फिल्म शोले में डाकू सांभा का किरदार निभाने वाले अभिनेता मैक मोहन का सोमवार को निधन हो गया। 71 वर्षीय मैक मोहन ने मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आखिरी सांस ली। वह कैंसर से पीड़ित थे।
मैक मोहन ने अपना फिल्मी करियर 1964 में आई हकीकत से शुरू किया था। करीब पांच दशक के अपने करियर में उन्होंने 175 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया। उन्हें सबसे ज्यादा प्रसिद्धि मिली 1975 में रिलीज हुई शोले से। शोले में उन्होंने गब्बर सिंह की गैंग के डाकू सांभा का किरदार निभाया था। फिल्म के एक दृश्य में गब्बर कहता है, 'अरे ओ सांभा, कितना इनाम रखे है सरकार हम पर'। इसके जवाब में सांभा कहता है - 'पूरे पचास हजार।' यह डायलाग भारतीय सिनेमा के इतिहास के कुछ सबसे मशहूर डायलाग्स में एक है।
मैक मोहन ने कई अन्य हिट फिल्मों जैसे डान, द बर्निग ट्रेन और सत्ते पे सत्ता में भी काम किया। शोले के निर्देशक रमेश सिप्पी ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा, सांभा की भूमिका मैक मोहन के अलावा कोई दूसरा इतनी अच्छी तरह नहीं कर सकता था। सांभा के रूप में वह हमेशा याद किए जाएंगे।
40 टिप्पणियां:
...दुखद समाचार ... श्रद्धांजलि ..!!!
मैकमोहन जी को विनम्र श्रद्धांजलि
Shraddha suman arpit karti hun..
....... श्रद्धांजलि
निस्नदेह एक सीरिअस कलाकार थे , और अपना हर किरदार बखूबी निभाया उन्होंने !
पढ़ने में आया था। यह भी पढ़ा था कि वे अभिनेत्री रवीना टंडन के मामा थे।
sada amar rahenge
मैकमोहन बहुत ही बढ़िया कलाकार थे! शोले में जो उन्होंने साम्भा का किरदार निभाया था वो सबको हमेशा याद रहेगा! उनको श्रधांजलि अर्पित करती हूँ!
हमारी श्रद्धांजलि है ...
ishwar sadgati pradaan karen
मैकमोहन को श्रद्धांजलि ...बहुत अच्छे फ़िल्मी कलाकार थे. सामायिक पोस्ट ...धन्यवाद.
मैकमोहन को श्रद्धांजलि .....
श्रद्धांजलि,हिंदी सिनेमा का महान कलाकार विदा हो गया ....लेकिन हम्मारे दिलों में हमेशा रहेंगे मैकमोहन जी
विकास पाण्डेय
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श्रन्धाजली ...शोले के साम्भा के रूप में हमेशा याद रहेंगे
हमेशा याद रहेंगे... श्रद्धान्जलि....
मैकमोहन जी को विनम्र श्रद्धांजलि
MaikMohan Ji Ko sriddha Suman
मुझे याद है, मैक मोहन साहब से पिछले साल एक कार्यक्रम के दौरान मिला था... उनके चेहरे की झुर्रियां और उनके डायलोग बोलनें का स्टाईल, आज उनका चेहरा फ़िर से सामनें आ गया.
क्या कहें इतना ही कह सकते हैं... बस आज सांभा भी गब्बर के पास चला गया.
हमारी श्रद्धांजलि!
aaj boss ka aadmi chal gaya.....bahut dukhad samachar hai iswar unke parivaar ko dukh sehne ki shakti de.......
दुखद समाचार.. मेरी भी विनम्र श्रद्धांजली.
मैक मोहन जी को विनम्र श्रधान्जली .
मैक मोहन जी को विनम्र श्रधान्जली .
मैक मोहन जी को विनम्र श्रधान्जली .
मैकमोहन जी को विनम्र श्रद्धांजलि
मैक मोहन ना भी कहते तो संभा से ही सब पहचान जाते... बहुत ही कम किरदार हुए हैं हिंदी सिनेमा में जिन्होंने अपने निभ्ये हुए चरित्रों के जरिये जाने गए और उनमे संभा प्रमुख थे... उनकी आत्मा की शांति के लिए आपके साथ हम भी प्राथना रत हैं... यह खबर प्रमुखता से नहीं थी क्योंकि अब एक्टिंग नहीं ग्लेमोर का युग हैं.. हाशिये पर हैं कितने ही अच्छे लोग
विनम्र श्रद्धांजली. सांभा के अभिनय कौशल को भुलाया नहीं जा सकता, उनका अभिनय भारतीय सिनेमा में अमर है.
क्या???
मैकमोहन नहीं रहे॥
दुखद समाचार ... श्रद्धांजलि
chaliye kam se kam aapne to is charitr abhineta ko yaad kiya..sanbha ka kirdar mil ka pathar hai!
हमेशा याद रहेंगे... श्रद्धान्जलि....
bhagwaan unki aatmaa ko shaanti de or apne charano main sthaan de.
haadik shradhdhaanjli.
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जावेद अख्तर खुद कहे थे उनके बारे में कि पूरा फिलिम में खाली तीन शब्द बोलकर कोई हिट हो सकता है ई शोले में मैक मोहन को देखकर पता चलता है. भगवान उनका आत्मा को सांति दे!! आमीन!!!
हमारी श्रद्धांजलि है ...
विनम्र श्रद्धांजलि
सिर्फ़ यादें ही शेष हैं।
हमारी श्रद्धांजलि है
कभी कभी एक चरित्र ही कलाकार को अमर कर देता है मैक मोहन इसके साक्षात उदाहरण है ।
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