामनाएं पूर्ण होती है !
एक और खास बात मंदिर के विषय में
इस मंदिर की नीचे के भाग में एक गर्भ गुफा भी है जिसके अन्दर कई स्थानों पर मुर्तिया है जिसे वैष्णो देवी गुफा की तरह बनाया गया है ! गुफा के अन्दर सभी देवियों की मुर्तिया स्थापित है गुफा की यात्रा करने में करीं अध घंटे का समय लगता है सभी मनोरंजन हेतु सभी साधन है .....बाहर से आने वालो के लिए ठहरने की सुविधा भी है इसी के साथ संस्मरण समाप्त होता है ।
आशा है आप मित्रो का जब भी कभी इस तरफ आना हो आप भी अग्रोहा धाम के दर्शन जरूर करें उम्मीद है सभी को पसंद आएगा !
................. धन्यवाद !!!!!!
-- संजय भास्कर
86 टिप्पणियां:
बहुत अच्छे संजय भाई आप पर भी लगता है कि घुमक्कडी का असर आने लगा है, यह तो बडी शानदार जगह है, एक दिन जरुर इसे देखा जायेगा, तब हमारे गाईड होंगे संजय भास्कर। ऐसे लेख मुझे बहुत पसंद आते है कभी-कभी लिखते रहा करो।
bhaskar ji, aapka bhaut bahut aabhar, itni achchhi jaankari aur aapne mandir ke darshan bhi karva diye , jai bajrang bali
It looks like a great place..
will love to visit if got chance !!
बहुत सुंदर जगह के दर्शन करवाए हैं तुमने संजय...इसी तरह लिखते रहो ....यात्रा -वर्णन लिखना भी एक कलाकारी हैं ...
जय हो अग्रोहा धाम की !
लगता है,जाट-बंधुओं की दुकान बंद करने का इरादा है !
वाह!!!!
आशा करते हैं आप जल्द ही फिर कहीं घूम आयें...
बढ़िया विवरण...सुन्दर फोटो...
आप कह सकते हैं-हम किसी से कम नहीं :-)
सादर.
Sanjay bhai. Bahut badhiya. Lekin ye nahi bataya ki wahan jana kaise ho. Bas kahan se milti hai, kahan par badalni padti ghi, train ka kya hisab kitab hai. Batate to ham bhi ho aate, ab tumhe sath lena padega aur tum kahoge ki duty pe hu, time nahi hai.
बहुत सुन्दर और अच्छी लगी आपकी यात्रा वृत्तांत बधाई हो आपको आपने अपने जीवन का एक और पुण्य कार्य कर आए
आकर्षक चित्रों के साथ बिल्कुल ही नई व उपयोगी जानकारी मिली.जाट देवता जी को भी नमन जिनकी प्रेरणा से इस विषय पर एक से भले दो हो गये. संजय जी सुंदर प्रस्त्य्ति के लिये बधाई स्वीकार करें.
बहुत सुन्दर चित्र और जानकारी से भरा यात्रा वृत्तांत...कभी वहां जाना हुआ तो काम आयेगी आपके द्वारा दी गई जानकारी... सुन्दर प्रस्तुतिकरण...
बहुत ही अच्छा लगा आपका यह संस्मरण शुरू से अंत तक रोचकता तो कायम रही ...इस सचित्र जानकारी के लिए आभार ...
sunder mandir ..sunder pratimayein...sunder prastutikaran...aanand aa gaya...sadar badhayee aaur amantran ke sath
बहुत सूचनाप्रद यात्रा वृतात्न्त है संजय जी.फोटोग्राफ्स भी काफी सुन्दर हैं . मंजुश्री
बहुत अच्छा लगा यात्रा वृतांत पढ़कर .
सुन्दर यात्रा वर्णन . अग्रोहा में ऐसा दर्शनीय स्थल है , यह जानकर अच्छा लगा .
बहुत सुन्दर यात्रा-वर्णन दिया है आपने....बधाई!
...हमारे आसपास ही इतनी सुंदरता बिखरी पडी है..लेकिन हमारा ध्यान ही इस तरफ नहीं जाता!..अग्रोहा धाम के दर्शनार्थ हम भी जरुर जाएंगे!
वाह संजय जी ... मज़ा आ गया आपके इस यात्रा संस्मरण का ... चीतों से सजी लाजवाब यात्रा का मज़ा ले रहे हैं हम भी आपके साथ ...
bahut achchhi jankari .aabhar.
AB HOCKEY KI JAY BOL
बहुत ही बढ़िया सचित्र जानकारी
मूर्ति निर्माण की बाते काफी रोचक थी...
चित्र भी बहुत सुन्दर लिए है आपने...
बहुत बढ़िया ,रोचक प्रस्तुति...
सुन्दर यात्रा वृत्तान्त..
संजय जी,..बहुत सुन्दर यात्रा-वर्णन बढ़िया जानकारी दिया है आपने....बधाई!.......
