किसी के साथ होने का और किसी के साथ
नहीं होने का विश्वास कराता है अहसास
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
जब कभी लिखने की उमंग जगे
कल्पनाओं के दर्शन कराता है अहसास
जब ठुकरा देते हैं सब दुनिया वाले
तब निराशा से बचाता है अहसास
जब दर्द हावी होता है हम पर
जिंदगी का आइना दिखाता है अहसास
खुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
-- संजय भास्कर
142 टिप्पणियां:
इस पर एक पंक्ति याद आई..
आवाजों के बाज़ारों में ख़ामोशी पहचाने कौन..एहसास को समझने वाले बिरले ही मिलते है..
सुन्दर कविता...
आपकी कविता का सुन्दर अहसास करके बहुत अच्छा लगा.आप बहुत अच्छा और सार्थक लिखते हैं.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
वाह संजय सकारात्मक अहसासो का बहुत ही सुन्दर चित्रण किया है………शानदार रचना।
अहसास को व्यक्त भी उसी अहसास से करके अहसास की गरिमा में चार चाँद लगाने का अच्छा हुनर दिखाया है.
क्या ब्लॉगर मेरी थोड़ी मदद कर सकते हैं अगर मुझे थोडा-सा साथ(धर्म और जाति से ऊपर उठकर"इंसानियत" के फर्ज के चलते ब्लॉगर भाइयों का ही)और तकनीकी जानकारी मिल जाए तो मैं इन भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करने के साथ ही अपने प्राणों की आहुति देने को भी तैयार हूँ. आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें
अगर आप चाहे तो मेरे इस संकल्प को पूरा करने में अपना सहयोग कर सकते हैं. आप द्वारा दी दो आँखों से दो व्यक्तियों को रोशनी मिलती हैं. क्या आप किन्ही दो व्यक्तियों को रोशनी देना चाहेंगे? नेत्रदान आप करें और दूसरों को भी प्रेरित करें क्या है आपकी नेत्रदान पर विचारधारा?
या मुझे अहसास की इस कैद से कर दे रिहा
या तो दिवाना बना दे, जिन्दगी ए जिन्दगी
जब कभी हम टूट जाते है
तब जिन्दगी का अर्थ समझाता है अहसास ...
किसी के होने का एहसास बहुत कुछ करा देता है संजय जी .... हर बात एहसास से ही होती है ...
ek pyara sa ahsaas!!
ख़ुशी बनकर जिन्दगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !..अति सुंदर अहसास!
इस एहसास से जिन्दगी के मायने बदलते है
बहुत अच्छी प्रस्तुति ....संजय भाई..
एक प्यारा सा अहसास....
बहुत प्यारी सी रचना...!!
जब कभी हम टूट जाते है
तब जिन्दगी का अर्थ समझाता है अहसास
ehasa ko khoobsurat tareeke se samjh kar likha hai aapne.. sunder rachna.
संजय जी ... अभी अभी तो शादी हुई है ... ये गम भरी नज़्म क्यों
सकारात्मक सोच की ओर ले जाती कविता. सुंदर अहसास.
सकारात्मक अहसास का अहसास कराती अहसास पूर्ण रचना.
सकारात्मता आपकी कविताओं की शान है.
मैं आज कल केवल इस ब्लॉग पर लिख रहा हूँ. शेष ब्लॉग हाइड कर दिए हैं.
http://meghnet.blogspot.com/
बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना के लिए बधाई |
आशा
अहसास तो अहसास हैं न किसी से पूछ कर होते हैं और हमारे सोचने पर होते हैं. हम तो इनसे गुजरते जाते हैं और संजो कर इनको लफ्जों में दिखाते हैं.
ख़ुशी बनकर जिन्दगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !........
"इन्सान को इन्सान बनाता है ये .... अहसास"
बहुत सुन्दर सार्थक अभिव्यक्ति........
ख़ुशी बनकर जिन्दगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
भावमय करते हैं यह शब्द
बहुत ही अच्छा लिखा है आपने ... बधाई ।
वाह ! बेहद खूबसूरती से कोमल भावनाओं को संजोया इस प्रस्तुति में आपने ...
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति के साथ ही एक सशक्त सन्देश भी है इस रचना में।
संजय भाई ,
सही लिखा है आपने !
अहसाह का दूसरा नाम ही तो ज़िन्दगी है !
सुन्दर और सार्थक अभियक्ति के लिए मेरी बधाई स्वीकार करें !
थोड़ी व्यस्तता के कारण ब्लॉग पर नियमित नहीं आ पा रहा हूँ !
