आज हर चेहरा सच्चा नहीं
हर चेहरे पर नकाब है
सच्चाई को ढकता हुआ नकाब
कभी इन चेहरे को ढके हुए
नकाब हटा कर तो देखो
देखते ही रह जाओगे
फिर सोचोगे, जो देखा था , वो धोखा था
हर किसी का चेहरा होगा अनजान
जो देखा, जो सोचा, सब झूठ था !
अपनी बातो से दूसरो को भी
झूठा बनाया !
पर कब तक छुपायेगा
एक दिन तो सच सामने आयेगा
और उस दिन वह नकाब हटाएगा.......!!!!!
@ संजय भास्कर