शब्दों की मुस्कुराहट :)
जिन्दगी के कुछ रंगों को समेटकर शब्दों से मुस्कुराहट बाँटने की कोशिश :)
21 फ़रवरी 2010
ए बादल तू नाराज क्यो है
ए बादल तू नाराज क्यो है
क्यो गरज रहा रूठ कर
सनम हमसे मिल जो रहे है
तेरी बूंदों में घुल कर !
हमारे मित्र आनंद के ब्लॉग से ये कुछ पंक्तियाँ आप तक
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