2 - दिसम्बर आज मेरे पापा का जन्मदिन है सबसे पहले पापा जी को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनायें.
पापा जी को एक छोटी सी भेंट कविता के रूप में .....................!!
***************************************
आप मेरे जीवन में
अदृश्य रूप से
शामिल अपना
अस्तित्व बोध
करवाते
बेशक माँ नहीं
मगर माँ से
कम भी नहीं
माँ को तो मैंने
अपनी साँसों के
साथ जान लिया
मगर आपको
आप जिसके कारण
मेरा वजूद
अस्तित्व पाया
आपको , आपके स्पर्श
को जानने में
पहचानने में
मुझे वक्त का
इंतजार करना पड़ा
और फिर वो
भीना भीना
ऊष्म स्पर्श
जब पहली बार
मैंने जाना
तब खुद को
संपूर्ण माना
मेरी ज़िन्दगी
के हर कदम पर
मेरी ऊंगली थामे
आपका स्नेहमय स्पर्श
हमेशा आपके
मेरे साथ होने
के अहसास को
पुख्ता करता गया
मेरे हर कदम में
होंसला बढाता गया
मुझे दुनिया से
लड़ने का जज्बा
देता गया
मुझे पिता में छुपे
दोस्त का जब
अहसास हुआ
तब मैंने खुद को
संपूर्ण पाया |
अब एक मुकाम
पा गया अस्तित्व मेरा
मगर आप अब भी
उसी तरह
फिक्रमंद नज़र आते हो
चाहे खुद हर
तकलीफ झेल जाओ
मगर मेरी तकलीफ में
आज भी वैसे ही
कराहते हो
अब चाहता हूँ
कुछ करूँ
आपके लिए
मगर आपके
स्नेह, त्याग और समर्पण
के आगे मेरा
हर कदम तुच्छ
जान पड़ता है
चाहता हूँ
जब कभी जरूरत हो
आपको मेरी
आपके हर कदम पर
आपके साथ खड़ा रहूँ मैं................... !!!
पापा जी को एक छोटी सी भेंट कविता के रूप में .....................!!
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आप मेरे जीवन में
अदृश्य रूप से
शामिल अपना
अस्तित्व बोध
करवाते
बेशक माँ नहीं
मगर माँ से
कम भी नहीं
माँ को तो मैंने
अपनी साँसों के
साथ जान लिया
मगर आपको
आप जिसके कारण
मेरा वजूद
अस्तित्व पाया
आपको , आपके स्पर्श
को जानने में
पहचानने में
मुझे वक्त का
इंतजार करना पड़ा
और फिर वो
भीना भीना
ऊष्म स्पर्श
जब पहली बार
मैंने जाना
तब खुद को
संपूर्ण माना
मेरी ज़िन्दगी
के हर कदम पर
मेरी ऊंगली थामे
आपका स्नेहमय स्पर्श
हमेशा आपके
मेरे साथ होने
के अहसास को
पुख्ता करता गया
मेरे हर कदम में
होंसला बढाता गया
मुझे दुनिया से
लड़ने का जज्बा
देता गया
मुझे पिता में छुपे
दोस्त का जब
अहसास हुआ
तब मैंने खुद को
संपूर्ण पाया |
अब एक मुकाम
पा गया अस्तित्व मेरा
मगर आप अब भी
उसी तरह
फिक्रमंद नज़र आते हो
चाहे खुद हर
तकलीफ झेल जाओ
मगर मेरी तकलीफ में
आज भी वैसे ही
कराहते हो
अब चाहता हूँ
कुछ करूँ
आपके लिए
मगर आपके
स्नेह, त्याग और समर्पण
के आगे मेरा
हर कदम तुच्छ
जान पड़ता है
चाहता हूँ
जब कभी जरूरत हो
आपको मेरी
आपके हर कदम पर
आपके साथ खड़ा रहूँ मैं................... !!!
जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनायें.....................!!!!!
@ संजय भास्कर