जिस राह से भी गुजरे
एक नाम सुना जिंदगी |
हमने भी चाहा कोई हमको बता दे
क्या चीज है यह जिंदगी |
थके हुए राही ने कहा
रुकना ही है जिंदगी
अपाहिज ने कहा
चलना ही है जिंदगी |
गरीबी में तड़पते हुए ने कहा
पैसा ही है जिंदगी |
खुशियों में डूबे किसी ने कहा
प्यार ही प्यार है जिंदगी |
मगर कोई हमसे भी तो पूछे
क्या चीज है जिंदगी
........पर मैं समझता हूँ
ठोकर खाकर संभल जाने का नाम ही है
..................शायद जिंदगी |
चित्र :- ( गूगल देवता से साभार )
...............संजय कुमार भास्कर