2 दिसम्बर आज मेरे पापा का जन्मदिन है सबसे पहले पापा जी को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनायें माँ के बाद अगर कोई हमारे दिल के करीब होता है वो है पिता पिता का प्यार माँ की तरह दिखता नहीं है पर हमे अंदर से बहुत मजबूती देता है दिल की गहराईयों से निकले कुछ शब्द कविता के रूप में ....!!
पापा आप कभी प्यार नहीं जताते
कभी पसंद नहीं पूछते फिर भी
हमारी पसंद की हर चीज़
बिन कहे ही ला देते हो जाने कैसे
यही तो खासयित है आपकी
कि मन की सारी बातें फिर भी
जान जाते हो
आप मेरे जीवन में
अदृश्य रूप से
शामिल अपना
अस्तित्व बोध
करवाते
बेशक माँ नहीं
मगर माँ से
कम भी नहीं
माँ को तो मैंने
अपनी साँसों के
साथ जान लिया
मगर आपको
आप जिसके कारण
मेरा वजूद
मेरी ज़िन्दगी
के हर कदम पर
मेरी ऊंगली थामे
आपका स्नेहमय स्पर्श
हमेशा आपके
मेरे साथ होने
के अहसास को
पुख्ता करता गया
मेरे हर कदम में
होंसला बढाता गया
मुझे दुनिया से
लड़ने का जज्बा
देता गया
मुझे पिता में छुपे
दोस्त का जब
अहसास हुआ
तब मैंने खुद को
संपूर्ण पाया
अब एक मुकाम
पा गया अस्तित्व मेरा
मगर आप अब भी
उसी तरह
फिक्रमंद नज़र आते हो
चाहे खुद हर
तकलीफ झेल जाओ
मगर मेरी तकलीफ में
आज भी वैसे ही
कराहते हो
अब चाहता हूँ
कुछ करूँ
आपके लिए
मगर आपके
स्नेह,त्याग और समर्पण
के आगे मेरा
हर कदम तुच्छ
जान पड़ता है
चाहता हूँ
जब कभी जरूरत हो
आपको मेरी
आपके हर कदम पर
आपके साथ खड़ा रहूँ मैं.....
-- संजय भास्कर
पापा आप कभी प्यार नहीं जताते
कभी पसंद नहीं पूछते फिर भी
हमारी पसंद की हर चीज़
बिन कहे ही ला देते हो जाने कैसे
यही तो खासयित है आपकी
कि मन की सारी बातें फिर भी
जान जाते हो
आप मेरे जीवन में
अदृश्य रूप से
शामिल अपना
अस्तित्व बोध
करवाते
बेशक माँ नहीं
मगर माँ से
कम भी नहीं
माँ को तो मैंने
अपनी साँसों के
साथ जान लिया
मगर आपको
आप जिसके कारण
मेरा वजूद
मेरी ज़िन्दगी
के हर कदम पर
मेरी ऊंगली थामे
आपका स्नेहमय स्पर्श
हमेशा आपके
मेरे साथ होने
के अहसास को
पुख्ता करता गया
मेरे हर कदम में
होंसला बढाता गया
मुझे दुनिया से
लड़ने का जज्बा
देता गया
मुझे पिता में छुपे
दोस्त का जब
अहसास हुआ
तब मैंने खुद को
संपूर्ण पाया
अब एक मुकाम
पा गया अस्तित्व मेरा
मगर आप अब भी
उसी तरह
फिक्रमंद नज़र आते हो
चाहे खुद हर
तकलीफ झेल जाओ
मगर मेरी तकलीफ में
आज भी वैसे ही
कराहते हो
अब चाहता हूँ
कुछ करूँ
आपके लिए
मगर आपके
स्नेह,त्याग और समर्पण
के आगे मेरा
हर कदम तुच्छ
जान पड़ता है
चाहता हूँ
जब कभी जरूरत हो
आपको मेरी
आपके हर कदम पर
आपके साथ खड़ा रहूँ मैं.....
हम तीनो भाइयों की और से पिताजी को जन्मदिवस की ढेर सारी शुभकामनायें..........!!
-- संजय भास्कर