बहुत सुन्दर अहसास….... दिल को छूने वाला...
very nice :)
सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार|
GAJAB KA EHSAAS KRAATI KAVITA, MAN KI VAYTHA KE DARSAN KRATI KAVITA. . . . .
SANJAY SIR AAPSE PHON PAR BAAT HUI, BAHUT ACHA LAGA MAN KO. PAHLE TO MUJHE VISWAS HI NAHI HUA, OR JAB VISWAS HUAA TO KUCH SAMAJH NA SKA KI KYA BOLUN. . . .DHANYWAAD. . .
. . . . . . .JAI HIND JAI BHARAT
इस खूबसूरत रचना पर बधाईयाँ स्वीकार करें. :)
जब कभी हम टूट जाते है
तब जिन्दगी का अर्थ समझाता है अहसास ...
अहसास न हो तो हम ये भी नहीं जान पाते हैं कि क्या हम टूट गए हैं, या अभी बचे हुए हैं टूटन से....
अहसास सूक्ष्म होकर भी कितना कुछ करा देता है।
ख़ुशी बनकर जिन्दगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
ahsaas lete rahiye..........
जब सब ठुकरा देते है दुनिया वाले
तब निराशा से बचाता है अहसास
--
शक्ति देती हुई
बहुत सार्थक गजल!
ख़ुशी बनकर जिन्दगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
वाह, अहसास को लेकर एक सुंदर रचना।
पढ़कर अच्छा लगा।
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ...पढ़कर अच्छा लगा।
सुन्दर अहसास ।
बहुत खूब
बेहद सुन्दर रचना।
खूबसूरती से लिखे एहसास
जब दर्द हम पर हावी होता है
जिन्दगी का आइना दिखता है अहसास
ख़ुशी बनकर जिन्दगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
Bahut khoob! Sundar,sadagee bharee,saral rachana!
बहुत सुंदर कविता भाई संजय जी बहुत -बहुत बधाई
bahut khoobsurat ehsaas hai.
ahsaas sach main ek khoobsurat ahsaas hain
bahut khoob nice poem
एक प्यारा सा अहसास
बहुत प्यारी सी रचना
बिना अहसास के जिंदगी , जिंदगी नहीं |
सुन्दर अहसासों से सजी खुबसूरत रचना |
jab kuchch khota hai......ehsaas tabhi aata hai, bahut sundar baat kahi hai aapne...........
सुन्दर प्रस्तुति !शुभकामनायें !
किसी के साथ होने का और किसी के साथ
नहीं होने का विशवास करता है अहसास
बहुत सुंदर बात कही आप ने इस रचना मे, धन्यवाद
bas ek ehsaas hai jo jeene ke liye kafi hai..
sundar abhivyakti..!!
जब दर्द हम पर हावी होता है
जिन्दगी का आइना दिखता है अहसास.
सच कहा है सिर्फ एक अहसास जीने कि नयी उमंग दे सकता है. बहुत सुंदर ख्याल प्रस्तुत किया है इस कविता के माध्यम से. बहुत अच्छा लगा कविता पढकर.
खुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
बहुत ही खूबसूरत शब्द हैं इस रचना के ... इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिये बधाई ।
किसी के होने का एहसास जीवन बन जाता है संजय जी ...
अच्छा लिखा है बहुत ही ...
well written Bhaskar ji
ek dam satye !
kya khubsurat ahsaas jagaya aapne......:)
बहुत सुंदर ता से सजोया है तुमने यह एहसास ..
एहसास प्यार का ,एहसास साथ का ,एहसास खुशियों का ,,
बहुत अच्छा लिखा है संजय भाई
खुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास
वाह वाह
किसी के साथ होने का और किसी के साथ
नहीं होने का विश्वास कराता है अहसास
sanjayji.........very nice.
अहसास तो बस अहसास होता है..लाजवाब रचना..यथार्थ कहती....।
प्रिय बंधुवर संजय भास्कर जी
सस्नेह अभिवादन !
एहसास को ले'कर अच्छे ख़यालात पेश किए हैं आपने…
आशा है , गृहस्थ जीवन अच्छी तरह चल रहा होगा … अभी अभी हुई है न शादी :)
हार्दिक शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
एहसास की सुन्दर अभिव्यक्ति एक सुन्दर कविता के रूप में
जब ठुकरा देते हैं सब दुनिया वाले
तब निराशा से बचाता है अहसास
जब दर्द हावी होता है हम पर
जिंदगी का आइना दिखाता है अहसास..
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ! हर एक शब्द दिल को छू गयी! लाजवाब रचना !
