जिन्दगी के कुछ रंगों को समेटकर शब्दों से मुस्कुराहट बाँटने की कोशिश :)
...बहुत खूब!!!
bahut sunder
waah
LAJWAAB KYA BAAT HAI....
गजब कि पंक्तियाँ हैं ...
आनंद आया पढ़कर...
jab pehli baar blog par aaya tha ...sahi jagah.....aaya hoon..behtreen hai lekhni........
very interesting .asha
wonderful
aapne bulaya aur ham chale aaye !
वाह
sahi hai .
Bheekh me aur wah bhi bhikhari se...waah!
वाह! क्या बात है!
मुफ्त में मिली चीजें ...हवा, पानी , धूप , चांदनी कितनी अनमोल हैं ...आपका जीवन भी ऐसा अनमोल हो जाये ...!वैसे चवन्नी/अठन्नी आजकल चलन से बहार है इसलिए रुपया बनने की कोशिश करें ..!
वाह वाह।
...बहुत खूब
मुफ्त में मिला था मैं,इस देश को उधारी में ,....आपने तो अपने उपर शाही उडेल ली!
उधार की खाज़ में ब्याज और पड़ गया.आपने बहुत अच्छा लिखा है.नज़र नज़र का फेर आपको सलाम करता है.
थोड़े शब्दों में आपने बड़ी बात कही इसके लिए धन्यवाद.WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
sahi kaha Vani jee ne......:)
शोभनम्
बेहद सटीक बात कही आपनेरामराम.
sateek baat.
गागर में सागर जैसी अभिव्यक्ति है संजय भाई।बहुत बहुत बधाई।--------ये साहस के पुतले ब्लॉगर।व्यायाम द्वारा बढ़ाएँ शारीरिक क्षमता।
सटीक बात कही आपने
अंदाज निराला है. आनंद आया पढ़कर.FIRST TIME UR BLOGNICE BLOG
goodmilte rahengemayur
khudse itni narazgi acchhi baat nahi hai ...
वाह .. क्या बात है संजय जी ... बहुत खूब लिखा है ...
सटीक बात ....
the blog decoration is supereb.posts are also good.
ischoti par dam dar kavita ke dwara bada sandesh. poonam
---"धन्यवाद"-- पोस्ट पढने के लिए...
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
---" शुक्रिया "-- अपना समय देने के लिए...धन्यवादसंजय भास्कर
बहुत खूब लिखा है
एक निवेदन !आपके द्वारा दी गई प्रतिक्रिया मेरे लिए मूल्यवान है - संजय भास्कर
...बहुत खूब!!!
जवाब देंहटाएंbahut sunder
जवाब देंहटाएंwaah
जवाब देंहटाएंLAJWAAB KYA BAAT HAI....
जवाब देंहटाएंगजब कि पंक्तियाँ हैं ...
जवाब देंहटाएंआनंद आया पढ़कर...
जवाब देंहटाएंjab pehli baar blog par aaya tha ...
जवाब देंहटाएंsahi jagah.....aaya hoon..
behtreen hai lekhni........
very interesting .
जवाब देंहटाएंasha
wonderful
जवाब देंहटाएंaapne bulaya aur ham chale aaye !
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएंsahi hai .
जवाब देंहटाएंBheekh me aur wah bhi bhikhari se...waah!
जवाब देंहटाएंवाह! क्या बात है!
जवाब देंहटाएंमुफ्त में मिली चीजें ...हवा, पानी , धूप , चांदनी कितनी अनमोल हैं ...
जवाब देंहटाएंआपका जीवन भी ऐसा अनमोल हो जाये ...!
वैसे चवन्नी/अठन्नी आजकल चलन से बहार है इसलिए रुपया बनने की कोशिश करें ..!
वाह वाह।
जवाब देंहटाएं...बहुत खूब
जवाब देंहटाएंमुफ्त में मिला था मैं,
जवाब देंहटाएंइस देश को उधारी में ,
....आपने तो अपने उपर शाही उडेल ली!
उधार की खाज़ में ब्याज और पड़ गया.
जवाब देंहटाएंआपने बहुत अच्छा लिखा है.
नज़र नज़र का फेर आपको सलाम करता है.
थोड़े शब्दों में आपने बड़ी बात कही इसके लिए धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंWWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
sahi kaha Vani jee ne......:)
जवाब देंहटाएंशोभनम्
जवाब देंहटाएंबेहद सटीक बात कही आपने
जवाब देंहटाएंरामराम.
sateek baat.
जवाब देंहटाएंगागर में सागर जैसी अभिव्यक्ति है संजय भाई।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई।
--------
ये साहस के पुतले ब्लॉगर।
व्यायाम द्वारा बढ़ाएँ शारीरिक क्षमता।
सटीक बात कही आपने
जवाब देंहटाएंअंदाज निराला है. आनंद आया पढ़कर.
जवाब देंहटाएंFIRST TIME UR BLOG
NICE BLOG
good
जवाब देंहटाएंmilte rahenge
mayur
khudse itni narazgi acchhi baat nahi hai ...
जवाब देंहटाएंवाह .. क्या बात है संजय जी ... बहुत खूब लिखा है ...
जवाब देंहटाएंसटीक बात ....
जवाब देंहटाएंthe blog decoration is supereb.posts are also good.
जवाब देंहटाएंischoti par dam dar kavita ke dwara bada sandesh.
जवाब देंहटाएंpoonam
---"धन्यवाद"-- पोस्ट पढने के लिए...
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएं---" शुक्रिया "-- अपना समय देने के लिए...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
संजय भास्कर
बहुत खूब लिखा है
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