शब्दों की मुस्कुराहट :)
जिन्दगी के कुछ रंगों को समेटकर शब्दों से मुस्कुराहट बाँटने की कोशिश :)
29 मार्च 2010
दोस्त तो सारे आजमाए हुए है
यु ही मुस्कुराने की आदत बना राखी है हमने
लाखो गम जी सीने में छुपाये हुए है
अब खुद पे ऐतबार करके देखेंगे ,हम
दोस्त तो सारे आजमाए हुए है |
......संजय भास्कर.....
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