01 जनवरी 2013

सारी घड़ियाँ बीत गई -- संजय भास्कर


सारी घड़ियाँ बीत गई
अब हर रोज होगी मुलाकातें
कुछ तुम कहना
कुछ हम कहेंगे
अपने दिल की बातें
कैसे कैसे सपने देखे
कैसे बीती रातें
बीता वर्ष 2012 चला गया
नया दिन 2013 के साथ
इंतज़ार की घड़िया ख़त्म
हो गई
रूबरू हुये हम 2013 में
आपके साथ
लेकर खुशियों की बरसात .........!!!

Happy  New Year 2013

चित्र - गूगल से साभार



@ संजय भास्कर