रोचक यात्रा विवरण..बधाई!
सचमुच बहुत रोमांचक एवं मनमोहक रहा होगा ..!
आपने बहुत ही सचित्र वर्णन किया , ऐसा लगा खुद ही घूम कर आये अग्रोहा . चित्र तो बड़े सजीव है . आप से प्रेरित होकर मैं भी अब अपनी यात्राओ का सचित्र वर्णन अपने ब्लॉग पर करूँगा .आभार सहित
सुन्दर मुर्तियाँ ..और सुन्दर धाम ....
अग्रोहाधाम , राजा अग्र सैन की राजधानी के बारे में आपने बेहतरीन जानकारी मुहैया करवाई है .साधुवाद .हरियाणा के कई नगर चौराओं पर राजा अग्र सैन जी की प्रतिमाएं सुशोभित हैं .
आभार...
चित्र और विवरण.....
लगता है कि खुद यात्रा पर हैं हम...!!
घर बैठे इतनी खुबसूरत जगह का दर्शन कराने हेतु आभार !
जय बजरंग बली ...... कहते है ... बजरंग बली ही आज के साक्षात देवता है ...
आपकी पोस्ट कल 15/3/2012 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
http://charchamanch.blogspot.com
चर्चा मंच-819:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
सचमुच बहुत रोमांचक एवं मनमोहक रहा होगा ..!
अच्छा लगा इस स्थान के विषय में जानकर .....बहुत सुंदर चित्र और जानकारी
bahut achchi jankari with photo.thanks nd aabhar sanjay jee.
भागिनेय!
इतना जीवंत वर्णन और इतने सजीव चित्र... ऐसा लगा जैसे हमने भी साथ-साथ यात्रा कर ली.
बढ़िया विवरण...सुन्दर फोटो...अच्छा लगा.
रोचक वर्णन ... सुंदर चित्र
बहुत सुन्दर सचित्र वर्णन |पढ़ कर बहुत अच्छा लगा |बधाई |
आशा
हम भी वहाँ जा चुके हैं, सच में बहुत सुन्दर स्थान है।
wah....bahut achchi jankari di hai.
nice place..
बहुत सुंदर जगह के दर्शन करवाए हैं संजयजी... ....यात्रा - वर्णन लिखना भी एक कलाकारी हैं....
अच्छा लगा इस स्थान के विषय में जानकर .... आभार....
बहुत रोचक चित्रमय प्रस्तुति...बधाई
अग्रोहा धाम की यात्रा का सचित्र विवरण बहुत अच्छा लगा।
संजय जी आपके अग्रोहा के संस्मरण पढ़े....बहुत ही सुन्दर जगह है ...अद्भुत नक्काशी ...अब तो जाना ही होगा ...उस जगह से परिचय करवाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.
are waah.chitra dekhkar accha laga.jankari bhi badhiya hai
संजय जी
बहुत विशिष्ट जानकारी दी आपने,सुन्दर फोटो,रोचक प्रस्तुति...
जय बजरंग बली जय बजरंग बली जय बजरंग बली
संजय भास्कर जी
अग्रोहा धाम की यात्रा को शेयर करने के लिये बहुत बहुत आभार.......
अपने यहां के अग्र बंधुओं से अग्रोहा धाम के बारे में सुना था, पर अब आपके जरिए देख भी लिया।
बढिया सचित्र विवरण के लिए आभार।
खुबसूरत चित्रों से सुसज्ज्तित रोचक यात्रा संस्मरण .........
उपरोक्त प्रस्तुति हेतु आभार.......
धन्यवाद संजय जी , की आप ने घर बैठे इतनी खुबसूरत जगह के दर्शन करवा दिए. इन चित्रों और उस पर आप के विवरण के माध्यम से लगा मानो हम खुद ही वहां पहुँच गए हो. आप की अगली यात्रा का इंतज़ार रहेगा.
waah sanjay ji anand aa gaya har baar aapke saath hum ghar baithe hi ghum lete hai .....aur purn jankari bhi . jahan hum jana chahenge aapse jankari mil jayegi ..............abhar prastut karne ke liye .
बहुत सुन्दर और जानकारी से युक्त यात्रा वृत्तांत..
रोचक चित्र....
wah ! dekh aur padh kar lagta hai hum bhi ghum ayee
जीवंत चित्र और प्रभावशाली वर्णन
bahut sundar yatra karaayi hai aapne, dhanyavaad, varna itni door is rajya(uttarakhand) me rahkar filhaal to ye sambhav n tha!!
अग्रोहा धाम की सुखद यात्रा का बेहतरीन विवरण..निश्चित ही मन अग्रोहा धाम के मनोहारी दृश्यों का चित्रण अपने आप ही कर रहा है.....