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
अहसास की दुनिया के कई रंग आपने उकेरे हैं. ये बहुत सुंदर हैं. इनके अंतर्प्रवाह में सकारात्मकता है.
अभी इंटरनेट पर ज़्यादा न बैठना. राजेंद्र स्वर्णकार जी की टिप्पणी में दम है :))
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
ुखुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
इन पंक्तियों में बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
संजय भास्कर जी
इस छोटी सी कविता को पढ़ कर अहसास हुआ की क्यों साहित्य को समाज का दर्पण कहा गया है.
आभार
वाह वाह संजय अहसासों को शब्द दे दिये।
जिंदगी एहसास और जीने कि कला. सुंदर विचारों का प्रवाह है कविता में, बहुत सुंदर रचना के लिए बहुत बहुत बधाई.
जब कभी लिखने की उमंग जगे
कल्पनाओं के दर्शन कराता है अहसास
bilkul theek kahaa aapne
ehsaas ki duniyaa badee niraali hai
sundar kaavya !
sanjay jee
namaksar !
kyaa baat hai aap ke ahsaason ke . sunder .
sadhuwad !
bahut hi khoobsoorat ahsas.......thanks
सार्थक और बेहद खूबसूरत,प्रभावी,उम्दा रचना है..शुभकामनाएं।
इस खूबसूरत रचना पर बधाईयाँ स्वीकार करें. :)
खुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास............. खूबसूरत अहसासों से लबरेज़ ........सुन्दर/बढ़िया रचना,संजय जी.क्या बात है आपकी.
ये अहसास ही है इंसान को इस दुनियाँ में जीने और लड़ने के लिए तैयार रखता है. किसी के होने के अहसास से ही वह जीवन भर अकेले ही चलता रहता है.
जब ठुकरा देते हैं सब दुनिया वाले
तब निराशा से बचाता है अहसास
बहुत सुंदर एहसास....
ehsaas ke is nye andaz ne to bloging ki dunyaa me snjay bhaskar ke khubsurat lekhan ka ehsaas dila diya hai bdhaai ho ..akhtar khan akela kota rajsthan
संजय भाई ,
सही लिखा है आपने !
अहसाह का दूसरा नाम ही तो ज़िन्दगी है !
सुन्दर और सार्थक अभियक्ति के लिए मेरी बधाई स्वीकार करें !
थोड़ी व्यस्तता के कारण ब्लॉग पर नियमित नहीं हूँ ,क्षमा करेंगे !
आभार !
बहुत ही खूबसूरत शब्द हैं इस रचना के ... इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिये बधाई
हर शब्द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।
जब किसी बहू को सताती है कोई सास
उभर आता है दिल में माँ का अहसास
Nice post.
http://mushayera.blogspot.com/
अहसास को व्यक्त भी उसी अहसास से करके अहसास की गरिमा में चार चाँद लगाने का अच्छा हुनर दिखाया है.
पति द्वारा क्रूरता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझावअपने अनुभवों से तैयार पति के नातेदारों द्वारा क्रूरता के विषय में दंड संबंधी भा.दं.संहिता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझाव विधि आयोग में भेज रहा हूँ.जिसने भारतीय दंड संहिता की धारा 498-ए के दुरुपयोग और उसे रोके जाने और प्रभावी बनाए जाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए हैं. अगर आपने भी अपने आस-पास देखा हो या आप या आपने अपने किसी रिश्तेदार को महिलाओं के हितों में बनाये कानूनों के दुरूपयोग पर परेशान देखकर कोई मन में इन कानून लेकर बदलाव हेतु कोई सुझाव आया हो तब आप भी बताये.
जब ठुकरा देते हैं सब दुनिया वाले
तब निराशा से बचाता है अहसास
एहसास बहुत खास होती है संजय जी...सुंदर अभिव्यक्ति
बहुत खूबसूरत एहसासात!!
बड़े कोमल एहसासात!!
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
बहुत सही कहा आपने.... सुंदर पंक्तियाँ
खुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
इंसान को इन्सान बनाता है यह अहसास....
एहसास की सुन्दर अभिव्यक्ति.........
राजेन्द्र स्वर्णकार जी की टिपण्णी से सहमत हे जी
alle ! baba to bda ho gaya hai aur bdon jaisi baaten bhi krne lga hai wo janta hai ahsas hi sajeev aur nirjeev me antar krte hai.ahsas nhi wo ...insaan kahan wo to pashan hai.jinme,jinko koi ahsas nhi hota.hai na?
ab dekho n hm log aise kai log hain jo kbhi nhi mile kintu apne se hone ka ahsas hone lga hai n? bdi khoobsurat 'shai' hai ye ahsas.sundar kvita.
खुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
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NICE POST THANKS ALOT.. HOWZ U BHAI SHAHAB..
सुन्दर रचना संजय जी...बधाई
ये एहसास बहुत ही जरुरी चीज़ है
एहसास न हो तो ज़िन्दगी कैसी
बहुत अच्छा लिखा है
एहसास ही तो है .... कभी कल्पना मे तो कभी हक़ीकत मे जो ज़िन्दगी आसान कर देता है
bahut sundar ahsas....
कमाल के भाव हैं आपके ,बहुत संवेदनशील हो ...शुभकामनायें संजय !
कमाल के भाव हैं आपके ,बहुत संवेदनशील हो ...शुभकामनायें संजय !
इस मखमली अहसास का तो जवाब नहीं!
बहुत सशक्त अभिव्यक्ति!
प्यार और एहसास वो दो पल है जो यादो में बसते है
ना हँसने देते है और ना ठीक से रोने देते है
बस मझदार में जीने को मजबूर है ये बेकस दिल
दिल की बातो में उलझ के रहे गई
है ये सोच सारी की सारी ....(अंजु....(अनु)
संजय जी ,
अच्छा है अहसास ...........
hamari dua hai bas aap isi tarah khush rahen :)
बहुत खुबसूरत अहसास है आपका ....!
जब दर्द हावी होता है हम पर
जिंदगी का आइना दिखाता है अहसास
खुशी बनकर जिंदगी में मुस्कुराहट लाता है अहसास !
बहुत खुबसूरत अहसास!
दर्द में भी मुस्कराहट की वजह दे जाता है यह एहसास ...
सुन्दर भावाभिव्यक्ति !
किसी के साथ होने का और किसी के साथ
नहीं होने का विश्वास कराता है अहसास
सुन्दर पंक्तियाँ !
सार्थक और बेहद खूबसूरत,प्रभावी,उम्दा रचना है..
आपको मेरी हार्दिक शुभ कामनाएं !
सार्थक और बेहद खूबसूरत,प्रभावी,उम्दा रचना है..
आपको मेरी हार्दिक शुभ कामनाएं !
जब दर्द हावी होता है हम पर
जिंदगी का आइना दिखाता है अहसास
क्या बात है ...दर्द ही जीवन को दिखता है
Ehsaas Bhut Khub Sanjay Ji....
Ek Anjaana Sa Ehsaas ...
अहसास .....बहुत सुन्दर ढंग से परिभाषित किया है संजय भाई !
kabhi kabhi rulaata bhi hai ehsaas.........
kamaal likh diya bhaiya........
Waah Bhaskar Ji..har dhadkan ko uski value ka ahasaas kara diya..bahut khoobsoorat vichaarpoorn rachana.. :)
वाह जी ...बहुत अच्छा लिखा है आपने तो ...बधाई ।
@ सदा जी..
.....बहुत बहुत आभार
@ दिगम्बर नासवा जी..
.....बहुत बहुत आभार
@ अलोक खरे जी..
.....बहुत बहुत आभार
@ मुकेश कुमार सिन्हा जी..
.....बहुत बहुत आभार
@ दर्शन कौर जी..
.....बहुत बहुत आभार
@ दीपक सैनी जी..
.....बहुत बहुत आभार
आप सभी का ह्र्दय से बहुत बहुत आभार ! धन्यवाद
@ डॉ. शुशीला गुप्ता जी..
@ ER सत्यम शिवम् जी..
@ राजेन्द्र स्वर्णकार जी..
@ आशुतोष जी..
@ बबली जी
@ भूषण जी
धन्यवाद, मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए और बहुमूल्य टिपण्णी देने के लिए
संजय जी ...आपके 'अहसास' का अहसास हुआ. आपको शुभकामनाएँ.
तुम जब पास नही होती,
तब भी एहसास रहता है तुम्हारे सामीप्य का,
क्योंकि जब तुम पास थी,
वो "एहसास" कभी मरता ही नही ।
शानदार एहसास ।
ये एहसास जिन्दगी है... सुन्दर प्रस्तुति.
कविता में अहसास की विस्तृत व्याख्या. धन्यवाद संजय भाई.
एहसासे ज़िन्दगी का तू ज़िक्र न कर ,
इधर बिना एहसास के भी कई लोग ज़िदा हैं ,
इसी एहसास में ज़िंदा हूँ मैं भी ,
जब कभी एहसास लौटें खैरमकदम कर सकूं ।
एहसास से ही सांस है .एहसास गया सांस गई ।
बेहतरीन एहसास हैं आपके ....
