धूम मची है चारो ओर
इस जग में
क्योंकि आज होरी है
होरी है जी होरी है
रंग बिरंगी होरी है
रंग बिरंगे सजे है सभी
प्यार के रंगों में सभी
खूब उड़ाओ गुलाल
मिलकर सब
ढोल मंजीरा बजा कर
गाओ फाग
चारों और फैला दो
होरी का राग
सखा - सहेली बनाओ मिलकर होली
खेलो मिलकर सब प्यार की होली
वैर भाव को कोसो दूर रखो आज
गले लग सबके
बढाओ प्यार की मिठास ......!!!!
-- संजय भास्कर