14 मार्च 2012

कुछ हट के--अग्रोहा धाम की यात्रा के कुछ पल ......संजय भास्कर

**********जय बजरंग बली*************
मेरी अग्रोहा धाम की सैर के कुछ पल
ब्लॉग पर इस बार कुछ हट आप सभी मित्रो के लिए
आप सभी ब्लॉगर साथियों को मेरा सादर नमस्कार काफी दिनों से ब्लॉगजगत को समय नहीं दे पा रहा हूँ  पर अब आज अपने छोटे से यात्रा संस्मरण के साथ आप सभी के समक्ष पुन: उपस्थित हूँ
घुमने तो अक्सर जाना हो ही जाता है पर पहले कभी इतना विशेष ध्यान नहीं दिया पर इस बार अग्रोहा धाम गया तो  मंदिर को बारीकी से देखा व मंदिर के बारे में काफी जानकारी मिली जिसे आपके सामने चित्रों के साथ प्रस्तुत कर रहा हूँ !
ब्लॉग जगत दो घुमक्कड़ नीरज भाई ( मुसाफिर हूँ यारों )और संदीप भाई ( जाट देवता )जी तस्वीरों के साथ यात्रा संस्मरण लिखने के लिए जाने जाते है जो सभी ब्लॉग मित्रो की पसंद है ये जहाँ भी जाते है चित्रों के साथ पूरा संस्मरण लिखते है ।
इन्ही भाइयो से प्रेरणा पा कर मैं भी आज अपनी अग्रोहा यात्रा का विवरण लिखा है वो भी चित्रों के साथ
मुझे उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगा ............!!
ब्लॉग पर अबकी बार कुछ हट आप सभी मित्रो के लिए
अग्रोहा ( हरियाणा ) देहली रोड पर 190 K.M हिसार जिले में है जिसे महाराजा अग्रसेन जी की राजधानी जाना जाता है अभी कुछ दिन पहले अग्रोहा घुमने जाना हुआ ...............अग्रोहा है हमारे शहर से केवल 25 km ही पर कभी समय नहीं मिला जाने का पर इस शिवरात्रि को छुट्टी होने के कारण वहाँ जाने का मन बना ही लिया
....................आइये आपको भी अग्रोहा धाम की  सैर करवाते है!

 मंदिर का मुख्य द्वार 

मंदिर  के द्वार  पर बनी हाथी बड़ी मूर्ति जो आकर्षण का केंद्र है
मंदिर के उपरी भाग पर कृष्ण अर्जुन की मूर्ति बहुत ही आकर्षक है

मंदिर के बायीं और बनी शिव जी विशाल प्रतिमा 

अग्रोहा धाम प्राचीन कल से ही अनेको कथाये जुडी हुई है यहाँ का नवनिर्मित मंदिर पर्यटकों के लिए दर्शनीय स्थल  है यहाँ हमेशा पर्यटकों का आना जाना लगा ही रहता है । यहाँ का मुख्य आकर्षण मंदिर में टीले पर बनी 90 फुट ऊँची हनुमान जी की प्रतिमा  है जो राष्ट्रीय
 राजमार्ग से गुजरने वालो के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है !

 हनुमान जी की 90 फीट ऊँची प्रतिमा

यह प्रतिमा इसलिए आकर्षण का केंद्र हुई है इसकी उचाई बहुत ज्यादा है जो यहाँ से गुजरने वाले यात्रियों का ध्यान अनायास ही इस और चला जाता है ।

मंदिर के दाहिनी और बनी सुंदर प्रतिमा

मंदिर के पिछले भाग में बनी मुर्तिया जो समुद्र मंथन का दर्शया दिखा रही है


आइये आपको कुछ और जानकारी देते है जो मंदिर के पुजारी द्वारा हमे पता चली ,
 इस मूर्ति को बनाने के पीछे एक चमत्कारिक घटना बताई जाती है । जो सन 1997 की है बताया जाता है
 इस मंदिर में नोकायण स्थल के लिए जब खुदाई की जा राही थी , तो अचानक खुदाई के समय जमीन के गर्भ से बजरंग बली की पाषण मूर्ति मिली ।
जो करीब २ फीट ऊँची थी ............बताया जाता है जब यह खबर लोगो के कानो में पहुची तो आस पास के
शहरो से काफी लोग इकट्ठे हो गए ........सारा दिन कीर्तन चलता रहा उसके बाद इस बड़ी मूर्ति का निर्माण करवाया गया ।
जिसे बनाने में पूरे दो वर्ष लगे । जिसे कोलकाता के किसी मूर्तिकार ने बनाया है !
......और एक खास बात जो हमे बाद में किसी शिक्षक से पता चली इस .....इस प्रतिमा में 50 करोड़ बार  ' श्री राम ' नाम लिख कर डाले गए है जो देश के विभिन्न कोनो से हनुमान जी व राम भगत लोगो द्वारा लिखवाए गए है ।
इस प्रकार इस प्रतिमा का महत्व बहुत ज्यादा है हर वर्ष हनुमान जयंती पर यहाँ भव्य मेले का आयोजन किया जाता है जिसमे दूर दराज से श्रदालु यहाँ आते है  मान्यता  है की यहाँ आने पर श्रदालुओ की मनोकामनाएं पूर्ण होती है !
 एक और खास बात मंदिर के विषय में  
इस मंदिर की नीचे के भाग में एक गर्भ गुफा भी है जिसके अन्दर कई स्थानों पर मुर्तिया है जिसे वैष्णो देवी गुफा की तरह बनाया गया है ! गुफा के अन्दर सभी देवियों की मुर्तिया स्थापित है गुफा की यात्रा करने में करीं अध घंटे का समय लगता है सभी मनोरंजन हेतु सभी साधन है .....बाहर से आने वालो के लिए ठहरने की सुविधा भी है  इसी के साथ संस्मरण समाप्त होता है ।


 आशा है आप मित्रो का जब भी कभी इस तरफ आना हो आप भी अग्रोहा धाम के दर्शन जरूर करें उम्मीद है सभी को पसंद आएगा !

................. धन्यवाद !!!!!!


-- संजय भास्कर