खूबसूरत अहसास
चर्चा -मंच पर आपका स्वागत है --आपके बारे मै मेरी क्या भावनाए है --आज ही आकर मुझे आवगत कराए -धन्यवाद !२०-५-११ ..
http://charchamanch.blogspot.com/
अहसास का यह अहसास कायम रहे
@ सवाई राजपुरोहित जी..
..........बहुत बहुत आभार
@ वंदन जी..
.........बहुत बहुत आभार
@ रचना दीक्षित जी..
.........बहुत बहुत आभार
@ दानिश जी..
.........बहुत बहुत आभार
@ सुनील गज्जाणी जी..
.........बहुत बहुत आभार
@ कुंवर कुसुमेश जी..
.........बहुत बहुत आभार
आप सबका शुक्रिया जिन्होंने अपने बेशकीमती विचारों की टिप्पणियां दी और मेरा हौसला बढाया
@ रेखा श्रीवास्तवजी..
@ वीणा जी..
@ अख्तर खान अकेला जी..
@ ज्ञान चाँद जी..
@ संजय चोरासिया जी..
@ करण जी..
..........बहुत बहुत आभार
आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं
@ डॉ अनवर जमाल जी..
@ रमेश जैन जी..
@ विनोद कुमार पांडेय जी..
@ सलिल जी..
@ मोनिका शर्मा जी..
@ संध्या शर्मा जी..
..........बहुत बहुत आभार
आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
bahut sundar lines.........
achha likha hai aapne
subhkamnaye
manjula
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
अहसास के माध्यम से आन्तरिक भावों के सहज प्रवाहमय सुन्दर रचना....
बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद!
टिप्पणी देकर प्रोत्साहित करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
रंग बदलती जिंदगी, रंग बिरंगे अहसास।
प्यार के रंग भरें, प्यारा होगा अहसास।
बहुत प्यारा है ये रिश्ता एहसास का :-)
वैसे हम आपको बहुत धन्यवाद देना चाहेंगे जो आपने हमारा उत्साह वर्धन किया
वैसे आपने मुझे पहली बार पढ़ा था लेकिन हम आपको इससे पहले कई बार पढ़े हैं और पढ़ते रहेंगे और हमने आपके ब्लॉग पर टिप्पणियां भी बहुत की है
बहुत खुबसूरत रचना
बेहतरीन प्रस्तुति ।............
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
kafi dino tak ब्लॉग se dur rahi yatra par thi ............
बेहतरीन प्रस्तुति ।............
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
kafi dino tak ब्लॉग se dur rahi yatra par thi ............
these lines are beautiful !!
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
dil ko chhu gayi ye panktiyan.... bhaskar jee aapka koi mukabla nahi..bahut sundar..dhanywad
nice...
टिप्पणी देकर प्रोत्साहित करने के लिए शुक्रिया!
आपके नए पोस्ट का इंतज़ार है!
http://seawave-babli.blogspot.com
Oh,very good.
Congrats for 135 comments.
You cross century always.
You are a record century maker.
संजय जी अहसास सच में बहुत ही काम की है हमारे हर मोड़ पर हमारा साथ दे जाती है ये बधाई हो
जब ठुकरा देते हैं सब दुनिया वाले
तब निराशा से बचाता है अहसास
शुक्ल भ्रमर ५
संजय जी नमस्ते !
हाँ आपकी बातें बिलकुल ठीक हैं !
आज जैसे जैसे आधुनिकता आ रही है वैसे वैसे लोगों का ईमान गिरता जा रहा है !
हे राम चन्द्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आयेगा हंस चुगेगा दाना तिनका कौवा मोती खायेगा
सच है क्या जिंदगी का, किसी को पता नहीं |
कौन कर रहा है क्या, किसी को पता नहीं |
nice line
bahut hi bekismat raha jo maine aapki itni acchhi rachnayein bahut der se padhi... bahut sundar rachna.. keep it on..
प्रिय संजय भाष्कर जी आप की कुछ रचनाओं की पंक्तियाँ बार बार यहाँ बुला लाती है क्या सोच और इन भावों तक पहुँचने की क्षमता आप की
निम्न बहुत सटीक -
जब ठुकरा देते हैं सब दुनिया वाले
तब निराशा से बचाता है अहसास
जब दर्द हावी होता है हम पर
जिंदगी का आइना दिखाता है अहसास
शुक्ल भ्रमर ५
बहुत सुन्दर अहसास.....
जब कभी हम टूट जाते हैं, तब
जिंदगी का अर्थ समझाता है अहसास
bhut khub.
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