23 अगस्त 2011

तेरी कमी का अहसास करके रोये..........संजय भास्कर


तेरी बातो को बार बार याद करके रोये 
तेरे लिए दर पे फरियाद करके रोये |
तेरी ख़ुशी के लिए तुझे छोड़ दिया 
फिर तेरी कमी का अहसास करके रोये......!


 आप सभी साथियों को मेरा नमस्कार कई दिनों के अवकाश के बाद आप सभी के समक्ष पुन: उपस्थित हूँ ।
इसीलिए आज कुछ चंद लाइन पेश है ......उम्मीद है आपको पसंद आएगी !



 -- संजय भास्कर