बहुत बढ़िया संजय भाई
नया प्रयास बहुत अच्छा है और सफल भी हो गया
सुंदर यात्रा वर्तांत है चित्र भी बहुत सुन्दर है
बधाई
सुंदर चित्रमयी प्रस्तुति..... कभी मौका मिला तो जरुर घूमेंगे.
sanjay bhai bahut hi khubsurat yatra warnan agroha dham ke darshan karane ke liye dhanyawad .
safar jari rakhiye hamari subhkamnaye aapke sath hai ......
बहुत सुन्दर !
मनमोहक यात्रा वर्णन,...सुंदर चित्र
MY RESENT POST...काव्यान्जलि ...: तुम्हारा चेहरा,
waah har bar aapke saath acchi yatra ho jati hai , anand aa jata hai har bar , badhai hmmmmm abhar acchi post ke liye
aajkal aap nahi aa rahe blog par jyada bas ghum hi rahe hai sanjay ji ...........:) thoda time blog ko bhi dijiye
http://sapne-shashi.blogspot.com
apke sath sath lagta hai ham bhi Bajrangbali ke darshan kar aaye....!
sari murtiyan aur vivran....bahut sundar !
mere blog par aapki upasthiti...ek sukhad ehsaas....!!
shukriya....dhanyvaad....!!
मनमोहक यात्रा वर्णन,सुंदर चित्र |
चित्र भी आकर्षक,स्थान भी सुंदर और कहन भी बढ़िया !
तश्वीरें देख कर तो आपके घर आने की इच्छा हो रही है..मेरा मतलब 25 किमी दूर..अग्रोहा धाम जाने की इच्छा हो रही है। बहुत खूब...
अति सुन्दर सचित्र वर्णन। पढ़ कर बहुत
अच्छा लगा। अग्रोहा धाम, के बारे में
आपने बेहतरीन जानकारी दी है।
बधाई के पात्र हैं आप।
धन्यवाद।
आनन्द विश्वास
संजय जी जीवंत और मनमोहक झांकी मन अभिभूत हुआ ..बधाई हो जय शिव शंकर
राम नवमी की हार्दिक शुभ कामनाएं इस जहां की सारी खुशियाँ आप को मिलें आप सौभाग्यशाली हों गुल और गुलशन खिला रहे मन मिला रहे प्यार बना रहे दिन दूनी रात चौगुनी प्रगति होती रहे ...
सब मंगलमय हो --भ्रमर५
Awesome travel post.. .
I'd love to visit this place some day :)
Thanks for your continuous support Sanjay Ji... I really appreciate that !!!!
बहुत ही बेहतरीन रचना....
मेरे ब्लॉग
विचार बोध पर आपका हार्दिक स्वागत है।
रामनवमी की शुभकामनाएँ।
संजय जी,
देर से सही लेकिन मेरे ब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद।
chaliye sanjay ji isi bahane agroha ke darshan ho gaye aapka sansmaran bahut achcha laga moortiyan to badi manmohak lagi banaane vaalon ko salute.kabhi programe bana to jaroor is mandir ke darshan karne aayenge.
संजय जी , थोडा मार्गदर्शन चाहता हूँ, जरा ये बताइए आपकी तरह फोटो कैसे लगाऊ ?
वाह बेहद खूबसूरत ... तसवीरें भी और डिस्क्रिप्शन भी ...
बहुत अच्छी लगी आपकी प्रस्तुति. तस्वीरों के जरिया virtually यात्रा हो गयी आपके साथ... सधन्यवाद!!
आगे तो कुछ लिखो!!
आपके साथ हमने भी यात्रा कर ली. सुन्दर चित्रमय प्रस्तुति, धन्यवाद.
सुन्दर प्रस्तुति। मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
http://vangaydinesh.blogspot.in/2012/02/blog-post_25.html
http://dineshpareek19.blogspot.in/2012/03/blog-post_12.html
आपने बैठे बिठाये आग्रोहा धाम की सैर करा दी...
पढकर बहुत अच्छा लगा आपका ब्लॉग...
मेरे ब्लॉग पे पधारने और प्रतिक्रियाओं के लिए शुक्रिया...
bahut sundar sajeev anubhav...sari pics bahut achchi lagi
Welcome To My New Post:
बलि
Behad Sunder Jhaankiyan :)
अग्रोहा की सैर कराने के लिए आभार संजय जी. आपका ब्लॉग पर लौटना अच्छा लग रहा है.
आप का ह्र्दय से बहुत बहुत
धन्यवाद,
ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया.
sanjay ji aap ne bahut achhee mahetvpoorn jankaree uplabdh karee is ke liye aap ka bahut bahut shukriya .!
बहुत सुन्दर और अच्छी लगी आपकी यात्रा वृत्तांत ...इतनी अच्छी जानकारी के लिए आपका धन्यवाद
thankq sir ji ghar baithe itni sundar jqagah ki yatra ka aanad dene ke liye !! bahut hi sundar sabd sarnchna drasya ko lekhna me badi khubsurti se utara hai !!
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